भारत में शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल क्रान्ति लाने के उद्देश्य से भारत सरकार ने स्किल इंडिया डिजिटल प्रोग्राम की शुरुआत की है। इस योजना के तहत एक डिजटल प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है जिसकी मदद से स्किल, एजुकेशन, रोजगार और एंटरप्रेन्योरशिप जैसे विषयों को डिजिटल रूप में ट्रांसफॉर्म किया जाएगा।
स्कैनर की मदद से कैंडिडेट का सीवी स्कैन कर सकेंगी कंपनियां
स्किल इंडिया डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से कंपनियां स्किल इंडिया डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जाकर किसी भी कैंडिडेट का बार कोड स्कैन करके उसका सीवी प्राप्त कर सकती हैं। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से सभी स्टूडेंट्स और कैंडिडेट्स को एक पर्सनलाइज़्ड क्यूआर कोड प्रदान किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने योजना को बताया एक क्रांतिकारी कदम
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्किल इंडिया डिजिटल को भारत के शिक्षा क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम बताया है। उन्होंने आगे बताया कि स्किल इंडिया डेवलपमेंट (SID) एक डिजिटल प्रोग्राम है जिसके द्वारा स्किलिंग, एजुकेशन, एम्प्लॉयमेंट और एंटरप्रेन्योरशिप की प्रक्रिया को डिजिटल रूप में ट्रांसफॉर्म करने का काम किया जाएगा। इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य विश्व में भारत को ग्लोबल स्किल हब के रूप में स्थापित करना है।
शिक्षा मंत्री ने आगे बताया कि स्किल डिजिटल इंडिया प्लेटफॉर्म के द्वारा भारत के स्किल इंफ्रास्ट्रक्चर में अप्रत्याशित बदलाव आएगा, जो अतिरिक्त पहुंच, व्यक्तिगत सीखने के अनुभव, स्ट्रीमलाइन वेरफिकेशन प्रोसेस और बेहतर करियर मार्गदर्शन की पेशकश करेगा। यह स्टूडेंट्स को विभिन्न क्षेत्रों में स्किल हासिल करने, इंडस्ट्री के प्रति अपडेट रहने और भारत के वर्कफोर्स डेवलपमेंट को आगे ले जाने में सक्षम बनाएगा।
निम्नलिखित माधयम एसआईडी प्लेटफॉर्म की प्रक्रिया को सरल बनाएंगे :
- आधार/AI बेस्ड फेशियल ऑथेंटिकेशन
- डिजिटल वेरिफिकेबल सर्टिफिकेट (DVC)
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (एमएल) रिकमेंडेशन
- आधार बेस्ड e-KYC
- डिजिटल स्टडी
- सिटीजन सेंट्रिक एप्रोच
- मोबाइल फर्स्ट एप्रोच
- स्केल एंड स्पीड
- सुरक्षा उपाय
- अंतरसंचालनीयता (interoperability)
- व्हाट्सएप चैटबॉट
- कारोबारी सुगमता (ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस)
इसी और अन्य प्रकार के Leverage Edu न्यूज़ अपडेट्स के साथ बने रहिए।