हिंदी विश्व की प्रमुख भाषाओं में से एक है तथा भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। एथनोलॉग के अनुसार हिन्दी विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। जब हमें हिन्दी पढ़ना अच्छे से नहीं आता है तब हम सोचते हैं कि Hindi reading practice कैसे करें? Hindi reading practice के लिए टिप्स क्या है? Hindi reading practice को और बेहतर कैसे बनाएं? Hindi reading practice online भी हो सकती है? Hindi reading practice online कैसे करें? Hindi reading practice online कहाँ से करें? इस ब्लॉग में विस्तार इस बारे में बताया गया है।
This Blog Includes:
- Hindi Reading Practice टिप्स
- वर्णमाला का ज्ञान
- हिन्दी व्याकरण का सही ज्ञान
- रोजाना हिन्दी की किताब पढ़ें
- टाइमर का उपयोग करें
- अधिक से अधिक हिंदी के शब्दों का इस्तेमाल करें
- लोगों में बोलें
- जितना हो सके तेजी से साफ पढ़ना सीखें
- हिंदी गाने सुनें
- जो हिंदी की किताब आपको अच्छी लगती है उसे दोबारा पढ़ें
- शब्दकोश तैयार करें
- प्रतिदिन पढ़ने का अभ्यास करें
- हिंदी रीडिंग प्रैक्टिस पैराग्राफ
- हिंदी रीडिंग प्रैक्टिस पुस्तकें
- FAQs
Hindi Reading Practice टिप्स
नीचे दी गई टिप्स को फॉलो करके आप Hindi reading practice कर सकते है या Hindi reading practice को और बेहतर बना सकते हैं:
वर्णमाला का ज्ञान
हिंदी वर्णमाला का सही ज्ञान होना आवश्यक है। जब बच्चा बोलना सीखता है तो वह माला के इन्हीं कणों से शब्दों को मिलाकर बोलता है। जब विद्यालय में प्रवेश लेते हैं सबसे प्रारंभिक कक्षा में हमें वर्णों का ज्ञान सिखाया जाता है। जैसे इंग्लिश में अल्फाबेट के बिना इंग्लिश नहीं बोली या लिखी जा सकती ठीक उसी प्रकार हिंदी में वर्णमाला के बिना हिंदी को लिखा और पढ़ा नहीं जा सकता। इसके लिए हिंदी वर्णमाला पहली सीढ़ी है। यदि हमें हिंदी वर्णमाला का सही ज्ञान है तभी हम किसी की बात को समझ भी सकते हैं अन्यथा किसी के द्वारा शब्दों को कहे जाने पर हमें वह शब्द और वर्ण अनजान से लगने लगते हैं। वर्णमाला को याद करने का तरीका यही है कि हम उसे लगातार रोज पढ़ें तथा लिखें। इसी के साथ हमें मात्राओं का ज्ञान होना भी आवश्यक है। यह इतनी महत्वपूर्ण है कि बच्चों द्वारा की गई प्रारंभिक कक्षाओं में लगातार कई सालों तक इन्हीं का ज्ञान दिया जाता है। हिंदी वर्णमाला को हम वर्ण से शुरू होने वाले शब्दों के चित्र को देखकर भी उसका ज्ञान अर्जित कर सकते हैं। जैसे- अ से अनार
हिन्दी व्याकरण का सही ज्ञान
वर्णमाला के साथ-साथ हिंदी भाषा में कितने स्वर तथा व्यंजन होते हैं यह भी जानना आवश्यक है। सही तरीके से हिंदी बोलना सीखने के लिए हिंदी व्याकरण का ज्ञान आवश्यक है जिसमें हिंदी व्याकरण के कई विषय शामिल हैं। इसका उपयोग हम रोजमर्रा की ज़िंदगी में अपने विचारों को दूसरे के सामने दृढ़ रुप से प्रदर्शित कर सकते हैं जैसे- संज्ञा, सर्वनाम, मुहावरे, उपवाक्य, लोकोक्तियां, पर्यायवाची शब्द, शब्द और पद, वर्ण विच्छेद, काल, लिंग, शुद्ध और अशुद्ध शब्द आदि। Hindi reading practice online भी कर सकते हैं आपको यह सभी टॉपिक ऑनलाइन मिल जाएंगे जिससे आप Hindi reading practice online कर सकते हैं।
रोजाना हिन्दी की किताब पढ़ें
