कर्क रेखा (Tropic of Cancer) पृथ्वी पर स्थित एक काल्पनिक रेखा है जो 23.5° उत्तरी अक्षांश पर स्थित है। यह रेखा भारत के 8 राज्यों से होकर गुजरती है और देश को लगभग दो बराबर हिस्सों में बाँटती है — उत्तरी और दक्षिणी भारत।
कर्क रेखा भारत के किन-किन राज्यों से होकर गुजरती है?
राज्य का नाम | विशेषताएँ |
---|---|
गुजरात | अमरेली जिले के पास से गुजरती है। |
राजस्थान | धौलपुर और सिरोही जिलों के निकट से। |
मध्य प्रदेश | देश में सबसे लंबा हिस्सा कवर करती है। |
छत्तीसगढ़ | कोरबा और रायगढ़ जिलों से होकर जाती है। |
झारखंड | रांची के नजदीक से गुजरती है। |
पश्चिम बंगाल | बर्दवान और कूचबिहार जिलों से गुजरती है। |
त्रिपुरा | दक्षिणी त्रिपुरा से होकर गुजरती है। |
मिज़ोरम | इसके उत्तरी भाग से होकर जाती है। |
कर्क रेखा कहाँ से भारत में प्रवेश करती है और कहाँ से निकलती है?
कर्क रेखा गुजरात राज्य से भारत में प्रवेश करती है और मिज़ोरम राज्य निकलती है।
कर्क रेखा से जुड़े रोचक तथ्य
- यह भारत में 2316 किलोमीटर की दूरी तय करती है।
- गर्मियों में, सूर्य कर्क रेखा के ठीक ऊपर होता है और उस समय कुछ स्थानों पर छाया नहीं बनती (Zero Shadow Day)।
- यह रेखा उन क्षेत्रों को चिन्हित करती है जहां सूर्य की सीधी किरणें पड़ती हैं।
FAQs
उत्तर: यह पृथ्वी के उन स्थानों को चिन्हित करती है जहाँ सूर्य वर्ष में एक बार सिर के ठीक ऊपर होता है। इसका प्रभाव जलवायु, दिन-रात की लंबाई और कृषि पर पड़ता है।
मध्य प्रदेश — यह राज्य सबसे लंबा हिस्सा कवर करता है।
रांची (झारखंड), उज्जैन (मध्य प्रदेश), और गांधीनगर के पास (गुजरात)।
कुल 8 राज्यों से होकर गुजरती है।
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कर्क रेखा न केवल भौगोलिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि यह जलवायु, कृषि, और संस्कृति पर भी असर डालती है। कर्क रेखा भारत के कितने राज्यों से होकर गुजरती है? परीक्षाओं और सामान्य ज्ञान के लिए भी बेहद जरूरी टॉपिक है।