मुगल साम्राज्य का इतिहास (History of Mughal Empire in Hindi) भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है, जिसने भारतीय उपमहाद्वीप की राजनीति, संस्कृति और समाज को गहराई से प्रभावित किया। मुगलों ने 16वीं शताब्दी में भारत में प्रवेश किया और जल्द ही अपनी ताकत और रणनीति के बल पर एक विशाल साम्राज्य की नींव रखी। बाबर से लेकर औरंगजेब तक, मुगलों ने कला, वास्तुकला, प्रशासनिक सुधार और संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि कैसे मुगलों ने अपनी सैन्य शक्ति, कुशल शासन के जरिए भारत में अपना वर्चस्व बनाया और इसे लंबे समय तक बनाए रखा।
उससे पहले नीचे दिए गए इस टेबल के माध्यम से पढ़ें मुग़ल साम्राज्य के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी :
साम्राज्यवंश का नाम | मुगल वंश |
शासन काल | 1526-1857 |
प्रमुख सत्ताकेंद्र स्थान | दिल्ली, औरंगाबाद, आगरा |
प्रमुख शक्तिशाली शासक | बाबर, हुमायूँ, अकबर, जहाँगीर, शाहजहां, औरंगजेब |
मुग़ल काल की प्रमुख इमारतें | ताजमहाल, लाल किला, जामा मस्जिद, बीबी का मकबरा, लाहोर मस्जिद, मोती मस्जिद, तक्ख्त-ए- ताउस आदि। |
प्रथम शासक | बाबर |
अंतिम शासक | बहादूर शाह जफर |
साम्राज्य का कुल शासनकाल | लगभग 331 साल |
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मुगल वंश के शासकों की लिस्ट
Mughal History in Hindi में पढ़िए मुगल वंश के शासकों की लिस्ट :
शासक का नाम | शासनकाल |
बाबर | 30 अप्रैल 1526-26 दिसम्बर 1530 |
हुमायूं | 26 दिसम्बर 1530-17 मई 1540 |
अकबर | 27 जनवरी 1556-27 अक्टूबर 1605 |
जहांगीर | 27 अक्टूबर 1605-8 नवम्बर 1627 |
शाहजहाँ | 8 नवम्बर 1627-31 जुलाई 1658 |
औरंगजेब | 31 जुलाई 1658-3 मार्च 1707 |
बहादुरशाह | 19 जून 1707-27 फ़रवरी 1712 |
जहांदार शाह | 27 फ़रवरी 1712-11 फ़रवरी 1713 |
फर्रुख्शियार | 11 जनवरी 1713-28 फ़रवरी 1719 |
मोहम्मद शाह | 27 सितम्बर 1719-26 अप्रैल 1748 |
अहमद शाह बहादुर | 26 अप्रैल 1748-2 जून 1754 |
आलमगीर द्वितीय | 2 जून 1754-29 नवम्बर 1759 |
शाह आलम द्वितीय | 24 दिसम्बर 1760-19 नवम्बर 1806 |
अकबर शाह द्वितीय | 19 नवम्बर 1806-28 सितम्बर 1837 |
बहादुर शाह द्वितीय | 28 सितम्बर 1837-14 सितम्बर 1857 |
क्या था मुग़लों का इतिहास – Mughal History in Hindi
भारत में मुग़ल राजवंश ने कई सौ वर्षों तक राज किया। मुगल शासकों ने हज़ारों-लाखों लोगों पर शासन किया। भारत उस समय एक नियम के तहत एकत्र हो गया और यहां विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक और राजनीतिक पहल देखी गई। मुग़ल वंश में पूरे भारत में इससे पहले अनेक मुस्लिम और हिंदू राजवंश आपस में भिड़ते थे, उसके बाद मुगल राजवंश के संस्थापक यहां आए। इनमें से एक था बाबर, जो तैमूर लंग का पोता था और गंगा नदी की घाटी के उत्तरी क्षेत्र से आए विजेता चंगेज़खान, जिसने खैबर पर कब्जा करने का निर्णय लिया और अंतत: पूरे भारत पर कब्ज़ा कर लिया।
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भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना और शासक
भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना कब और किसने की, और उनके कितने सम्राट रहे, यह सब आप जानेंगे Mughal History in Hindi में विस्तार से।
बाबर (1526-1530)
