G7 History in Hindi : जानें क्या है G7 का इतिहास और महत्व?

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G7 History in Hindi

जी-7 एक मंच है जो आर्थिक नीति और सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा करने के लिए वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए जाना जाता है। जी-7 ग्रुप के सदस्य कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका हैं। 2024 में G7 Summit 13 से 15 जून 2024 तक इटली के अपुलिया के फसानो शहर के बोर्गो एग्नाज़िया में आयोजित किया जा रहा है। जी-7 प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए इस ब्लाॅग में हम G7 History in Hindi जानेंगे।

G7 शिखर सम्मेलन के बारे में

जी-7 की स्थापना चार दशक से भी अधिक समय पहले राजनीतिक नेताओं की एक वार्षिक सभा के रूप में की गई थी, जिसका उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और ऊर्जा सहित विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श और आदान-प्रदान करना था। इसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं।

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G7 शिखर सम्मेलन का इतिहास क्या है?

G7 History in Hindi को समझा जाए तो तेल संकट के जवाब में 1975 में ग्रुप ऑफ सेवन (G7) की स्थापना की गई थी। फ्रांस, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिमी जर्मनी ने 1975 में ग्रुप ऑफ सिक्स का गठन किया ताकि गैर-साम्यवादी शक्तियां आर्थिक चिंताओं पर चर्चा करने के लिए एक साथ आ सकें, जिसमें उस समय ओपेक तेल प्रतिबंध के बाद मुद्रास्फीति और मंदी शामिल थी। 

इस ग्रुप में कनाडा बाद में शामिल हुआ था। पहला G7 शिखर सम्मेलन प्यूर्टो रिको में आयोजित किया गया था। G7 (ग्रुप ऑफ़ सेवन) का कोई एक मुख्यालय नहीं है। यह देशों का एक अनौपचारिक समूह है जो सालाना बैठक करता है। G7 की अध्यक्षता हर साल सदस्य देशों के बीच घूमती रहती है।

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G7 शिखर सम्मेलन का महत्व क्या है?

G7 मूल रूप से वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास से संबंधित मुद्दों से निपटता है। पिछले कुछ वर्षों में, इसने अपने एजेंडे को व्यापक बनाया है। जी-7 का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण प्रभाव माना जाता है और इसने कई प्रमुख वैश्विक पहलों का नेतृत्व का काम किया है। जी7 वैश्विक शासन, आर्थिक समन्वय, संकट प्रबंधन और अंतर्राष्ट्रीय एजेंडे को आकार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको G7 History in Hindi : G7 का इतिहास और महत्व के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। एग्जाम की तैयारी और बेहतर करने व UPSC में पूछे जाने वाले क्वैश्चंस के बारे में अधिक जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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