महाराष्ट्र सरकार राज्य की शिक्षा में बड़ा बदलाव करने जा रही है। महाराष्ट्र सरकार न्यू एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के हिसाब से मौजूदा वोकेशनल कोर्सेज की जगह नए वोकेशनल कोर्स लागू करेगी। ये बदलाव अगले साल से 11वीं क्लास के सिलेबस में किए जाएंगे।
अलग-अलग फील्ड्स में वोकेशनल कोर्स के लिए शुरू किए जाएंगे
सरकार के द्वारा एक रिज़ॉल्यूशन जारी किया गया है जिसके तहत सभी प्राइवेट और सरकारी कॉलेजों को नए वोकेशनल कोर्स लागू करने से पहले वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग निदेशालय से अनुमति लेने के लिए कहा गया है। ये कोर्सेज तकनीक, कॉमर्स और एग्रीकल्चर फील्ड में शुरू किए जाएंगे।
PSSCIVE ने तैयार किए नए वोकेशनल कोर्सेज
PSSCIVE (PSS सेन्ट्रल इन्टीट्यूट ऑफ़ वोकेशनल एजुकेशन), भोपाल के द्वारा तकनीक, कॉमर्स और एग्रीकल्चर के क्षेत्र में नए कोर्सेज शुरू किए गए हैं। PSSCIVE ने इन क्षेत्रों में 13 नए वोकेशनल कोर्सेज के लिए सिलेबस डिजाइन किए हैं। ये कोर्सेज NEP के तहत शुरू किए जाएंगे और इन्हें कुछ मौजूदा कोर्सेज जैसे सेल्फ एम्प्लॉयमेंट कोर्सेज को बिजनेस फेसिलिटेटर एंड डिस्ट्रीब्यूटर सेल्समैन कोर्स से बदला जाएगा। इसी तरह से कम्प्यूटर साइंस के कोर्सेज को जूनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के कोर्स से बदला जाएगा।
40 साल से भी अधिक समय से वोकेशनल कोर्सेज में बदलाव नहीं किया गया
कुछ वोकेशनल कोर्सेज जैसे टेक्निकल कोर्सेज, कॉमर्स कोर्सेज, होम साइंस, पेरामेडिकल, फिशरीज़ और एग्रीकल्चर कोर्सेज ऐसे हैं जिनमें आख़िरी बार 1978 में कोई बदलाव किया गया था। इन फील्ड्स में महाराष्ट सरकार के एक हज़ार से भी अधिक कॉलेज एक लाख से भी ज्यादा स्टूडेंट्स के लिए वोकेशनल कोर्सेज ऑफर करती है।
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