जानिए भारत के अद्भुत रामप्पा मंदिर के बारे में 

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रामप्पा मंदिर

भारत की खूबसूरती, संस्कृति और आध्यात्मिकता पूरे दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। यहाँ एक से बढ़कर खूबसूरत, अद्भुत और बेहद रहस्यमयी मंदिर हैं, जिनको देखने के लिए दूर-दूर से सैलानी आते हैं। इन मंदिरों में रामप्पा मंदिर भी शामिल है। इस मंदिर को काकतीय रुद्रेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। भगवान शिव को समर्पित रामप्पा मंदिर, तेलंगाना के मुलुगु जिले के पालमपेट गांव में स्थित है। बता दें कि इस मंदिर को 1213 ईस्वी में बनाया गया था। इसी तरह की अन्य रोचक जानकारी के लिए ये ब्लॉग अंत तक पढ़ें। इस ब्लॉग में हम आपको रामप्पा मंदिर के बारे में विस्तार से बताएंगे। 

रामप्पा मंदिर के बारे में

रामप्पा मंदिर, भारत के गौरवशाली अतीत का जीवित प्रमाण है। भगवान शिव को समर्पित रामप्पा मंदिर, तेलंगाना राज्य के मुलुगु जिले के वेंकटपुर मंडल के पालमपेट गांव की घाटी में स्थित है। यह भारत के सबसे खूबसूरत मंदिरों में से एक है जिसका निर्माण 13वीं शताब्दी में काकतीय राजवंश द्वारा किया गया था। अद्भुत वास्तुकला और मूर्तिकला के लिए प्रसिद्ध इस मंदिर को 2021 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया। इससे इस मंदिर की सांस्कृतिक महत्व और वैश्विक विरासत को नई पहचान मिली।

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रामप्पा मंदिर का इतिहास 

रामप्पा मंदिर में भगवान शिव विराजमान हैं, इसलिए इसे ‘रामलिंगेश्वर मंदिर’ और ‘रुद्रेश्वर मंदिर’ के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर का इतिहास काफी रोचक है। आईये जानते हैं इसके बारे में विस्तार से। इतिहासकारों के मुताबिक इस मंदिर का निर्माण 1213 AD में काकतीय राजा गणपति देव द्वारा करवाया गया था। बता दें कि गणपति देव एक महान योद्धा और कुशल प्रशासक थे जिन्होंने काकतीय साम्राज्य के विस्तार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इस दौरान उन्होंने कई अन्य मंदिरों का निर्माण भी करवाया। 

आपको बता दें कि रामप्पा मंदिर का निर्माण रामप्पा नामक एक कुशल शिल्पकार द्वारा किया गया और उन्हीं के नाम पर मंदिर का नाम रामप्पा मंदिर रखा गया। बता दें कि रामप्पा अपनी कलाकारी के लिए बहुत प्रसिद्ध थे और अपनी कलाकारी से उन्होंने मंदिर में कई सुंदर मूर्तियां और नक्काशीदारियां बनाईं। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर को बनाने में रमप्पा ने लगातार 40 साल तक काम किया था तब जाकर इसका भव्य निर्माण साकार हुआ। 

रामप्पा मंदिर की वास्तुकला

यह मंदिर काकतीय वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। वहीं मंदिर की भव्यता और कलाकारी देखने लायक है। यहाँ की  दीवारों पर कई देवी-देवताओं की मूर्तियां हैं। इसके अलावा मंदिर के स्तंभों पर भी कई सुंदर नक्काशीदारियां हैं। यहाँ एक कुंड है, जिसे रामप्पा कुंड के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर के दर्शन के लिए हर साल लाखों लोग इस मंदिर का दौरा करते हैं। यह मंदिर भारत का एक महत्वपूर्ण धार्मिक और पर्यटन स्थल है। 

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विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल

भारत के ऐतिहासिक स्थलों में से एक रामप्पा मंदिर अपनी कई खासियत के चलते वर्ष 25 जुलाई 2021 को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी गई। यह निर्णय यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति के 44वें सत्र में लिया गया। आपको बता दें कि अभी तक भारत में कुल 42 विश्व धरोहर स्थल है जिसमें से 33 सांस्कृतिक, 7 प्राकृतिक स्थल और 1 मिश्रित विश्व विरासत स्थल हैं। यह भी बता दें कि वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स इन इंडिया में सबसे पहले 1983 में अजंता की गुफाएं, एलोरा की गुफाएं, ताजमहल और आगरा के किले को शामिल किया गया था। उसके बाद धीरे धीरे कई स्थल जुड़ते चले गए। वहीं हाल ही में शांतिनिकेतन और होयसल के पवित्र मंदिर समूह को वैश्विक धरोहर की सूची में शामिल किया गया है।

रामप्पा मंदिर से जुड़े कुछ तथ्य

रामप्पा मंदिर से जुड़े कुछ तथ्य निम्नलिखित है : 

  • मंदिर के गर्भगृह में, दीवारों को रामायण, शिव पुराण समेत कई प्राचीन ग्रंथों के महाकाव्यों के दृश्यों से उकेरा गया है। 
  • मंदिर परिसर का निर्माण काकतीय शासक गणपति देव की अवधि के दौरान सेनापति रचेरला रुद्र रेड्डी द्वारा किया गया। 
  • मंदिर का शिखर खास ईंटों से बनाया गया है। ऐसा कहा जाता है कि यह ईंटें इतनी हल्की हैं कि पानी में डालने पर तैर सकती हैं। 
  • यह मंदिर बलुआ पत्थर का उपयोग करके बनाया गया था और इसे बनने में करीब 40 साल लगे। 
  • मुख्य रूप से यह शिव मंदिर है, जिसमें कई छोटे मंदिर और संरचनाएं शामिल हैं। 
  • मंदिर के अंदर नौ फीट की शिवलिंग है। वहीं मंदिर में मूर्तियों को कठोर डोलराइट पत्थर से उकेरा गया है। 
  • मंदिर के खंभों पर बनाई गई मूर्तियां भी काफी आकर्षित करती है। ऐसा कहा जाता है कि इन स्तम्भ से टकराने पर संगीत की ध्वनि आती है। 

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FAQs 

रामप्पा मंदिर का दूसरा नाम क्या है?

दक्षिण भारत में तेलंगाना राज्य में स्थित रामप्पा मंदिर, रुद्रेश्वर (भगवान शिव) मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। 

भारत में कुल कितने विश्व धरोहर स्थल हैं?

भारत में कुल 42 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं। हाल ही में नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित शांतिनिकेतन और कर्नाटक में होयसला के पवित्र समूहों को विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया गया। 

रामप्पा मंदिर किस देवता का है?

भारत के तेलंगाना में स्थित रामप्पा मंदिर, एक काकतीय शैली का हिंदू मंदिर है जो हिंदू भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर को रुद्रेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। 

आशा है कि आपको रामप्पा मंदिर, विषय से जुड़ी सभी जानकारी इस लेख में मिल गयी होगी। वैश्विक धरोहर से जुड़े ऐसे ही अन्य ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहिए।

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