Mughal History in Hindi में सबसे पहले नाम आता है बाबर का। बाबर ने भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना की थी और वह पहला मुग़ल सम्राट था। बाबर ने 1526 में हुए पानीपत युद्ध में लोदी वंश को हराकर भारत में मुग़ल साम्राज्य स्थापित किया था। इसी युद्ध के बाद दिल्ली सल्तनत का भी अंत हो गया था और बाबर ने दिल्ली और आगरा पर कब्ज़ा कर लिया था। बाबर ने भारत पर 5 बार हमला किया था। उसने 1519 में यूसुफजई जाति के ख़िलाफ़ भारत में अपना पहला संघर्ष छेड़ा था, इस अभियान में बाबर ने बाजौर और भेरा को अपने कब्जे में कर लिया था।
हुमायूं (1530-1540, 1555-1556)
हुमायूं दूसरा मुगल शासक था, वह 23 साल की उम्र में मुगल सिंहासन पर बैठा था। हूमायूं और शेरशाह के बीच हुई कन्नौज और चौसा की लड़ाई में, शेरशाह ने हुमायूं को पराजित कर दिया था, जिसके बाद हुमायूं भारत छोड़कर चला गया था। उसके बाद हुमायूं ने 1555 में सिकंदर को पराजित कर दिल्ली का राजसिंहासन संभाला था। मुगल सम्राट हुमायूं ने ही हफ्ते में सातों दिन सात अलग-अलग रंग के कपड़े पहनने के नियम बनाए थे।
अकबर (1556-1605)
हुमायूं की मृत्यु के बाद उसका पुत्र अकबर ने मुगल राजगद्दी संभाली थी। 14 साल की उम्र में अकबर को मुगल बना दिया गया था, उनके पिता के मंत्री बैरम खां उनके संरक्षक रहे थे। अकबर को मुगलों में सबसे सफल सम्राट माना गया है। मुग़ल सम्राट अकबर के शासनकाल में मुगल सम्राज्य की एक नई शुरुआत हुई थी। हल्दीघाटी के युद्ध में अकबर को महाराणा प्रताप ने कड़ी टक्कर दी थी और अकबर की हार उसमें निश्चित थी मगर अपनों की गद्दारी के चलते महाराणा प्रताप यह युद्ध हार गए थे।
इस दौरान भारतीय उपमहाद्धीप के ज्यादातर हिस्से पर मुग़ल साम्राज्य ने अपना विस्तार किया था। अकबर ने पंजाब, दिल्ली, आगरा, राजपूताना, गुजरात, बंगाल, काबुल, कंधार में अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया था। अकबर के शासनकाल के दौरान आगरा किला, बुलंद दरवाज़ा, फतेहपुर सीकरी, हुमायूं मकबरा, इलाहाबाद किला, लाहौर किला, और सिकंदरा में उनका खुद का मकबरा समेत कई वास्तुशिल्प कृतियों का निर्माण भी किया गया। अकबर का अपना “दीन ए इलाही” धर्म था।
जहांगीर (1605-1627)
अकबर की मौत के बाद उसके बेटे सलीम (जहांगीर) मुग़ल साम्राज्य के शासक बने। जहांगीर के राज में मुग़ल साम्राज्य का किश्ववर और कांगड़ा के अलावा बंगाल तक विस्तार तो किया गया, लेकिन कोई बड़ी लड़ाई और उपलब्धि हासिल नहीं है। जहांगीर के सिंहासन पर बैठते ही उनके पुत्र खुसरो ने सत्ता पाने की चाहत में उनके खिलाफ षणयंत्र रच आक्रमण कर दिया, जिसके बाद जहांगीर और उसके पुत्र के बीच भीषण युद्ध हुआ। वहीं इस युद्द में सिक्खों के 5वें गुरु अर्जुन देव जी द्वारा खुसरों की मदद्द करने पर जहांगीर ने उनकी हत्या करवा दी थी।
शाहजहां (1627-1658)
शाहजहां को दुनिया के सात अजूबों में से एक ताजमहल के निर्माण के लिए याद किया जाता है, उन्होंने अपनी प्रिय बेग़म मुमताज महल की याद में इस खूबसूरत इमारत का निर्माण करवाया था। शाहजहां, मुग़ल साम्राज्य के सबसे बड़े लोकप्रिय बादशाह थे, जिन्हें पड़ोसी राज्यों के लोग अपनी विदेश नीति के लिए भी सर्वश्रेष्ठ मानते थे। शाहजहां ने अपने शासनकाल में मुग़ल कालीन कला और संस्कृति को जमकर बढ़ावा दिया था, इसलिए शाहजहां के युग को स्थापत्यकला का स्वर्णिम युग एवं भारतीय सभ्यता का सबसे समृद्ध काल के रुप में भी जानते हैं। वहीं शाहजहां को जीवन के अंतिम दिनों में उनके क्रूर पुत्र औरंगज़ेब द्वारा आगरा किला में बंदी बना लिया था।
औरंगज़ेब (1658-1707)
