मुहावरे जिनका प्रयोग हम लगभग प्रतिदिन करते हैं, मुहावरे हमारी बातों को कम शब्दों में बेहतर तरह से प्रस्तुत करने में मदद करते हैं। कई बार ऐसा होता है कि हम मुहावरों का सही अर्थ न जाने ही उनका प्रयोग कर देते हैं, जिससे अर्थ का अनर्थ हो जाता है। ऐसे में आइए समझते हैं ‘पीठ ठोकना मुहावरे का अर्थ’ (Pith Thokna Muhavare Ka Arth) के साथ वाक्य प्रयोग उदाहरण सहित।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
पीठ ठोकना मुहावरे का अर्थ क्या है?
पीठ ठोकना मुहावरे का अर्थ (Pith Thokna Muhavare Ka Arth) होता है- हिम्मत देना, शाबाशी देना आदि। आसान शब्दों में समझें तो इस मुहावरे का प्रयोग उस स्थिति का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जिसमें कोई व्यक्ति या तो किसी चीज पर उसको हिम्मत देता है या शाबाशी देता है।
पीठ ठोकना पर व्याख्या
“पीठ ठोकना” हिंदी भाषा का एक बेहद लोकप्रिय मुहावरा है जिसका अर्थ होता है- हिम्मत देना, शाबाशी देना । जैसे – नमन ने कड़ी मेहनत के बाद एग्जाम में परीक्षा पास की इसके बाद उसके पिता ने पीठ ठोकी औक उसको एक कार गिफ्ट में दी।
पीठ ठोकना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
पीठ ठोकना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- टारगेट अचीव करने के बाद रविंद्र की पूरे ऑफिस ने पीठ ठोकी।
- रमांक के कॉलेज टॉप करने के बाद उसके प्रिंसिपल ने उसकी पीठ ठोकी।
- लक्ष्य ने अपने एक तरफा मैच जिता कर अपनी टीम को फाइनल में जीत दिला दी, इस काम के लिए पूरी टीम ने उसकी पीठ ठोकी।
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आशा है कि पीठ ठोकना मुहावरे का अर्थ (Pith Thokna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।