बजट वर्ष | 2023 |
वित्त मंत्री | निर्मला सीतारमण |
बजट 2023 की प्राथमिकताएं | समावेशी विकास, अंतिम छोर तक पहुँचना, अवसंरचना और निवेश, युवा शक्ति, सहमति विकास, वित्तीय क्षेत्र, हरित विकास |
शिक्षा के क्षेत्र में विकास के लिए बजट में उठाए गए कदम | जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों के द्वारा टीचर्स ट्रेनिंग का उद्धार, बच्चों के नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना, पंचायत और वार्ड स्तर पर राज्य सरकारों को पुस्तकालय खोलने के लिए प्रोत्साहित करना |
वित्तीय वर्ष की अवधि | 1 अप्रैल 2023 से 31मार्च 2024 तक |
बजट 2023 – 24 के मुख्य पॉइंट्स
- किसान, महिला, युवा, अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी आदि के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है।
- यह बजट 2019 में अनावरण की द्विआयामी विकास रणनीति की तर्ज पर डिजाइन किया गया है।
- इसमें शामिल है : प्राइवेट सेक्टर को प्रोत्साहन देना और रोजगार के अवसर पैदा करना, पूंजीगत परिव्यय बढ़ाना और विनिवेश के माध्यम से अधिक राजस्व एकत्रित करना।
बजट की प्रमुख उपलब्धियां
- टैक्स स्लैब में छूट
- पूँजी निवेश परिव्यय में 33% की वृद्धि का प्रस्ताव किया गया है, इसे बढ़ाकर 1 लाख करोड़ रूपए किया गया है जो कि पिछले दस सालों में सबसे अधिक है।
- सीमा शुल्क में बदलाव : झींगा हेतु खाद्य आदि के लिए कुछ निविष्टियों के आयात में कमी की गई है तथा सोना, रबड़, सिगरेट आदि के आयात में वृद्धि की गई है।
अमृत काल के मुख्य बिंदु
- युवा वर्ग का विशेष ध्यान रखते हुए युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना।
- नए रोजगार सृजन में वृद्धि
- सुदृढ़ और स्थिर आर्थिक वातावरण बनाने के लिए प्रयास
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