Shaheed Diwas Essay in Hindi : शहीद दिवस पर छात्र ऐसे लिख सकते हैं निबंध, यहाँ देखें सैंपल

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Shaheed Diwas Essay in Hindi

30 जनवरी को भारत में हर साल शहीद दिवस मनाया जाता है। यह वही दिन है जब भारत के राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी यानी कि महात्मा गांधी की नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस दिन को गांधी-जी की पुण्यतिथि के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन का इतिहास में एक अलग ही महत्व है। ऐसे में कई बार विद्यार्थियों को शहीद दिवस पर निबंध तैयार करने को दिया जाता है। शहीद दिवस पर निबंध कैसे लिखें, आईये इस लेख में जानते हैं। इस ब्लॉग में आपको 100, 200 और 500 शब्दों में Shaheed Diwas Essay in Hindi के कुछ सैम्पल्स दिए गए हैं। उन सैम्पल्स को पढ़ने से पहले जान लेते हैं आखिर क्या है शहीद दिवस और क्या इसका इतिहास? आईये जानते हैं विस्तार से। 

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शहीद दिवस दिवस क्या है?

भारत में 30 जनवरी का दिन ऐतिहासिक आधार पर महत्वपूर्ण है। बता दें कि भारत में 30 जनवरी को हर साल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्य तिथि मनाई जाती है। इस दिन को शहीद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। महात्मा गाँधी उन्हीं स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे, जिन्होंने क्रूर ब्रिटिश सत्ता से आजादी दिलवाने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया था और अहिंसा को एक बड़ा हथियार बनाया था। गांधी जी की पुण्यतिथि पर, उनके महान योगदान को याद किया जाता है और उनके विचारों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया जाता है। इस दिन, देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और भारत सरकार द्वारा राजघाट में गांधी जी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। 

शहीद दिवस पर निबंध 100 शब्दों में

नीचे 100 शब्दों में Shaheed Diwas Essay in Hindi दिया गया है-

हर साल 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई जाती है। इसी दिन को भारत में शहीद दिवस के रूप में भी जाना जाता है। महात्मा गांधी भारत के राष्ट्रपिता और एक महान नेता थे जिनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। उन्होंने क्रूर ब्रिटिशरों से भारत को आजादी दिलाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके साथ ही उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शन शुरू किए जिसके माध्यम से, उन्होंने भारतवासी को एकजुट कर उन्हें ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया। गांधी जी का जीवन और विचार आज भी दुनिया भर के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनकी पुण्यतिथि पर, हम उनके महान योगदान को याद करते हैं और हमेशा सत्य और न्याय के लिए लड़ने का संकलप लेते हैं। 

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शहीद दिवस पर निबंध 200 शब्दों में

नीचे 200 शब्दों में Shaheed Diwas Essay in Hindi दिया गया है-

शहीद दिवस भारत का एक महत्वपूर्ण दिन है, जो हर साल 30 जनवरी को महात्मा गांधी की याद में मनाया जाता है। आपको बता दें कि 30 जनवरी 1948 के दिन ही नाथूराम गोडसे द्वारा महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी। ऐसे में महात्मा गांधी के सम्मान में और उन्हें श्रद्धांजली देने के लिए उनकी पुण्यतिथि को शहीद दिवस घोषित किया गया। उनके विचारों और उनकी शिक्षाओं को याद रखने के लिए हर साल 30 जनवरी को देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से आने वाली पीढ़ी को राष्ट्रीय एकता और आपसी सद्भाव बनाए रखने का सन्देश दिया जाता है। 

30 जनवरी के अलावा 23 मार्च के दिन भी शहीद दिवस मनाया जाता है। आपको बता दें कि 23 मार्च का शहीद दिवस भारत के तीन महान क्रांतिकारियों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के सम्मान में मनाया जाता है। 23 मार्च 1931 के दिन भगत सिंह अपने साथी सुखदेव और राजगुरु के साथ भारत माँ की आज़ादी के लिए लड़ते लड़ते फांसी के फंदे पर झूल गए थे। ऐसे में यह दिन इतिहास के पन्नों में काले अक्सरों से दर्ज होगया है। 

शहीद दिवस पर निबंध 500 शब्दों में

नीचे 500 शब्दों में Shaheed Diwas Essay in Hindi दिया गया है-

भारत में 30 जनवरी को महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि मनाई जाती है और इसी दिन को शहीद दिवस के रूप में भी जाना जाता है। बता दें कि भारत की आजादी के कुछ ही समय बाद ही महात्मा गांधी की मृत्यु हो गई थी। गांधीजी की मृत्यु 30 जनवरी, 1948 में नाथूराम गोडसे द्वारा गोली मार की गई थी। इतिहासकारों के मुताबिक नाथूराम गोडसे, गांधीजी के विचारधारा से असमर्थ थे जिसके चलते 30 जनवरी 1948 के दिन जब महात्मा गाँधी शाम की प्रार्थना सभा के लिए जा रहे थे तो नाथूराम गोडसे ने उनको गोली मार दी थी। ऐसे में यह कहा जाता है कि गांधीजी के आखिरी शब्द “हे राम” थे। 

