हर साल 6 अगस्त को हिरोशिमा दिवस मनाया जाता है। यह दिन 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिरोशिमा पर बमबारी की याद दिलाता है, जब शहर पर परमाणु बम गिराया गया था। अमेरिका द्वारा किए गए इस हमले में हजारों लोगों की जान चली गई थी। बता दें कि इस दिन को हर साल उन लोगों की याद में मनाया जाता है जिन्होंने इस त्रासदी का सामना किया और यह विश्वभर में शांति और परमाणु हथियारों की समाप्ति के लिए एक संकल्प का प्रतीक है। इस दिवस से जुड़े सवाल कई बार स्टूडेंट्स से प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पूछ लिए जाते हैं। इसलिए इस ब्लॉग में हिरोशिमा दिवस (Hiroshima Day in Hindi) के बारे में दिया गया है।
हिरोशिमा दिवस क्या है?
हिरोशिमा दिवस (Hiroshima Day in Hindi) हर साल 6 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन 1945 में हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराए जाने के दिन को चिह्नित करता है। इस घटना ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान लाखों लोगों की जान ले ली थी। हिरोशिमा और नागासाकी पर बमबारी के बाद, हर साल 6 अगस्त को हिरोशिमा दिवस पर शांति और परमाणु हथियारों की समाप्ति के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस दिन का उद्देश्य युद्ध और हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाना और विश्व शांति की दिशा में प्रयास करना है।
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जापान के किस शहर में गिराया गया था बम?
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका ने जापान के शहर हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराया था, जिसके तीन दिन बाद अमेरिका ने एकबार फिर जापान के नागासाकी शहर पर बम गिराया।
तीन दिन बाद गिरा था एक और बम
6 अगस्त को हिरोशिमा पर बम गिरने के ठीक तीन दिन बाद ही जापान के नागासाकी पर एक और परमाणु बम गिरा। इस बम का नाम ‘फैट मैन’ था, जो की नागासाकी के ऊपर सुबह 11 बजे गिरा था। इस विस्पोट की वजह से लगभग 40 हजार लोग मारे गए। एक सर्वे के मुताबिक नागासाकी में नुकसान बहुत कम हुआ क्योंकि यह बम एक घाटी में गिरा और उसी वजह से उसका असर ज्यादा नहीं फैला। इसका असर केवल 1.8 वर्ग मील तक ही हुआ था।
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जापान पर परमाणु बम का क्या प्रभाव पड़ा?
6 अगस्त 1945 में अमेरिका ने जापान पर परमाणु बम गिराया। बमबारी की वजह से हिरोशिमा में लगभग 140,000 लोग मारे गए और नागासाकी में लगभग 74,000 लोग मारे गए थे। साथ ही बहुत से लोग घायल भी हुए थे और उनमें से कई लोगों को विकिरण (Radiation) से ल्यूकेमिया, कैंसर और त्वचा रोग जैसे भयानक दुष्प्रभावों का सामना करना पढ़ा था।
हिरोशिमा में 70% इमारतें नष्ट हो गई थी, जिसकी वजह से उस वर्ष में कई लोग बेघर हो गए थे और 1945 के अंत तक अनुमानित 140,000 लोगों की मौत हो गई थी।
न्यूक्लियर हमला होने के बाद भी जापान इतना सफल देश क्यों है?
न्यूक्लियर हमला होने के बाद भी जापान इतना सफल देश क्यों है के बारे में यहाँ बताया गया है :
- जापानी समाज में उच्च स्तर की अनुशासन, सामूहिकता और कड़ी मेहनत की प्रवृत्ति है। इन गुणों ने जापान को नष्ट होने के बाद भी जल्दी पुनर्निर्माण और विकास की दिशा में बढ़ने में मदद की।
- जापान की शिक्षा प्रणाली उच्च गुणवत्ता की है और इसमें तकनीकी और विज्ञान पर जोर दिया जाता है। इसने एक कुशल और सक्षम जनसंख्या का निर्माण किया है, जो अर्थव्यवस्था और नवाचार में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
- जापान ने तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान में महत्वपूर्ण निवेश किया है। यह देश इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल और अन्य उद्योगों में अग्रणी है, जिससे इसकी आर्थिक वृद्धि और सफलता सुनिश्चित हुई है।
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FAQs
हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिकी वायु सेना ने परमाणु बम गिराया था।
हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम का नाम “लिटिल बॉय” था। नागासाकी पर गिराए गए बम का नाम “फैट मैन” था।
हिरोशिमा शहर परमाणु बम के पीड़ितों को सांत्वना देने और स्थायी विश्व शांति की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करने के लिए शांति स्मारक समारोह आयोजित करता है । यह समारोह हिरोशिमा पीस मेमोरियल पार्क में मेमोरियल सेनोटाफ के सामने आयोजित किया जाता है।
यह दिन हर साल निर्दोष नागरिकों की क्रूर हत्याओं की याद के रूप में मनाया जाता है । द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी शहरों पर परमाणु बमबारी को चिह्नित करने के लिए हर साल 6 अगस्त को दुनिया भर में हिरोशिमा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
हिरोशिमा दिवस 6 अगस्त को मनाया जाता है।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको Hiroshima Day in Hindi से जुड़ी पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
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EK Vistrat Jankari Mili Is lekh Ko padakar. Dhanyvad
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आपका आभार, ऐसे ही हमारी वेबसाइट पर बने रहिए।
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