Himachal Pradesh Ka Sthapana Diwas 2025: हिमाचल प्रदेश का स्थापना दिवस

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Himachal Pradesh Ka Sthapana Diwas

Himachal Pradesh Ka Sthapana Diwas 2025: 25 जनवरी, हिमाचल प्रदेश का स्थापना दिवस, एक ऐसा दिन जब वादियां गर्व से लहराती हैं और हवाओं में संस्कृति की मधुर धुन गूंजती है। इस हिमाचल प्रदेश का स्थापना दिवस (Himachal Pradesh Ka Sthapana Diwas 2025) ब्लॉग के जरिये इस खूबसूरत राज्य की गौरवशाली यात्रा के बारें में जानेंगे। 

हिमाचल प्रदेश के राजकीय प्रतीक उसकी प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। हिम तेंदुआ यहाँ का राजकीय पशु है, जो ऊँचे बर्फीले क्षेत्रों में पाया जाता है। वेस्टर्न ट्रेगोपेन एक खूबसूरत और दुर्लभ पक्षी है जिसे राजकीय पक्षी का दर्जा प्राप्त है। पिंक रोडोडेंड्रोन, जिसे स्थानीय रूप से बुरांस या बुरुंश भी कहा जाता है, राज्य का राजकीय पुष्प है और यह वसंत ऋतु में पहाड़ों को रंगीन बना देता है। राज्य की आधिकारिक भाषाएँ हिंदी और विभिन्न स्थानीय बोलियाँ हैं। हिमाचल प्रदेश नदियों और झीलों से समृद्ध है, जिनमें सतलुज, व्यास, रावी और पार्वती प्रमुख हैं, जिन पर महत्वपूर्ण बांध भी बनाए गए हैं। यहाँ कई खूबसूरत झीलें भी स्थित हैं जो पर्यटन के आकर्षण का केंद्र हैं। इसके अतिरिक्त, राज्य में कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यान भी हैं जो इसकी जैव विविधता को संरक्षित करते हैं।

श्रेणीनाम
राजकीय जंतुहिम तेंदुआ
राजकीय पक्षीवेस्टर्न ट्रेगोपेन
राजकीय पुष्पपिंक रोडोडेंड्रोन / बुरांस / बुरुंश
राजकीय भाषाएँहिंदी और स्थानीय बोलियाँ
प्रमुख नदियाँसतलुज, व्यास, रावी, पार्वती
प्रमुख बांँधभाखड़ा बांँध (सतलुज), गोबिंद सागर जलाशय (सतलुज), कोल्डम बांँध (सतलुज), पंडोह बांँध (व्यास), महाराणा प्रताप सागर जलाशय (व्यास), चमेरा बांँध (रावी)
प्रमुख झीलेंरेणुका, रेवलसर, खज्जियार, दाल, ब्यास कुंड, दसौर, ब्रिघू, पराशर, मणि महेश, चंदर ताल, सूरज ताल, करेरी, सरोलसर, गोविंद सागर, नाको झील
राष्ट्रीय उद्यानग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान, पिन वैली राष्ट्रीय उद्यान, खिरगंगा राष्ट्रीय उद्यान, इंदरकिला राष्ट्रीय उद्यान, सिंबलबारा राष्ट्रीय उद्यान

हिमाचल प्रदेश का स्थापना दिवस (Himachal Pradesh Ka Sthapana Diwas)

हिमाचल प्रदेश, जिसका अर्थ है ‘बर्फ से ढके पहाड़ों का प्रांत’, अपनी मनमोहक प्राकृतिक सुंदरता और भारतीय गणराज्य के एक महत्वपूर्ण राज्य के रूप में अपने गठन की गौरवशाली कहानी के लिए जाना जाता है। हर साल 25 जनवरी को हिमाचल प्रदेश अपना स्थापना दिवस मनाता है, जो इस खूबसूरत पहाड़ी राज्य के पूर्ण राज्यत्व की प्राप्ति का प्रतीक है। यह दिन हिमाचलियों के लिए अपनी समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक यात्रा और विकास की गाथा को याद करने और उसका जश्न मनाने का अवसर है।

हिमाचल प्रदेश का प्रारंभिक गठन (1948-1956)

हिमाचल प्रदेश का गठन एक लंबी और दिलचस्प प्रक्रिया का परिणाम है। स्वतंत्रता के बाद, 15 अप्रैल 1948 को लगभग 30 रियासतों को मिलाकर हिमाचल प्रदेश को मुख्य आयुक्त प्रांत बनाया गया। यह एकीकरण सरदार वल्लभभाई पटेल के नेतृत्व में भारतीय रियासतों के एकीकरण का हिस्सा था। 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू होने पर हिमाचल प्रदेश ‘ग’ श्रेणी का राज्य बना, जिसका प्रशासन केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त उपराज्यपालों के माध्यम से चलता था। 1 नवंबर 1956 को राज्यों के पुनर्गठन के बाद, हिमाचल प्रदेश को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया गया।

हिमाचल प्रदेश का पूर्ण राज्यत्व के लिए संघर्ष और प्राप्ति (1956-1971)

केंद्र शासित प्रदेश बनने के बावजूद, हिमाचल के लोगों का पूर्ण राज्यत्व का संकल्प और भी मजबूत होता गया। डॉ. यशवंत सिंह परमार जैसे दूरदर्शी नेताओं ने इस आंदोलन का नेतृत्व किया। उन्होंने हिमाचल की विशिष्ट पहचान और विकास की आवश्यकताओं को राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। आखिरकार, 18 दिसंबर 1970 को संसद ने ऐतिहासिक हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम पारित किया और 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश आधिकारिक रूप से भारतीय गणराज्य का 18वां पूर्ण राज्य बन गया। तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने शिमला के रिज मैदान पर पूर्ण राज्यत्व की आधिकारिक घोषणा की।

