गुस्सा पीना मुहावरे का अर्थ (Gussa Peena Muhavare Ka Arth) होता है गुस्सा आने पर भी चुप रह जाना, तो उसके लिए गुस्सा पीना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप गुस्सा पीना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
गुस्सा पीना मुहावरे का अर्थ क्या है?
गुस्सा पीना मुहावरे का अर्थ (Gussa Peena Muhavare Ka Arth) होता है गुस्सा आने पर भी चुप रह जाना।
गुस्सा पीना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “गुस्सा पीना मुहावरे का अर्थ” है की गुस्सा आने पर भी चुप रह जाना। इस मुहावरे का प्रयोग तब किया जाता है जब कोई व्यक्ति किसी भी कारण से गुस्सा आने पर भी चुप रह जाता है और अपना गुस्सा व्यक्त नहीं करता है।
गुस्सा पीना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
गुस्सा पीना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- बच्चों की नादानियां को देखकर अक्सर माता-पिता अपने गुस्से को पी जाते हैं।
- कक्षा में आज सारे बच्चे काफी हल्ला कर रहे थे लेकिन फिर भी शिक्षक ने किसी को भी नहीं डांटा शिक्षक ने अपने गुस्से को पी लिया।
- मोहन ने सोहन को आज कक्षा में काफी अपमानित किया लेकिन फिर भी सोहन ने अपना गुस्सा पी लिया और मोहन को कुछ भी नहीं कहा।
- आज राकेश के मैनेजर ने राकेश को काफी डांट लगाई लेकिन फिर भी राकेश को अपना गुस्सा पीकर सभी काम को सही करके देना पड़ा।
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आशा है कि गुस्सा पीना मुहावरे का अर्थ (Gussa Peena Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।