Atal Bihari Vajpayee Essay : स्टूडेंट्स के लिए सरल शब्दों में अटल बिहारी वाजपेयी पर निबंध 

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Atal Bihari Vajpayee Essay in Hindi

अटल बिहारी वाजपेयी भारत के 10 वें प्रधानमंत्री थे। एक छोटे से गाँव में जन्में वाजपेयी जी ने अपनी मेहनत और प्रतिभा से खुद को भारतीय राजनीति का विशाल स्तंभ बना दिया। वे केवल एक कुशल राजनीतिज्ञ ही नहीं बल्कि एक कवि और लेखक भी थे। उनके नेतृत्व में भारत ने कई महत्वपूर्ण क्षण देखे। चाहे वो परमाणु परीक्षण का साहसिक कदम हो या देश को सड़क और इंफ्रास्ट्रक्चर में आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास, वाजपेयी जी ने हर कदम पर अपने दूरदर्शी दृष्टिकोण का परिचय दिया। अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में बताने के लिए कई बार विद्यार्थियों को निबंध लिखने को भी दे दिया जाता है। इसलिए यहाँ स्टूडेंट्स के लिए आसान शब्दों में अटल बिहारी वाजपेयी पर निबंध (Atal Bihari Vajpayee Essay in Hindi) के कुछ सैंपल दिए गए हैं जिनकी मदद से आप निबंध लिख सकते हैं। 

कौन थे अटल बिहारी वाजपेयी?

भारत के 10वें प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था। वाजपेयी ने प्रधानमंत्री के रूप में 3 बार सेवाएं दीं। अगर उनके कार्यकाल को देखा जाए तो उनका पहला कार्यकाल 15 दिनों का (16 मई 1996 से 1 जून 1996), दूसरा कार्यकाल 13 महीने के समय के लिए (19 मार्च 1998 से 26 अप्रैल 1999) और तीसरा पाँच साल (13 अक्टूबर 1999 से 22 मई 2004) तक रहा। 

वाजपेयी 9 बार लोकसभा और 2 बार राज्यसभा के लिए चुने गए। भारत के स्वतंत्र होने के बाद उनके द्वारा लिए गए निर्णय ने विदेशी और घरेलू नीति में अहम भूमिका निभाई। जब वे स्कूल में थे, तब वे भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराने के लिए एक आंदोलन में शामिल हुए जो कि 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन था। उन्होंने राजनीति का अध्ययन किया और विदेशी मामलों में उनकी रुचि विकसित हुई, जिसने विभिन्न मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया। 

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अटल बिहारी वाजपेयी पर 100 शब्दों में निबंध

अटल बिहारी वाजपेयी पर 100 शब्दों में निबंध (Atal Bihari Vajpayee Essay in Hindi) इस प्रकार है – 

भारत के प्रधान मंत्री के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी ने तीन बार देश का कार्यकाल संभाला। साल 1996 में उन्होंने भारत के 10वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली, लेकिन जब भारतीय जनता पार्टी लोकसभा में बहुमत बनाने में असफल रही तो वाजपेयी ने 16 दिनों के बाद ही प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। 

प्रधान मंत्री के रूप में उनका दूसरा कार्यकाल 1998 के आम चुनावों के बाद शुरू हुआ। इन चुनाव के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का गठन हुआ। अटल बिहारी वाजपेई के नेतृत्व वाली यह सरकार 13 महीने तक चली। 

अटल बिहारी वाजपेई का तीसरा और अंतिम कार्यकाल 1999 से 2004 तक पूरे 5 साल तक चला। पंडित जवाहरलाल नेहरू के बाद से, अटल बिहारी वाजपेई लगातार 2 जनादेशों के साथ भारत के प्रधानमंत्री बनने वाले एकमात्र उम्मीदवार थे।

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अटल बिहारी वाजपेयी पर 200 शब्दों में निबंध

अटल बिहारी वाजपेयी पर 200 शब्दों में निबंध (Atal Bihari Vajpayee Essay in Hindi) इस प्रकार है : 

pmindia.gov.in के अनुसार अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। वाजपेयी की शिक्षा की शुरुआत ग्वालियर के सरस्वती शिशु मंदिर से हुई लेकिन उनकी राजनीतिक और साहित्यिक रुचियों ने उन्हें विशेष पहचान दिलाई। 

वाजपेयी भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता रहे और कई बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। उनका कार्यकाल 1996, 1998 से 2004 तक था। वे अपने कार्यकाल में भारतीय राजनीति को नई दिशा देने में सफल रहे। उनकी नीतियों और योजनाओं में आर्थिक सुधार, इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार और विदेश नीति में बदलाव शामिल थे। विशेष रूप से उनकी ‘गोल्डन क्वाड्रिलेटरल’ परियोजना और पोखरण परमाणु परीक्षण ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान दिलाया।

