जल भुन जाना मुहावरे का अर्थ (Jal Bhun Jana Muhavare Ka Arth) होता है क्रोध या ईर्ष्या से अत्यंत दुखी होना, तो उसके लिए जल भुन जाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप जल भुन जाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
जल भुन जाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
जल भुन जाना मुहावरे का अर्थ (Jal Bhun Jana Muhavare Ka Arth) होता है, क्रोध या ईर्ष्या से अत्यंत दुखी होना।
जल भुन जाना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “जल भुन जाना मुहावरे का अर्थ” है की सुरेश जरा-सी बात पर जल-भुन कर राख हो जाता है।
जल भुन जाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
जल भुन जाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- सुरेश जरा-सी बात पर जल-भुन कर राख हो जाता है।
- राकेश ने जैसे ही अपने दोस्त को किसी और के साथ घूमने जाते देखा तो वह जल भुन के राख हो गया।
- सुमन ने परीक्षा में टॉप किया तो उसे देख कर बाकि बच्चें जल भुन गए।
- साक्षी की शादी एक आमिर घराने में तय हो गई, जिसे देख उसकी सौतेली बहन जल भुन कर राख हो गई।
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आशा है कि जल भुन जाना मुहावरे का अर्थ (Jal Bhun Jana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।