हिमाचल प्रदेश के स्थापना दिवस का महत्व और समारोह

हिमाचल प्रदेश का स्थापना दिवस मात्र एक सरकारी औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह हिमाचल के लोगों के दृढ़ संकल्प, एकता और अपनी विशिष्ट पहचान को बनाए रखने के उनके अटूट प्रयासों का जीवंत सम्मान है। इस दिन राज्य भर में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, रंगारंग परेड और पारंपरिक लोक नृत्यों के मनमोहक प्रदर्शन आयोजित किए जाते हैं। सरकारी भवनों को सजाया जाता है और राज्य की विकास यात्रा तथा उपलब्धियों को दर्शाया जाता है। यह दिन हिमाचल की अनूठी लोक कला, संगीत, नृत्य, वेशभूषा और पारंपरिक व्यंजनों को प्रदर्शित करने का भी एक महत्वपूर्ण मंच है।

स्वतंत्रता के बाद का हिमाचल प्रदेश

स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात, हिमाचल प्रदेश ने एक सुव्यवस्थित विकास यात्रा तय की, जिसके प्रमुख पड़ाव इस प्रकार रहे:

  • मुख्य आयुक्त प्रांत (1948): 15 अप्रैल, 1948 को हिमाचल प्रदेश मुख्य आयुक्त के अधीन एक प्रांत के रूप में अस्तित्व में आया। यह प्रारंभिक गठन विभिन्न रियासतों के एकीकरण का परिणाम था।
  • ‘भाग C’ राज्य (1950): 26 जनवरी, 1950 को भारतीय संविधान लागू होने के साथ ही हिमाचल प्रदेश ‘भाग C’ राज्यों की श्रेणी में शामिल हो गया।
  • बिलासपुर का विलय (1954): 1 जुलाई, 1954 को पड़ोसी रियासत बिलासपुर का हिमाचल प्रदेश में विलय कर दिया गया, जिससे राज्य का भौगोलिक क्षेत्र और विस्तृत हुआ।
  • केंद्रशासित प्रदेश (1956): राज्य पुनर्गठन आयोग की सिफारिशों के आधार पर 1 नवंबर, 1956 को हिमाचल प्रदेश को केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा दिया गया।
  • क्षेत्रीय विस्तार (1966): 1 नवंबर, 1966 को कांगड़ा और पंजाब के अन्य पहाड़ी क्षेत्रों के अधिकांश भाग को हिमाचल प्रदेश में मिला दिया गया, यद्यपि यह उस समय भी केंद्रशासित प्रदेश ही बना रहा।
  • पूर्ण राज्यत्व (1971): 18 दिसंबर, 1970 को संसद द्वारा हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम पारित किया गया, और अंततः 25 जनवरी, 1971 को हिमाचल प्रदेश भारतीय संघ के अठारहवें राज्य के रूप में पूर्ण राज्य बनकर उभरा।

हिमाचल प्रदेश की प्रगति और चुनौतियां

पूर्ण राज्यत्व प्राप्ति के बाद, हिमाचल प्रदेश ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण जैसे विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की है। इसकी प्राकृतिक सुंदरता इसे एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनाती है। हालांकि, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण संरक्षण, शहरीकरण का दबाव और सतत विकास की आवश्यकता जैसी चुनौतियां अभी भी मौजूद हैं।

हिमाचल प्रदेश का प्रेरणा और भविष्य का संकल्प

हिमाचल प्रदेश का स्थापना दिवस न केवल एक ऐतिहासिक घटना का स्मरण है, बल्कि यह हिमाचल के लोगों की जीवंत भावना, उनकी सांस्कृतिक समृद्धि और प्रगति की अटूट यात्रा का उत्सव है। यह दिन हमें एकता, दृढ़ संकल्प और सामूहिक प्रयासों के महत्व को याद दिलाता है और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित करता है।

FAQs 

हिमाचल प्रदेश अपना स्थापना दिवस कब मनाया जाता है?

25 जनवरी को हिमाचल प्रदेश का स्थापना दिवस मनाया जाता है। 

15 अप्रैल 1948 को हिमाचल में क्या हुआ था?

15 अप्रैल 1948 की हिमाचल प्रदेश चीफ़ कमिश्नर के राज्यों के रूप में अस्तित्व में आया।

हिमाचल में 25 जनवरी क्यों मनाया जाता है?

हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा 25 जनवरी 1971 को प्रदान किया गया और यह देश का 18वां राज्य बना।

हिमाचल का पुराना नाम क्या था?

हिमाचल प्रदेश के कुछ पुराने नाम त्रिगर्त, कुल्लुट था।  

हम हिमाचल दिवस क्यों मनाते हैं?

क्यूंकि इस दिन 1948 में हिमाचल प्रदेश को भारत के एक प्रांत के रूप में बनाया गया था।

हिमाचल प्रदेश को राज्य का स्थापना दिवस कब मिला?

18 दिसंबर, 1970 को संसद द्वारा हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम पारित किया गया और 25 जनवरी, 1971 को नया राज्य अस्तित्व में आया।

आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको हिमाचल प्रदेश का स्थापना दिवस (Himachal Pradesh Ka Sthapana Diwas 2025) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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