उनके भाषण कला और लेखनी ने भी उन्हें एक विशिष्ट स्थान दिलाया। वाजपेयी को भारतीय राजनीति में न केवल उनके नेतृत्व के लिए, बल्कि उनके सूक्ष्म दृष्टिकोण और दूरदर्शिता के लिए भी जाना जाता है। उनके योगदान और विचार भारतीय राजनीति के इतिहास में आज भी याद किए जाते हैं।

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अटल बिहारी वाजपेयी पर 500 शब्दों में निबंध

अटल बिहारी वाजपेयी पर 500 शब्दों में निबंध (Atal Bihari Vajpayee Essay in Hindi) इस प्रकार है : 

प्रस्तावना

अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के एक प्रमुख और सम्मानित नेता थे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह 1996, 1998 और 1999 के बीच तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने। उनके शासनकाल में कई महत्वपूर्ण योजनाओं और नीतियों को लागू किया गया, जैसे कि स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क परियोजना और 1998 का परमाणु परीक्षण। वाजपेयी एक कुशल सांसद थे, जिनके भाषणों और लेखों में अक्सर साहित्यिक और दार्शनिक तत्त्व होते थे।

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म कब हुआ था? 

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को एक हिंदू ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम कृष्ण बिहारी वाजपेयी था और माता का नाम कृष्णा देवी था। 

अटल बिहारी वाजपेयी की शिक्षा

अटल बिहारी वाजपेयी ने ग्वालियर के सरस्वती शिशु मंदिर से अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की। उसके बाद 1934 में वह अपनी बाकि की पढ़ाई के लिए उज्जैन के बारनगर में एंग्लो-वर्नाक्युलर मिडिल स्कूल में चले गए। बाद में उन्होंने ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज से हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत में बीए किया और कानपुर के डीएवी कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में एमए के साथ अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की।

अटल बिहारी वाजपेयी का राजनीतिक सफर

अटल बिहारी वाजपेयी का राजनीतिक सफर यहाँ बताया गया है : 

  • एक स्वयंसेवक के रूप में 1939 में अटल बिहारी वाजपेयी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के साथ जुड़े। 
  • अटल बिहारी वाजपेयी ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया। 
  • 1942 तक वह RSS के सदस्य बन गए थे। 
  • भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान वाजपेयी को 24 दिनों के लिए गिरफ्तार कर लिया गया था। 
  • RSS द्वारा 1951 में नवगठित राजनीतिक दल ‘भारतीय जनसंघ’ के साथ काम करने के लिए वाजपेयी को चुना गया था और उन्हें उस पार्टी का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया।
  • 1957 के भारतीय आम चुनाव में वाजपेयी ने लोकसभा का चुनाव लड़ा।
  • 1968 में वाजपेयी भारतीय जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।
  • फिर 1977 के आम चुनावों में ‘जनता पार्टी’ का गठन किया गया, जिसने आम चुनाव जीता और तब वाजपेयी विदेश मंत्री थे।
  • विदेश मंत्री के रूप में वाजपेयी भारत के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने 1977 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिंदी में भाषण दिया था। 
  • 1980 में जब भारतीय जनसंघ ने भारतीय जनता पार्टी बनाई थी तो उसके पहले अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी थे।

अटल बिहारी वाजपेयी की उपलब्धियां 

अटल बिहारी वाजपेयी की कुछ मुख्य उपलब्धियां यहाँ बताई गई हैं –

  • वाजपेयी सरकार ने कई महत्वपूर्ण आर्थिक सुधार किए, जैसे कि नई आर्थिक नीतियाँ और निजीकरण की दिशा में कदम।
  • उनकी सरकार ने 1998 में पोखरण-II परीक्षणों के माध्यम से भारत को एक परमाणु शक्ति बना दिया।
  • उनके कार्यकाल में सड़कों, पुलों और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए कई योजनाएं बनाई गईं।
  • वाजपेयी ने शांति प्रयासों को बढ़ावा दिया और 1999 में लाहौर शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की, जिससे दोनों देशों के बीच बातचीत की नई शुरुआत हुई।
  • वाजपेयी सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में कई सुधार और योजनाओं की शुरुआत की। 

अटल बिहारी वाजपेयी की पुस्तकें

अटल बिहारी वाजपेयी की पुस्तकों के नाम यहाँ दिए गए हैं : 

