15+ Mahatma Gandhi Slogan : सत्य और अहिंसा का संदेश देते महात्मा गांधी के प्रेरणादायक नारे

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Mahatma Gandhi Slogan in Hindi

महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता थे, गांधी जी के नारे उनके विचारों और आदर्शों को व्यक्त करते हैं। उन्होंने भारतीयों को अंग्रेजों के खिलाफ अहिंसक प्रतिरोध करने, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने, सामाजिक न्याय के लिए लड़ने और अपने देश पर पूर्ण स्वायत्तता हासिल करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने भारतीयों को अंग्रेजों के खिलाफ अहिंसक प्रतिरोध का मार्ग दिखाया। गांधी जी ने अपने आंदोलनों में कई नारे दिए, जिनमें से कुछ प्रमुख नारे (Mahatma Gandhi Slogan in Hindi) आपको इस ब्लॉग के माध्यम से पढ़ने के लिए मिलेंगे। इस गांधी जयंती पर आप इस ब्लॉग के माध्यम से गांधीजी के नारे और उनके महत्व के बारे में जानकारी प्राप्त कर पाएंगे।

महात्मा गांधी के प्रेरणादायक नारे – Mahatma Gandhi Slogan in Hindi

महात्मा गांधी के प्रेरणादायक नारे (Mahatma Gandhi Slogan in Hindi) कुछ इस प्रकार हैं –

करो या मरो।

भारत छोड़ो।

जहां प्रेम है वहां जीवन है।

भगवान का कोई धर्म नहीं है।

जहां पवित्रता है, वहीं निर्भयता है।

किसी की मेहरबानी मांगना, अपनी आज़ादी बेचना।

किसी की मेहरबानी मांगना, अपनी आजादी बेचना है।

कानों का दुरुपयोग मन को दूषित और अशांत करता है।

दिल की कोई भाषा नहीं होती, दिल-दिल से बात करता है।

मैं मरने के लिए तैयार हूं, पर ऐसी कोई वज़ह नहीं है जिसके लिए मैं मारने को तैयार हूं।

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गांधी जी के प्रमुख नारे

गांधी जी के प्रमुख नारे कुछ इस प्रकार हैं, जिन्होंने समाज की चेतना को जगाए रखना का भर्सक प्रयास किया। गांधी जी के प्रमुख नारे कुछ इस प्रकार हैं;

गांधी जी के प्रमुख नारे

करो या मरो

यह नारा गांधी जी ने 8 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान दिया था। इस नारे में भारतीयों को अंग्रेजों के खिलाफ सशक्त प्रतिरोध करने का आह्वान किया गया था। गांधी जी ने यह नारा देते हुए कहा था कि भारतीयों को अंग्रेजों के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से लड़ना चाहिए, लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो वे हिंसा का भी सहारा ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीयों को अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए, चाहे उन्हें इसके लिए अपनी जान भी देनी पड़े।

अहिंसा परमो धर्म

यह नारा गांधी जी के अहिंसक आंदोलन का मूल मंत्र था। इस नारे में अहिंसा को सर्वोच्च धर्म बताया गया है। गांधी जी का मानना ​​था कि अहिंसा ही एकमात्र तरीका है जिससे शांति और न्याय प्राप्त किया जा सकता है।

गांधी जी ने अहिंसा को एक शक्तिशाली शक्ति के रूप में देखा। उन्होंने कहा कि अहिंसा का उपयोग अन्याय और उत्पीड़न का विरोध करने के लिए किया जा सकता है, बिना हिंसा का सहारा लिए। उन्होंने अहिंसक प्रतिरोध के कई रूपों का इस्तेमाल किया, जैसे सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन, और नागरिक अवज्ञा आंदोलन।

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सत्यमेव जयते

यह नारा गांधी जी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों का प्रतीक है। इस नारे का अर्थ है “सत्य की ही जीत होती है”। यह नारा गांधी जी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों का प्रतीक है। गांधी जी का मानना ​​था कि सत्य ही प्रकृति का नियम है और अंत में सत्य की ही जीत होती है। गांधी जी ने अपने जीवन में हमेशा सत्य का पालन किया, चाहे परिणाम कुछ भी हो। उन्होंने सत्य को सर्वोच्च धर्म बताया और कहा कि सत्य की ही जीत होती है। “सत्यमेव जयते” नारा भारत का राष्ट्रीय नारा है। यह नारा भारतीयों को सत्य के मार्ग पर चलने और सत्य के लिए लड़ने के लिए प्रेरित करता है।