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महात्मा गांधी के बारे में 

क्रूर ब्रिटिश शासन की गुलामी से भारत देश को आज़ाद करने में अनेकों शूरवीरों ने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। उन शूरवीरों में सरदार भगत सिंह, लाल बहादुर शास्त्री, सरदार वल्लभ भाई पटेल, सुभाष चंद्र बोस आदि शामिल है। इन्हीं में से के थे महात्मा गाँधी। आज़ादी के लिए अहिंसा का पालन करने के पक्षधर और बापू के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। उनके पिता का नाम करमचंद गाँधी एवं उनकी माता का नाम पुतलीबाई था। महात्मा गाँधी को उनकी अहिंसक, अत्यधिक बौद्धिक और सुधारवादी विचारधाराओं के लिए जाना जाता है। वहीं आजादी की लड़ाई में महात्मा गाँधी ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। महात्मा गाँधी के इन्हीं योगदानों को याद करने के लिए शहीद दिवस मनाया जाता है। ऐसे में आईये जानते हैं क्या है शहीद दिवस का इतिहास और महत्व?

शहीद दिवस का इतिहास और महत्व

महात्मा गांधी हमेशा सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते थे। उनके जीवन की कहानी, सत्य, अहिंसा और प्रेम के संदेश ने बहुत से लोगों को प्रेरित किया है। ऐसे में उनकी पुण्यतिथि के दिन उनके योगदानों को याद करने के लिए शहीद दिवस मनाया  जाता है। इस दिन दिल्ली के राजघाट स्थित गांधी जी की समाधि स्थल पर भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री श्रद्धांजलि देते हैं। इस दिन देशभर में कई कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। 

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शहीद दिवस पर 10 लाइन्स

शहीद दिवस पर 10 लाइन्स इस प्रकार हैः

  • 30 जनवरी और 23 मार्च दोनों ही दिन भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण मायने रखते हैं। यह दोनों दिन ही शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। 
  • प्रतिवर्ष 30 जनवरी को शहीद दिवस महात्मा गांधी की हत्या के शोक में मनाया जाता है।
  • 30 जनवरी के दिन देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नई दिल्ली के राजघाट पर गाँधी जी को श्रद्धांजलि देते हैं।  
  • इस दिन स्कूल, कॉलेज और अन्य संस्थानों में शहीदों के योगदान को याद करने के लिए कई प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं।
  • शहीद दिवस गाँधी जी के बलिदान के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने का अवसर देता है।
  • महात्मा गांधी को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने वाले महान नेता के रूप में जाना जाता है।
  • गांधी जी की पुण्यतिथि पर, उनके महान योगदान को याद किया जाता है और उनके विचारों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया जाता है। 
  • इस दिन देश भर में उन सभी बहादुर जवानों के सम्मान में दो मिनट का मौन भी रखा जाता है जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी।
  • महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। 
  • 30 जनवरी 1948 की शाम को नई दिल्ली के बिड़ला हाउस में महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 10 अनमोल विचार

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 10 अनमोल विचार इस प्रकार से हैं : 

  1. सत्य कभी ऐसे कारण को क्षति नहीं पहुंचाता जो उचित हो।
  2. उफनते तूफ़ान को मात देना है तो अधिक जोखिम उठाते हुए हमें पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़ना होगा। 
  3. मेरा जीवन ही मेरा संदेश है।
  4. वह शिक्षा जो हमें अच्छे और बुरे के बीच अंतर करना, एक को आत्मसात करना और दूसरे को त्यागना नहीं सिखाती, वह एक मिथ्या नाम है।
  5. स्कूल और कॉलेज वास्तव में सरकार के लिए क्लर्क तैयार करने की फैक्ट्री है। 
  6. खुद वो बदलाव बनिए जो दुनिया में आप देखना चाहते हैं।
  7. विश्वास करना एक गुण है, अविश्वास दुर्बलता कि जननी है।
  8. पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम करो।
  9. स्वयं को जानने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है स्वयं को औरों की सेवा में डुबो देना।
  10. हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जायेगा।

FAQs

30 जनवरी को शहीद दिवस क्यों मनाया जाता है?

30 जनवरी को शहीद दिवस महात्मा गांधी की स्मृति में और उनके सम्मान में मनाया जाता है।

महात्मा गाँधी की हत्या किसने की थी?

महात्मा गाँधी की हत्या नाथूराम गोडसे ने की थी।

महात्मा गाँधी की मृत्यु कब हुई थी?

महात्मा गाँधी की मृत्यु 30 जनवरी 1948 को हुई थी। 

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