Indian Flag History in Hindi: भारत वर्ष 1947 में ब्रिटिश हुकूमत से स्वतंत्र हुआ था। भारतीय स्वतंत्रता से पहले इस देश के राष्ट्रीय ध्वज बदलते रहते थे। 1947 में जब भारत आज़ाद हुआ था तो उससे लगभग एक महीने पहले भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को अपनाने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी। आज़ादी के बाद भारत के राष्ट्रीय ध्वज का नाम तिरंगा है। तिरंगे में तीन रंग हैं जिनके अपने अलग मायने हैं। तिरंगे में श्वेत रंग के बीच में अशोक चक्र है, जिसमें 24 लाइन हैं। राष्ट्रीय ध्वज के डिज़ाइन का कार्य भारत की स्वतंत्रता से पहले ही शुरू हो गया था। इस ब्लाॅग में आपको कब अपनाया गया था राष्ट्रीय ध्वज और भारतीय तिरंगे का इतिहास बताया जा रहा है।
भारतीय तिरंगे झंडे का इतिहास | मुख्य बिंदु |
झंडे का डिजाइन | तिरंगा (केसरिया, सफेद, हरा रंग) और बीच में अशोक चक्र |
झंडा कब अपनाया गया? | 22 जुलाई 1947 |
झंडे का उद्देश्य | भारत की स्वतंत्रता और विविधता का प्रतीक |
झंडे में केसरिया रंग का मतलब | बलिदान और समर्पण |
झंडे में सफेद रंग का मतलब | शांति और सत्य |
झंडे में हरा रंग का मतलब | उन्नति और समृद्धि |
अशोक चक्र का अर्थ | न्याय और धर्म का प्रतीक। |
कब अपनाया गया था राष्ट्रीय ध्वज? (Indian Flag History in Hindi)
भारतीय तिरंगे झंडे का इतिहास (Indian Flag History in Hindi) अत्यंत गौरवमयी और महत्वपूर्ण है। यह झंडा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की यात्रा का प्रतीक है और भारत की विविधता, एकता और समृद्धि का प्रतीक भी है। भारत के राष्ट्रीय ध्वज को 22 जुलाई 1947 को आयोजित भारतीय संविधान सभा की बैठक के दौरान अपनाया गया था। यह बैठक 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से भारत की आज़ादी के कुछ ही दिन पहले की गई थी।
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राष्ट्रीय ध्वज के बारे में
भारत के राष्ट्रीय ध्वज में सबसे ऊपर की पट्टी केसरिया (भगवा) रंग की है, जो देश की शक्ति और साहस को दर्शाती है। श्वेत (सफ़ेद) मध्य पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य को दर्शाती है। आखिर में पट्टी हरे रंग की है जो भूमि की उर्वरता, वृद्धि और शुभता को दर्शाती है।
राष्ट्रीय ध्वज पर 10 लाइन (10 Lines on Indian Flag in Hindi)
राष्ट्रीय ध्वज पर 10 लाइन (10 Lines on Indian Flag in Hindi) इस प्रकार हैं-
- हमारा राष्ट्रीय ध्वज, तिरंगा, देश की शान और गौरव का प्रतीक है।
- इसमें तीन रंग – केसरिया, सफेद और हरा, भारतीय संस्कृति की विविधता और सौहार्द को दर्शाते हैं।
- केसरिया रंग साहस और बलिदान का प्रतीक है।
- सफेद रंग शांति और सच्चाई का संदेश देता है।
- हरा रंग हरियाली, समृद्धि और विकास का प्रतीक है।
- ध्वज के केंद्र में स्थित नीले रंग का अशोक चक्र धर्म, न्याय और सतत प्रगति का प्रतीक है।
- अशोक चक्र में 24 तीलियां जीवन के 24 गुणों को दर्शाती हैं।
- 22 जुलाई 1947 को तिरंगे को भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया।
- इसे आदर और सम्मान के साथ फहराना हर भारतीय का कर्तव्य है।
- हमारा राष्ट्रीय ध्वज हमें एकता, अखंडता और देशभक्ति की भावना से जोड़ता है।
FAQs
भारत का राष्ट्रीय ध्वज 22 जुलाई 1947 को अपनाया गया था।
तिरंगे को इंग्लिश में “tricolour” भी कहा जाता है।
राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंग हैं, जैसे कि भगवा, सफ़ेद एवं हरा।
18 मार्च 1923 में सबसे पहली बार जबलपुर के इस जगह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था।
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज की पिंगली वैंकैया ने की थी।
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