  • मेरी संसदीय यात्रा- (चार भाग में) 
  • फोर डीकेड्स इन पार्लियामेंट 1957-95 (स्पीचेज इन थ्री वॉल्यूम)
  • मृत्यु या हत्याध
  • अमर बलिदान 
  • कैदी कविराज की कुंडलियां (इमरजेंसी के दौरान जेल में लिखी गई कविताओं का संकलन)
  • न्यू डाइमेंसंस ऑफ इंडियाज फॉरेन पॉलिसी 
  • संकल्प काल 
  • मेरी इक्यावन कविताएं 
  • शक्ति से शांति 

निष्कर्ष

अटल बिहारी वाजपेयी के भाषण आज भी स्टूडेंट्स के द्वारा सुने जाते हैं, जो कि उनके लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। अटल बिहारी वाजपेयी को देश और समाज की सेवा करने के लिए साल 2015 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था। साथ ही उन्हें साल 1992 में पद्म विभूषण, 1994 में लोकमान्य तिलक पुरस्कार और मुक्तियुद्ध सम्मान से सम्मानित किया जा चुका हैं। 16 अगस्त 2018 को वाजपेयी का निधन हो गया था।

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अटल बिहारी वाजपेयी पर निबंध कैसे तैयार करें? 

अटल बिहारी वाजपेयी पर निबंध (Atal Bihari Vajpayee Essay in Hindi) लिखने से पहले इन पॉइंट्स का ध्यान रखें –

  • एक आकर्षक शीर्षक बनाएं। 
  • सबसे पहले अटल बिहारी वाजपेयी के शुरुवाती जीवन के बारे में थोड़ा बताएं। 
  • बाद में अटल बिहारी वाजपेयी की शिक्षा,राजनीतिक सफर और देश के प्रति उनके योगदान के बारे में बताएं।
  • भाषा और शब्द चिह्न का खास ध्यान दें। 
  • अटल बिहारी वाजपेयी की उपलब्धियों के बारे में बताना न भूलें। 
  • पूरे निबंध के दौरान सकारात्मक लहजा बनाए रखें।
  • अपने निबंध को रीडर्स से जोड़े।  

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अटल बिहारी वाजपेयी पर 10 लाइन्स

अटल बिहारी वाजपेयी पर 10 लाइन्स यहाँ दी गई हैं –

  1. अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था। 
  2. अटल बिहारी वाजपेयी भारत के प्रमुख राजनीतिक नेताओं में से एक थे। 
  3. अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय जनता पार्टी के एक संस्थापक सदस्य थे और तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रह चुके थे। 
  4. वाजपेयी जी ने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण नीतियों की स्थापना की, जिनमें स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना और पोखरण-II परमाणु परीक्षण शामिल हैं। 
  5. वे एक लेखक भी थे, जिन्होंने अपनी कविताओं और लेखों के माध्यम से समाज को प्रभावित किया। 
  6. 2005 में भारत सरकार ने उन्हें ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया। 
  7. 1939 में एक स्वयंसेवक के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में शामिल हुए। 
  8. वाजपेयी 9 बार लोकसभा और 2 बार राज्यसभा के लिए चुने गए। 
  9. 1980 में जब भारतीय जनसंघ ने भारतीय जनता पार्टी बनाई थी तो उसके पहले अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी थे।
  10. 16 अगस्त 2018 को वाजपेयी का निधन हो गया था।

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FAQs

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म कहाँ हुआ था?

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में हुआ था।

अटल बिहारी वाजपेयी के माता-पिता का नाम क्या था?

उनकी माता का नाम कृष्णा देवी वाजपेयी जबकि पिता का नाम कृष्ण बिहारी वाजपेयी था।

भारत में 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री कौन बना था?

अटल बिहारी वाजपेयी वर्ष 1996 में बहुत कम समय के लिए प्रधानमंत्री बने थे।

भारत में गठबंधन की सरकार के पहले प्रधानमंत्री कौन थे?

अटल बिहारी वाजपेयी भारत में गठबंधन की सरकार के पहले प्रधानमंत्री थे। 

अटल बिहारी कौन सी पार्टी से थे?

अटल बिहारी वाजपेयी ‘भारतीय जनता पार्टी’ से थे। 

अटल बिहारी वाजपेयी कितनी बार प्रधानमंत्री बने?

अटल बिहारी वाजपेयी वर्ष 1996 से 2004 तक भारत के तीन बार प्रधानमंत्री बने थे। 

अटल बिहारी की मृत्यु कब हुई?

93 वर्ष की आयु में 16 अगस्त 2018 को दिल्ली एम्स में उनका निधन हो गया था। 

आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको अटल बिहारी वाजपेयी पर निबंध (Atal Bihari Vajpayee Essay in Hindi) से जुड़ी पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य निबंध से जुड़े ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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