Mughal History in Hindi में सबसे ज्यादा जाना जाने वाला एक और नाम है औरंगज़ेब। औरंगज़ेब अपने पिता शाहजहां को कई सालों तक बंदी बनाने के बाद मुगल सिंहासन की राजगद्दी पर बैठा था। औरंगज़ेब मुग़ल वंश का इकलौता ऐसा शासक था, इसने 49 भारत पर राज किया था। औरंगज़ेब ने अपने शासनकाल में भारतीय उपमहाद्वीप के ज़्यादातर हिस्सों पर अपने साम्राज्य का विस्तार किया था। औरंगज़ेब ने अपने शासनकाल के दौरान कई लड़ाई जीतीं लेकिन वह मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज से बुरी हार हारा था।
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- बहादुर शाह प्रथम (शासनकाल 1707-1712)
- फर्रुख्शियार (शासनकाल 1713-1719)
- मुहम्मद शाह (शासनकाल 1719-1748)
- अहमद शाह बहादुर (शासनकाल 1748-1754)
- आलमगीर द्वितीय (शासनकाल 1754-1759)
- शाहआलम द्वितीय (शासनकाल 1759-1806)
- अकबर शाह द्वितीय (शासनकाल 1806-1837)
- बहादुर शाह ज़फ़र (शासनकाल 1837-1857) आखिरी मुग़ल सम्राट
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मुग़ल इतिहास में मुग़लों के प्रमुख युद्ध और वर्चस्व
Mughal History in Hindi जानने के साथ-साथ यह भी जानिए कि मुगलों ने किस वर्ष कौनसा युद्ध जीता, जो इस प्रकार है:
- 1526 – पानीपत का प्रथम युद्ध – मुगल सम्राट बाबर ने दिल्ली सल्तनत के राजा इब्राहीम लोदी को हराया और भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना कर डाली।
- 1527 – खानवा का युद्ध – बाबर ने वीर राणा सांगा को हराया।
- 1529 – घाघरा का युद्ध – बाबर ने अफगान और बंगाल के सुल्तान को हराया।
- 1539 – चौसा का युद्ध – सूरी राजवंश के राजा शेर शाह सूरी ने मुग़ल सम्राट हुमायूं को हराया।
- 1556 – पानीपत का दूसरा युद्ध – मुग़ल सम्राट अकबर ने हिंदू राजा हेमू को हराया।
- 1567 – थानेसर का युद्ध – अकबर ने सन्यासियों के दो समूहों को हराया।
- 1575 – तुकारोई का युद्ध – अकबर ने बिहार और बंगाल की सल्तनत को हराया।
- 1576 – हल्दीघाटी का युद्ध – अकबर ने वीर महाराणा प्रताप को हराया।
- 1658 – समुगढ़ का युद्ध – मुग़ल सम्राट औरंगजेब और मुराद बक्श ने दारा शिकोह को हराया।
- 1659 – खाजवा का युद्ध – औरंगजेब ने अपने ही भाई शाह शुजा को हराया।
- 1671 – सराईघाट का युद्ध – अहोम सम्राट लाचित बोड़फुकन ने मुगल सेना का प्रतिनिधित्व कर रहे राम सिंह को हराया।
- 1739 – करनाल का युद्ध – ईरानी नादिर शाह ने मुग़ल सम्राट मुहम्मद शाह को हराया और मुग़ल साम्राज्य से बहुमूल्य कोहिनूर हीरा और मोर सिंघासन लूट लिया।
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मुग़ल इतिहास में मुगलों का परिवार वृक्ष
Mughal History in Hindi का एक और भाग है जिसके बारे में जानने के आप जरूर इच्छुक होंगे वह है मुगलों का परिवार वृक्ष जिससे आपको इनकी संतानों के बारे में पता चलेगा जिसकी लिस्ट है-
मुग़ल सम्राट | संतान |
बाबर | 10 |
हुमायूं | 6 |
अकबर | 8 |
जहांगीर | 7 |
शाहजहां | 8 |
औरंगजेब | 10 |
बहादुर शाह प्रथम | 7 |
फर्रुख्शियार | 1 |
मुहम्मद शाह | 1 |
आलमगीर द्वितीय | 1 |
शाह आलम द्वितीय | 1 |
अकबर शाह द्वितीय | 1 |
बहादूर शाह जफर | 2 |
मुगलों के समय की धरोहरें
Mughal History in Hindi में जानिए मुगलों द्वारा बनाई गई धरोहर, जो आज भी भारत और विदेश से आए पर्यटकों का मन मोहते हैं। आइए जानते हैं-
- ताजमहाल (1653)
- लाल किला (1648)
- जामा मस्जिद (1656)
- बीबी का मकबरा (1660)
- लाहोर मस्जिद (1673)
- मोती मस्जिद (1660)
- तक्ख्त-ए- ताउस (17वीं शताब्दी)
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मुग़ल इतिहास के बारे में कुछ रोचक तथ्य