हरिजन सेवा

यह नारा गांधी जी के सामाजिक न्याय के आंदोलनों का प्रतीक है। इस नारे में सभी लोगों को समान अधिकार देने का आह्वान किया गया है।  इसका अर्थ है “दलितों की सेवा”। यह नारा गांधी जी के सामाजिक न्याय के आंदोलनों का प्रतीक है। गांधी जी का मानना ​​था कि सभी लोगों को समान अधिकार और सम्मान दिया जाना चाहिए, चाहे उनकी जाति या धर्म कुछ भी हो।

गांधी जी ने अस्पृश्यता के खिलाफ लड़ाई लड़ी और सभी लोगों के लिए समान अधिकारों के लिए अभियान चलाया। उन्होंने “हरिजन” शब्द का प्रयोग सभी दलित समुदायों के लिए किया, और उन्होंने सभी लोगों को “हरिजन” कहने का आग्रह किया।

गांधी जी ने हरिजन सेवा के लिए कई संगठनों की स्थापना की, जैसे कि हरिजन सेवक संघ और हरिजन सेवा समिति। उन्होंने हरिजन समुदायों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए काम किया।

स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है

यह नारा गांधी जी के स्वराज आंदोलन का प्रतीक है। इस नारे में भारतीयों को अपने देश पर पूर्ण स्वायत्तता हासिल करने का आह्वान किया गया है। गांधी जी ने स्वराज आंदोलन के माध्यम से भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए काम किया। उन्होंने अहिंसक प्रतिरोध के तरीकों का इस्तेमाल किया, जैसे कि सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन, और नागरिक अवज्ञा आंदोलन।

गांधी जी के स्वराज आंदोलन ने भारत की स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस आंदोलन ने भारतीयों को ब्रिटिश शासन के खिलाफ एकजुट किया और उन्हें ब्रिटिश शासन के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से लड़ने के लिए प्रेरित किया।

इनके अलावा, गांधी जी ने कई अन्य नारे भी दिए थे, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में प्रेरणा का स्रोत रहे हैं।

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Mahatma Gandhi Slogan in Hindi : गांधी जी के प्रमुख नारे क्या महत्त्व रखते हैं?

महात्मा गांधी जी के प्रमुख नारे उनके विचारों और आदर्शों को व्यक्त करते हैं। उन्होंने भारतीयों को अंग्रेजों के खिलाफ अहिंसक प्रतिरोध करने, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने, सामाजिक न्याय के लिए लड़ने और अपने देश पर पूर्ण स्वायत्तता हासिल करने के लिए प्रेरित किया। गांधी जी के प्रमुख नारे का महत्व निम्नलिखित है:

वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रेरणास्रोत थे। गांधी जी के नारों ने भारतीयों को अंग्रेजों के खिलाफ एकजुट होने और सशक्त प्रतिरोध करने के लिए प्रेरित किया।

वे आज भी लोगों को प्रेरित करते हैं। गांधी जी के नारे आज भी लोगों को अहिंसा, सत्य, और सामाजिक न्याय के लिए लड़ने के लिए प्रेरित करते हैं।

वे भारतीय संस्कृति और मूल्यों को प्रतिबिंबित करते हैं। गांधी जी के नारे भारतीय संस्कृति और मूल्यों के मूल सिद्धांतों को प्रतिबिंबित करते हैं।

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FAQs

महात्मा गांधी का जन्म कब हुआ था?

महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात, भारत में हुआ था।

महात्मा गांधी के कितने बेटे थे?

महात्मा गांधी की बेटी नहीं थी, उनके चार बेटे थे।

गांधी का पहला पुत्र कौन है?

गांधी जी के पहले पुत्र हीरालाल थे।

महात्मा गांधी का विवाह किससे हुआ था?

महात्मा गांधी का विवाह कस्तूरबा से हुआ था।

महात्मा गांधी का पूरा नाम क्या है?

महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी है।

महात्मा गांधी का सत्याग्रह क्या होता है?

सत्याग्रह, जिसे “सत्य की पथ” या “अहिंसात्मक सत्याग्रह” भी कहा जाता है, महात्मा गांधी द्वारा विकसित किया गया एक अद्वितीय प्रकार का आंदोलन था। इसमें लोग अपने मानवाधिकारों की रक्षा के लिए अहिंसा, सत्य, और आपसी समझ के साथ सड़क पर उतरते थे।

महात्मा गांधी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण घटनाएँ और उनके कार्यक्षेत्र क्या थे?

महात्मा गांधी के जीवन में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ हुईं, जैसे कि दांडी मार्च, सोल्ट सत्याग्रह, खिलाफत आंदोलन, चंपारण आंदोलन, और बरादोली सत्याग्रह। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के लिए अपने जीवन की कई बड़ी प्रक्रियाएँ आयोजित की।

आशा है कि इस ब्लाॅग गांधी जी के प्रमुख नारे (Mahatma Gandhi Slogan in Hindi) में आपको गांधी जी के परिवार के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य  ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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