मस्तक झुकाना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Mastak Jhukana Muhavare Ka Arth) ‘किसी के सामने सिर झुकाना’ या ‘श्रद्धापूर्वक नतमस्तक होना’ होता है। जब कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति के आगे श्रद्धापूर्वक सिर झुकाता है तब मस्तक झुकाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ‘मस्तक झुकाना मुहावरे का अर्थ’ (Mastak Jhukana Muhavare Ka Arth) का वाक्यों में प्रयोग और अन्य महत्वपूर्ण मुहावरों के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
मस्तक झुकाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
मस्तक झुकाना मुहावरे का अर्थ (Mastak Jhukana Muhavare Ka Arth) ‘किसी के सामने सिर झुकाना’ या ‘श्रद्धापूर्वक नतमस्तक होना’ होता है।
मस्तक झुकाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
मस्तक झुकाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित हैं:-
- सोहन अपने प्रियजनों के सामने आदरपूर्वक मस्तक झुकाता है।
- वियोम रोजाना मंदिर में प्रार्थना के समय अपना मस्तक झुकाता है।
- अपने बड़ो के सामने मस्तक झुकाना आदर की भावना प्रकट करना होता है।
- अपने दुश्मन के आगे कभी मस्तक झुकाना नहीं चाहिए।
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आशा है कि आपको, मस्तक झुकाना मुहावरे का अर्थ (Mastak Jhukana Muhavare Ka Arth) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।