हिंदी पढ़ना सीखने के लिए हमें रोज़ अखबार पढ़ना चाहिए। इसी के साथ साथ हमें कई हिंदी की मोटिवेशनल बुक्स भी पढ़नी चाहिए जो हमें मोटिवेट करने के साथ-साथ हमारी हिंदी बोलने की क्षमता का भी विकास करती है। रोज़ाना अखबार और पुस्तक पढ़ने से हमें नए-नए अक्षरों का ज्ञान होता है तथा हम हिंदी का सही ढंग से उच्चारण करना सीखते जाते हैं। अखबार पढ़ने से हमें कई नए नए शब्दों का ज्ञान भी होता है। अखबार तथा पुस्तक पढ़ते समय शब्दों के ज्ञान के साथ-साथ उनके भावों को भी समझने की कोशिश करना चाहिए। आज कल हिन्दी अखबार प्रकाशन उनकी वेबसाइट या ऐप पर ऑनलाइन भी अखबार उपलब्ध करवाते हैं जिससे आप Hindi reading practice online भी कर सकते हैं।
टाइमर का उपयोग करें
हिंदी पढ़ते समय आप एक टाइमर रखें और टाइम नोट करें जिससे आपको यह पता चलेगा कि आप कितनी देर में एक पैराग्राफ पढ़ पा रहे हैं। अगली बार और कम टाइम में उसे पढ़ने का प्रयास करें। इसी तरह बार-बार आप टाइमर का प्रयोग करके अपनी स्पीड को बढ़ा सकते हैं।
अधिक से अधिक हिंदी के शब्दों का इस्तेमाल करें
जब भी आप बोले तो हमेशा हिंदी में ही बोलने और पढ़ने का अभ्यास करें। यदि आपको किसी अन्य भाषा का शब्द सुनने में आता है और अच्छा लगता है तो आप उसके प्रति जिज्ञासु हो जाए कि उसका हिंदी अर्थ क्या होगा। और उन शब्दों को ध्यान में रखकर बोलने और पढ़ने में उपयोग करें।
लोगों में बोलें
आप जब भी ग्रुप में बैठे हैं या कहीं आपको बोलने का मौका मिले तो आप बेझिझक हिंदी भाषा का इस्तेमाल करें। जिससे आपकी Hindi reading practice में सुधार होता जाएगा। यदि आपको कोई किताब या अन्य कुछ अच्छा लगता है तो लोगों के सामने हिंदी पढ़ने की कोशिश करें।
जितना हो सके तेजी से साफ पढ़ना सीखें
हो सकता है आप पहली बार जब हिंदी Hindi reading practice करें तो मुश्किल हो लेकिन जब आप बार-बार जितना ज्यादा आप से हो सके तेजी से और शब्दों को साफ-साफ पढ़ने की कोशिश करें। धीरे-धीरे आपकी हिंदी पढ़ने की स्किल्स में सुधार होता चला जाएगा।
हिंदी गाने सुनें
हिंदी गानों से हम उनके भावों और शब्दों को समझ पाते हैं। हिंदी गानों के लिरिक्स आसान और सरल होते हैं। हिंदी गानों को लगातार सुनने से वह हमें जल्दी याद हो जाते हैं। जैसे यदि हम कोई फिल्म देखते हैं तो हमें उसकी पूरी स्टोरी याद हो जाती है ठीक उसी प्रकार यदि हम कोई गाना सुनते हैं तो उस गाने की लिरिक्स भी याद हो जाते हैं। हिंदी टीवी शो तथा न्यूज़ चैनल देखने से भी हमें हिंदी को सीखने में मदद मिलती है।
हिंदी न्यूज़ चैनलों में बोलने के साथ-साथ शब्द दिखाई भी देते हैं जिनकी सहायता से हम शब्दों को ढंग से सीख सकते हैं। टीवी शो तथा गाने सुनने से जो चीज हमें किताब पढ़ने से उतनी याद नहीं होती उतना हमें वह चीज चित्रों के माध्यम से देखने तथा सुनने से याद हो जाती हैं। कई ऐसे भी सिंगर हैं जो विदेशी तथा अंग्रेज होने के बावजूद भी हिंदी गाने अच्छे से गा लेते हैं और हिंदी के शब्दों पर पकड़ बना लेते हैं।
यह सिर्फ इसलिए होता है क्योंकि वहां उन गानों को बार-बार सुनते हैं और शब्दों के भावों को समझ कर उसे समझने की कोशिश करते हैं ठीक उसी प्रकार यदि आप भी हिंदी सीखना चाहते हैं तो आपको भी शब्दों के भावों को समझकर शब्दों को रोजमर्रा की जिंदगी में दोहराने की जरूरत है। यदि आप से बार बार वह शब्द गलत भी निकलता है तो भी निरंतर प्रयास करने की जरूरत है। नियंत्रण प्रयास करने से ही उच्चारण सही होता चला जाता है।
जो हिंदी की किताब आपको अच्छी लगती है उसे दोबारा पढ़ें
यह हम सभी जानते हैं यदि हमें कोई किताब अच्छी लगती है तो हम उसे दोबारा पढ़ना चाहते हैं। यदि आपको हिंदी की कोई किताब अच्छी लगती है तो आप उसे दोबारा पढ़ें जिससे आप पढ़ने में और रुचि लेंगे जो आपकी Hindi reading practice में मदद करेगी।