मुग़लों के बारे में यह रोचक तथ्य आपको शायद पहले से न पता हों। तो चलिए, बताते हैं आपको History of Mughal Empire in Hindi से जुड़े रोचक तथ्य।
- मुग़ल शासक शाहजहां ने ताजमहल बनवाया और उसने शिल्पकला और भव्य स्मारक निर्मित किए थे, उस समय में अनमोल हीरे और रत्नों से बना सुंदर सिंहासन भी उसने बनवाया था। इस खास सिंहासन का नाम “तख्त-ए-ताउस” था “ताउस” एक अरबी शब्द है जिसका मतलब मोर या मयूर होता है।
- अकबर एक विचित्र बिमारी से पीड़ित था जिसमें उसे पढ़ने लिखने मे काफी दिक्कतें आती थी। इतिहासकारों के मुताबिक अकबर एक अनपढ़ था, जिन्हें डिस्लेक्सिया यानी पढ़ने लिखने में समस्या की बीमारी थी। अबुल फजल के आईन-ए-अकबरी में भी इस बात का ज़िक्र है।
- अनमोल कोहिनूर हीरा एक वक्त तक मुग़ल साम्राज्य के अधीन था जिसे मुग़ल शासक सर के ऊपर ताज में इस्तेमाल किया करते थे।
- कहा जाता है हुमायूं को नशे की लत थी। इसी के चलते उसे शेरशाह सूरी से पराजय मिली थी तथा कई साल उसे अज्ञातवास में गुजारने पड़े थे। सूरी की मौत के बाद हुमायूं दोबारा सत्ता पर आ गया था।
- औरंगज़ेब ने सत्ता को हासिल करने के लिए अपने ही तीन भाइयों की हत्या कर दी थी। औरंगज़ेब ने मुग़ल शासन की राजधानी को दिल्ली से बदलकर महाराष्ट्र के मराठवाडा मे स्थापित किया था। यहाँ औरंगज़ेब ने अपने नाम से राजधानी के लिए जिस शहर को चुना था, उसे हाल फिलहाल औरंगाबाद कहा जाता है।
- अकबर के समय में सबसे अधिक सैन्य रचना, राज्यों की रचना तथा चलन में काफी सारे बदलाव दिखाई पड़ते है, एक तरह से अकबर दूर दृष्टी वाला शासक था। अकबर के दरबार को नव रत्नों का दरबार कहा जाता है जिसमें बीरबल, तोडरमल, तानसेन इत्यादी शामिल थे।
- भारत के इतिहास में गुप्त साम्राज्य और शाहजहाँ के साम्राज्य को स्वर्णिम युग कहा जाता है, जिसमें अनेक सुंदर वस्तुओं के साथ कला के एक से एक नमुने स्थापित हुए थे।
- लगभग 331 साल तक भारत पर शासन करने वाले मुग़ल शासन का सबसे अधिक विस्तार अकबर, औरंगज़ेब के शासन में हुआ था, इन दोनों शासकों की विचार प्रणाली एक दुसरे से काफी अलग थी। औरंगज़ेब एक कट्टर धार्मिक शासक था, वहीँ अकबर सहिष्णुता से शासन करने वाला शासक सिद्ध हुआ।
FAQs
मध्य-16 वीं शताब्दी और 17-वीं शताब्दी के अंत के बीच मुग़ल साम्राज्य भारतीय उपमहाद्वीप में प्रमुख शक्ति थी। 1526 में स्थापित, यह नाममात्र 1857 तक बचा रहा, जब वह ब्रिटिश राज द्वारा हटाया गया। यह राजवंश कभी कभी तिमुरिड राजवंश के नाम से जाना जाता है क्योंकि बाबर तैमूर का वंशज था।
मुगल साम्राज्य भारतीय इतिहास का सबसे बड़े साम्राज्य में से एक है, जिसकी शुरुवात 16 वी शताब्दी से होती है, तथा अंत 19वी शताब्दी के मध्य में अर्थात 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से पहले हो जाता है। इस साम्राज्य की गद्दी कुल 19 सम्राटों ने संभाली थी। मुगल साम्राज्य का संस्थापक बाबर था जो मध्य एशिया से आया था।
भारतीय उपमहाद्वीप में मुग़ल साम्राज्य के शुरुआती सम्राटों की मातृभाषा भी चग़ताई तुर्की ही थी और बाबर ने अपनी प्रसिद्ध ‘बाबरनामा’ जीवनी इसी भाषा में लिखी थी। आधुनिक काल में उज़बेक भाषा और उइग़ुर भाषा चग़ताई के सबसे क़रीब हैं।
आशा है कि आपको मुगल साम्राज्य का इतिहास (History of Mughal Empire in Hindi) के बारे में सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही इतिहास से संबंधित ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहे।