जलसंधि किसे कहते हैं? जानें विश्व की प्रमुख जलसंधि और महत्व

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जलसंधि किसे कहते हैं

जलसंधि एक प्रकार की भौगोलिक विशेषता है, जिसे जलडमरूमध्य भी कहा जाता है। यह एक ऐसा संकीर्ण जलमार्ग होता है, जो दो बड़े जल स्त्रोतों जैसे- समुद्र, महासागर, खाड़ी या झीलों को जोड़ता है। इसका आकार आमतौर पर डमरू जैसा होता है, जिसके दोनों सिरों पर बड़े जल भाग होते हैं। इस मार्ग से जहाज और नौकाएं एक जलाशय से दूसरे जलाशय तक यात्रा कर पाती हैं। जलसंधि से संबंधित प्रश्नों को UPSC जैसी कई प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछा जाता है। यदि आप भी जानना चाहते हैं कि जलसंधि किसे कहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। इस लेख में आपके लिए उदाहरण और महत्व के साथ कुछ प्रमुख जलसंधियों की जानकारी दी गई है।

जलसंधि किसे कहते हैं?

जलसंधि या जलडमरूमध्य पानी का एक पिंड होता है जो दो बड़े जलस्रोतों को जोड़ता है। आसान भाषा में समझें तो जलसंधि एक ऐसा संकीर्ण जलमार्ग होता है, जो दो बड़े जलस्रोतों, सागरों या महासागरों को जोड़ता है। जलसंधि का भौगोलिक आकार डमरू जैसा होता है, जिसके दो बड़े जलीय भागों के मध्य में जलसंधि होती है। इसका उपयोग आर्थिक क्षेत्र में स्थित देशों के बीच समुद्र के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय परिवहन के लिए किया जाता है।

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जल संधि के उदाहरण

जल संधि के उदाहरण में पाक जलसंधि (भारत और श्रीलंका के बीच), मलक्का जलसंधि (प्रशांत महासागर और हिंद महासागर को जोड़ती है), जिब्राल्टर जलसंधि (अटलांटिक महासागर और भूमध्य सागर को जोड़ती है) और बेरिंग जलसंधि (आर्कटिक महासागर और पूर्वी प्रशांत महासागर को जोड़ती है) शामिल हैं।

जलसंधि का महत्व

यहाँ जलसंधि के महत्व को निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से बताया गया है –

  • अंतरराष्ट्रीय शिपिंग का एक बड़ा हिस्सा जलसंधियों से होकर गुजरता है।
  • आर्थिक दृष्टि से इनका महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि ये जलमार्ग समुद्री व्यापार के लिए शॉर्टकट प्रदान करते हैं।
  • जलसंधियों की चौड़ाई इतनी होती है कि नौकाएं और बड़े जहाज सुरक्षित रूप से यात्रा कर सकें।
  • बता दें कि इसका निर्माण प्राकृतिक प्रक्रियाओं जैसे टेक्टोनिक प्लेट मूवमेंट के माध्यम से हुआ है।
  • किसी जलसंधि पर नियंत्रण रखने वाला देश वैश्विक व्यापार और नौसैनिक रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • जलसंधियाँ महासागर धाराओं को प्रभावित कर जलवायु को संतुलित करती हैं।
  • देखा जाए तो जलसंधि एक समृद्ध पारिस्थितिक तंत्र का आधार होती हैं, जिससे समुद्री जीवन, इकोसिस्टम और समुद्री खाद्य श्रृंखला को समर्थन मिलता है।

भारत की प्रमुख जलसंधियों के नाम

यहाँ आपके लिए भारत की प्रमुख जलसंधियों की जानकारी दी गई है –

सिंधु जलसंधि

अंतरराष्‍ट्रीय पुनर्गठन और विकास बैंक (विश्‍व बैंक) के तत्‍वावधान में 1960 में सिंधु जल समझौता हुआ था। इस संधि पर करांची में पाकिस्‍तान के तत्‍कालीन फिल्‍ड मार्शल मोहम्‍मद अयूब खान और भारत के तत्‍कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने साइन किए थे। 

इसमें भारत को 3 पूर्वी नदियों-रावी, सतलुज और ब्यास के पानी का विशेष उपयोग लगभग 33 मिलियन एकड़-फीट (MAF) की संयुक्त मात्रा के साथ दिया गया था। सिंधु नदी, चिनाब, रावी, झेलम, ब्यास और सतलुज सिंधु प्रणाली का हिस्सा हैं। 

महाकाली संधि (भारत-नेपाल)

भारत और नेपाल ने फरवरी, 1996 में महाकाली संधि की थी। महाकाली नदी पर पंचेश्वर बहुउद्देश्यीय परियोजना इस संधि का केंद्रस्थ है। इसके अलावा इसमें सारदा बैराज, टनकपुर बैराज और पंचेश्वर बांध परियोजना शामिल है। इसका प्रमुख उद्देश्य महाकाली नदी (जिसे भारत में शारदा नदी भी कहा जाता है) के जल संसाधनों का सिंचाई और जलविद्युत परियोजनाओं के लिए एकीकृत और समन्वित विकास करना है।

भारत-बांग्लादेश जलसंधि

17-20 मार्च, 2010 के बीच नई दिल्‍ली में जेआरसी की 37वीं बैठक हुई जिनमें बांग्‍लादेश के साथ जल संसाधन क्षेत्र में सहयोग के संबंध में विभिन्‍न मामलों पर चर्चा की गयी। गंगा जल/ गंगा नदी जल के बंटवारे पर 12 दिसंबर 1996 को भारत और बांग्‍लादेश के प्रधान मंत्रियों के बीच भारत-बांग्‍लादश जल संधि पर हस्ताक्षर किया था जिसे भारत-बांग्लादेश जल संधि के नाम से जाना जाता है। इसके प्रबंधन के लिए एक संयुक्त नदी आयोग (JRC) का गठन किया गया।

भारत-चीन जलसंधि (ब्रह्मपुत्र)

2002 में भारत सरकार ने चीन के साथ भारत आने वाली यालुजंगबू/ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन के द्वारा भारत को जल विज्ञान की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए 5 वर्षों के एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किया था। समझौता ज्ञापन को वर्ष 2008, 2013 और 2018 में अपडेट किया गया था और 5 जून 2023 को यह समाप्त हो गया है।

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विश्व की प्रमुख जलसंधि

विश्व की प्रमुख जलसंधि की जानकारी नीचे दी गई सूची इस प्रकार हैं –

जलसंधि का नामकिन देशों के बीच स्थित हैकिन दो जल निकायों को जोड़ती है
ओट्रान्टो जलसंधिइटली और अल्बानियाएड्रियाटिक सागर और आयोनियन सागर
बाब अल-मन्देब जलसन्धिजिबूती, यमन और सोमाली प्रायद्वीप के इरिट्रियाअदन की खाड़ी और लाल सागर
फॉर्मोसा जलसंधिचीन और ताइवानदक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर
कुक जलसंधिन्यूज़ीलैंडतस्मान सागर और दक्षिण प्रशांत महासागर
युकाटन जलसंधिमेक्सिको और क्यूबामेक्सिको की खाड़ी और कैरेबियन सागर
टार्टरी जलसंधिरूस (पूर्वी रूस-सखालिन द्वीप समूह)ओखोटस्क सागर और जापान सागर
मेसिना जलसंधिइटली और सिसिलीमध्य भूमध्य सागर के भीतर टायरानियन सागर और आयोनियन सागर
बास जलसंधितस्मानिया द्वीप और मुख्य भूमि ऑस्ट्रेलियाग्रेट ऑस्ट्रेलियन बाइट और तस्मान सागर
होर्मुज जलसंधिईरान और ओमानओमान की खाड़ी और फारस की खाड़ी
जमैका चैनलजमैका और हिसपनिओलाकैरेबियन सागर और उत्तरी अटलांटिक
हडसन जलसंधिबाफिन द्वीप और लैब्राडोर प्रायद्वीपहडसन की खाड़ी और लैब्राडोर सागर
मोज़ाम्बिक चैनलमोज़ाम्बिक और मेडागास्करहिंद महासागर
सुंडा जलसंधिइंडोनेशिया का जावा द्वीप अपने सुमात्रा द्वीप के साथ।जावा सागर और हिंद महासागर
फ्लोरिडा जलसंधिक्यूबा और अमेरिकामेक्सिको की खाड़ी और अटलांटिक महासागर
उत्तर चैनलआयरलैंड और स्कॉटलैंडआयरिश सागर और अटलांटिक महासागर
दस डिग्री चैनलकार निकोबार द्वीप समूह और छोटा अंडमानअंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी
बोस्फोरस जलसंधियूरोप को एशिया से विभाजित करता हैकाला सागर से मर्मारा सागर तक
पाक जलसंधिभारत और श्रीलंकाउत्तर-पूर्व में बंगाल की खाड़ी और दक्षिण-पश्चिम में पाक खाड़ी/अरब सागर
बेरिंग जलसंधिअमेरिका से एशियाआर्कटिक महासागर और पूर्वी प्रशांत महासागर
जिब्राल्टर की खाड़ीस्पेन और मोरक्कोअटलांटिक महासागर और भूमध्य सागर
कोरिया जलसंधिजापान और दक्षिण कोरियापूर्वी चीन सागर और जापान सागर
मलक्का जलसंधिमलेशिया और सुमात्रापूर्व में प्रशांत महासागर और पश्चिम में हिंद महासागर
बोनिफेसिओ जलसंधिफ्रांस का कोर्सिका द्वीप और इटली का सार्डिनिया द्वीपटायरहेनियन सागर और भूमध्य सागर
डेविस जलसंधिग्रीनलैंड और कनाडा के बीचबाफिन खाड़ी और लैब्राडोर सागर

FAQs

भारत और श्रीलंका के बीच कौन सी जलसंधि है?

भारत और श्रीलंका के बीच पाक जल संधि है। यह जलसंधि बंगाल की खाड़ी को दक्षिण-पश्चिम में पाक खाड़ी से जोड़ती है और भारत के तमिलनाडु राज्य को श्रीलंका के उत्तरी प्रांत से अलग करती है।

जलसंधि से आप क्या समझते हैं?

जलसंधि एक प्रकार की भौगोलिक विशेषता है, जिसे जलडमरूमध्य भी कहा जाता है। बता दें कि यह एक ऐसा संकीर्ण जलमार्ग होता है, जो दो बड़े जल स्त्रोतों जैसे- समुद्र, महासागर, खाड़ी या झीलों को जोड़ता है।

विश्व की प्रमुख जलसंधि कौन सी हैं?

विश्व की कुछ प्रमुख जलसंधियों में मलक्का जलसंधि, जिब्राल्टर जलसंधि, होर्मुज जलसंधि, पाक जलसंधि, और बेरिंग जलसंधि हैं। विश्व की प्रमुख जलसंधियाँ सही मायनों में अलग-अलग महासागरों और समुद्रों को जोड़ने का काम करती हैं, साथ ही ये सामरिक और आर्थिक रूप से भी महत्वपूर्ण हैं।

आशा है कि आपको जल संधि से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही UPSC से संबंधित अन्य लेख पढ़ने के लिए Leverege Edu के साथ बने रहें।

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