मौत के मुंह में जाना मुहावरे का अर्थ (Maut Ke Muh Me Jana Muhavare Ka Arth) होता है। सर्कार या किसी खतरना जगह काम करने वाले व्यक्ति जो अपनी जान जोखिम डालते हैं, तो उसके लिए हम मौत के मुंह में जाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप मौत के मुंह में जाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
मौत के मुंह में जाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
मौत के मुंह में जाना मुहावरे का अर्थ (Maut Ke Muh Me Jana Muhavare Ka Arth) होता है- अपनी जान जोखिम डालना, स्वयं को खतरे में डालना आदि।
मौत के मुंह में जाना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “मौत के मुंह में जाना मुहावरे का अर्थ” अनुराग को कई बार मना किया गया उस जगह जाने से लेकिन वह मौत के मुंह में गया।
मौत के मुंह में जाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
मौत के मुंह में जाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- समीर को कई बार मौत के मुंह में से बहार निकला गया है।
- सर्कार में काम करने वाले अपने परिवार के लिए उनको मौत के मुंह में जाना पड़ता हैं।
- कई बार न चाहकर भी ऐसा काम करना पड़ता है, जिससे मौत के मुंह में जाना पड़ता है।
- रोहन ने आग में फसी महिला को मौत के मुंह में जाकर निकला।
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आशा है कि मौत के मुंह में जाना मुहावरे का अर्थ (Maut Ke Muh Me Jana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।