29 जुलाई 2020 को भारत में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) लॉन्च की गई थी। आज यानि 29 जुलाई को इस NEP ने सफलतापूर्वक 3 वर्ष पूरे कर लिए हैं। इसी मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने शिक्षा महाकुम्भ का उद्घाटन किया है।
देश की पहली NEP वर्ष 1968 में लाई गई थी। दूसरी NEP वर्ष 1986 में लाई गई थी, जिसे 1992 में रिवाइज़ किया गया था। 2020 में लॉन्च की गई NEP इस देश की तीसरी एजुकेशन पॉलिसी है।
NEP 2020 छात्रों के लिए कई एंट्री और एग्जिट ऑप्शन में कई बदलाव करता है, एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (ABC), 5+3+3+4 का एक नया अकादमिक और करिकुलम रिस्ट्रक्चरिंग, जिसमें 3 से 18 वर्ष की आयु (फॉउण्डेशनल स्टेज के रूप में 3 से 8 वर्ष) शामिल है। 8 से 11 प्रेप स्टेज के रूप में, 11 से 14 मिडिल स्टेज के रूप में और 14 से 18 सेकेंडरी स्टेज के रूप में) आदि।
शिक्षा महाकुम्भ पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि “जैसे-जैसे भारत मजबूत हो रहा है, वैसे-वैसे भारत की परंपराओं में दुनिया की दिलचस्पी भी बढ़ रही है”, जबकि हमारे पास ज़ांज़ीबार और अबू धाबी में आईआईटी के दो इंटरनेशनल कैंपस खुल रहे हैं, ऐसे कई और देश हैं जो हमसे अपने देशों में और अधिक आईआईटी कैंपस खोलने का अनुरोध कर रहे हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी आगे कहते हैं कि “नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति प्रैक्टिकल लर्निंग के लिए छात्रों को प्रोत्साहित करती है। यूनिफॉर्मिटी सुनिश्चित करने के लिए, CBSE अब पूरे देश के सभी स्कूलों में एक ही करिकुलम का पालन करेगा। ऐसा करने के लिए, NCERT रिवाइज़्ड सिलेबस शुरू करके प्रक्रिया को आसान बनाने पर काम कर रहा है।”
कोर्स बुक्स अब 22 भारतीय भाषाओं में छात्रों के लिए उपलब्ध होंगी। छात्रों को अब अपनी रीजनल लैंग्वेजेज में पढ़ाई करने से भारतीय युवाओं की प्रतिभा को बढ़ावा मिलेगा।
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