शब्दकोश तैयार करें
हमें शब्दों को सीखने के लिए किसी ना किसी साधन की आवश्यकता होती है हमें यदि इंग्लिश के वर्ड पता है तो हम उसे हिंदी में जानने के जिज्ञासु हो जाते हैं ऐसे में हमारी डिक्शनरी बेहद मददगार साबित होती है। डिक्शनरी में लाखों शब्द होते हैं जिनका इंग्लिश से हिंदी में रूपांतरण दिया हुआ होता है। आधुनिक युग के साथ कई ऐप के रूप में भी डिजिटल डिक्शनरी उपलब्ध है जिसे हम प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। साथ ही साथ गूगल की मदद से भी हम अपने शब्दों का अनुवाद कर सकते हैं। आप अपनी स्वयं की भी एक डिक्शनरी तैयार करें जिसमें आपको जो भी शब्द अच्छे लगते हैं, कठिन लगते हैं या रोजाना सुनने में आते हैं या पढ़ने में आते हैं उन्हें उस में लिखें और समय-समय पर उन्हें पढ़ते रहें।
प्रतिदिन पढ़ने का अभ्यास करें
Practice makes a man perfect यह तो आपने सुना ही होगा कि जितनी ज्यादा आप किसी काम को करने की प्रैक्टिस करेंगे उतना ही ज्यादा वह काम अच्छा होता चला जाएगा। यदि आपको किसी भाषा को पढ़ना सीखना है तो आप जितना ज्यादा उसे पर बार-बार पढ़ते रहेंगे तो आप उसमें सुधार देखते चले जाएंगे। Hindi reading practice के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज़ प्रतिदिन पढ़ने का अभ्यास करना है।
हिंदी रीडिंग प्रैक्टिस पैराग्राफ
नीचे दिए गए पैराग्राफ को बार-बार पढ़ने का अभ्यास करके Hindi reading practice कर सकते हैं :
जब हम कोई भी भाषा सीखते हैं या कुछ ऐसा करते हैं जहाँ लोगों के समक्ष बोलने या करने की आवश्यकता है तो हम घबराते हैं और कदम पीछे खींचने का सोचने लगते हैं। इसके लिए हमारा आईना सबसे मददगार साबित होता है हम आईने में देखकर प्रैक्टिस कर सकते हैं और अपने ज्ञान कौशल को बढ़ा सकते हैं। हम सिर्फ शब्दों से ही बातचीत नहीं कर सकते हमें शब्दों से वाक्य बनाना भी आना चाहिए यह अति आवश्यक है। शब्दों से वाक्य बनायें और Hindi Bolna Sikhe हम जितना शब्दों के ज्ञान को विकसित करते हैं इतना ज्यादा हम वाक्य बनाना सीख सकते हैं।
हिंदी रीडिंग प्रैक्टिस पुस्तकें
हिंदी रीडिंग प्रैक्टिस के लिए कुछ पुस्तकें हैं:
- Key2practice Class 1 & 2 Hindi Workbook
- Sampurn Hindi Matra Gyan
- Sahi Hindi Sunder Hindi
- Sampoorna Hindi Maatra Gyan
FAQs
प्रदेश में सबसे शुद्ध हिन्दी भाषा बोली जाती हैं। काशी, इलाहाबाद, अवध शुरू से ही हिन्दी भाषा का केन्द्र बिन्दु रहे हैं।
हिंदी भाषा का इतिहास लगभग एक हजार वर्ष पुराना माना गया है। संस्कृत भारत की सबसे प्राचीन भाषा है, जिसे आर्य भाषा या देवभाषा भी कहा जाता है। हिंदी इसी आर्य भाषा संस्कृत की उत्तराधिकारिणी मानी जाती है, साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि हिंदी का जन्म संस्कृत की ही कोख से हुआ है।
भाषा शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के भाक शब्द से हुई जिसका अर्थ है बोलना, यानि जब हमने बोलना सीखा उसी समय भाषा का भी जन्म हो गया । भाषा की लिखित अभिव्यक्ति पुरापाषाण काल मे हुई , तब ये सांकेतिक रूप में चित्रित की गई, और धीरे धीरे समय के साथ भाषा के चिन्हों को विकसित किया जाता रहा।
उम्मीद है, Hindi reading practice के लिए टिप्स आपको इस ब्लॉग में मिल गई होंगी। यदि आप इसी तरह के और भी आकर्षक ब्लॉग Leverage Edu Hindi Blogs यहां से पढ़ सकते हैं।