भगत सिंह एक स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने अपने देश की खातिर खुशी-खुशी अपना जीवन बलिदान कर दिया। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ राष्ट्रीय आंदोलन में क्रांति ला दी और युवाओं को अंग्रेजों से आजादी की लड़ाई में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। 1924 में कानपुर में वह हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन में शामिल हो गए, जिसकी स्थापना एक साल पहले सचिन्द्रनाथ सान्याल ने की थी। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ किसानों और श्रमिकों को एकजुट करने के लिए नौजवान भारत सभा की स्थापना की थी, लेकिन एक क्रांतिकारी होने के अलावा उन्होंने कई किताबें लिखीं जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए। इसलिए यहां हम भगत सिंह की किताबें जानेंगे।
भगत सिंह के बारे में
भगत सिंह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रवादी शख्सियतों में से थे। भगत सिंह ने तेरह साल की उम्र में स्कूल छोड़ दिया और छोटी उम्र से ही भारत की आज़ादी की लड़ाई में गहराई से शामिल हो गए। भगत सिंह साम्यवादी और समाजवादी सिद्धांतों के प्रबल समर्थक थे। उनका मानना था कि देश को ब्रिटिश आधिपत्य से मुक्त कराने के लिए हिंसा आवश्यक होगी। भगत सिंह को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों में से एक माना जाता है और वह अपनी आकर्षक शैली के लिए जाने जाते हैं।
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भगत सिंह की पुस्तकें कौनसी हैं?
भगत सिंह की पुस्तकें कौनसी हैं के बारे में यहां बताया जा रहा है :
- Main Nastik Kyon Hoon? मैं नास्तिक क्यों हूं?
- JAIL DIARY OF BHAGAT SINGH
- Why I am an Atheist and Other Works
- Saddam Hussein De Qatal Di Amrican Sazish
- The Political Writings of Bhagat Singh.
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संख्या | पुस्तकें | लिंक |
1 | Main Nastik Kyon Hoon? मैं नास्तिक क्यों हूं? | यहाँ से खरीदें |
2 | JAIL DIARY OF BHAGAT SINGH | यहाँ से खरीदें |
3 | Why I am an Atheist and Other Works | यहाँ से खरीदें |
4 | Saddam Hussein De Qatal Di Amrican Sazish | यहाँ से खरीदें |
5 | The Political Writings of Bhagat Singh | यहाँ से खरीदें |
FAQs
भगत सिंह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी थे। वह अहिंसा के प्रति अपने सख्त निष्ठा और आपकी कोर्ट में अपनी जान की क़ुर्बानी के लिए प्रसिद्ध हैं।
भगत सिंह का जन्म 27 सितंबर 1907 को पुंजाब के बंदे नगर गाँव में हुआ था।
फांसी के लिए तय वक्त से 12 घंटे पहले ही 23 मार्च 1931 को शाम 7 बजकर 33 मिनट पर भगत, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दे दी गई।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको भगत सिंह की पुस्तकें पता चली होंगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।