Essay on Jawaharlal Nehru in Hindi: पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध

1 minute read
Essay on Jawaharlal Nehru in Hindi

Essay on Jawaharlal Nehru in Hindi: पंडित जवाहरलाल नेहरू, भारत के पहले प्रधानमंत्री, स्वतंत्रता संग्राम के महानायक और आधुनिक भारत के निर्माता थे। 14 नवंबर 1889 को जन्मे नेहरू जी को बच्चों के प्रति उनके प्रेम के कारण ‘चाचा नेहरू’ कहा जाता है। उन्होंने शिक्षा, विज्ञान, और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देकर भारत को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया। नेहरू जी का मानना था कि देश का भविष्य बच्चों की शिक्षा और विकास पर निर्भर है, इसलिए उनके जन्मदिन को ‘बाल दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस ब्लॉग में, उनके जीवन और योगदान पर आधारित प्रभावी जवाहरलाल नेहरू पर निबंध (Jawaharlal Nehru Essay in Hindi) के उदाहरण दिए गए हैं।

पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध 100 शब्दों में

पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध (Essay on Jawaharlal Nehru in Hindi) 100 शब्दों में इस प्रकार है :

पंडित जवाहरलाल नेहरू, भारत के पहले प्रधानमंत्री, आधुनिक भारत के निर्माता और स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता थे। उनका जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ। नेहरू जी ने शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देकर देश को प्रगति की राह पर अग्रसर किया। बच्चों के प्रति उनके प्रेम के कारण उन्हें ‘चाचा नेहरू’ कहा जाता है। उनके नेतृत्व में भारत ने एक मजबूत और आधुनिक राष्ट्र के रूप में पहचान बनाई। गांधीवादी विचारधारा और समाजवाद के प्रति उनकी निष्ठा ने देश के विकास में अहम भूमिका निभाई। उनके योगदान को आज भी देश श्रद्धा से याद करता है।

पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध 150 शब्दों में

पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध (Essay on Jawaharlal Nehru in Hindi) 150 शब्दों में इस प्रकार है:

पंडित जवाहरलाल नेहरू, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता और भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। उनका जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ। नेहरू जी बच्चों के प्रति अपने स्नेह के लिए ‘चाचा नेहरू’ के नाम से प्रसिद्ध हैं। उन्होंने महात्मा गांधी के साथ स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भूमिका निभाई और 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री बने।

नेहरू जी ने आधुनिक भारत की नींव रखने में अहम योगदान दिया। उन्होंने औद्योगिकीकरण, शिक्षा और विज्ञान को बढ़ावा देकर देश को विकास के पथ पर अग्रसर किया। उनकी नीतियां समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों पर आधारित थीं। बच्चों के प्रति उनका प्यार और उनके विकास के लिए किए गए प्रयासों के कारण, उनकी जयंती 14 नवंबर को ‘बाल दिवस’ के रूप में मनाई जाती है। नेहरू जी का जीवन और विचार आज भी देश को प्रेरित करते हैं।

यह भी पढ़ें : Jawaharlal Nehru Quotes – जवाहर लाल नेहरू के प्रेरक कथन जो करेंगे सभी को प्रोत्साहित

पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध 200 शब्दों में

पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध (Jawaharlal Nehru Essay in Hindi) 200 शब्दों में इस प्रकार है :

पंडित जवाहरलाल नेहरू भारतीय इतिहास के ऐसे महानायक थे, जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता के बाद एक नई दिशा दी। उनका जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ। उनकी शिक्षा इंग्लैंड के प्रतिष्ठित संस्थानों से हुई, लेकिन उनकी आत्मा भारत की माटी में रची-बसी थी। नेहरू जी का जीवन राष्ट्र सेवा और समाज सुधार के लिए समर्पित था।

महात्मा गांधी के नेतृत्व में, नेहरू जी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई। वे भारतीय स्वतंत्रता के न केवल एक योद्धा थे, बल्कि आज़ाद भारत के निर्माता भी थे। प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने औद्योगिकीकरण, शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में आधारशिला रखी। उनका मानना था कि बच्चों और युवाओं का विकास ही देश की प्रगति का मार्ग है।

नेहरू जी ने एक धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी भारत का सपना देखा, और इस दिशा में कई योजनाओं की शुरुआत की। उनकी दूरदृष्टि ने भारत को आधुनिकता की ओर बढ़ाया। बच्चों के प्रति उनके प्रेम और समर्पण के कारण उन्हें ‘चाचा नेहरू’ कहा जाता है। उनके जन्मदिन को भारत में ‘बाल दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। नेहरू जी का जीवन त्याग, समर्पण और प्रगति का प्रतीक है, जो हमें अपने सपनों के भारत के निर्माण के लिए प्रेरित करता है। उनका योगदान हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेगा।

यह भी पढ़ें : जवाहरलाल नेहरू की पुस्तकें कौन सी हैं? यहां देखें पूरी लिस्ट

पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध 500 शब्दों में

पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध (Jawaharlal Nehru Essay in Hindi) 500 शब्दों में इस प्रकार है :

प्रस्तावना

जवाहरलाल नेहरू भारतीय इतिहास के महान नेता थे, जिनका योगदान देश की स्वतंत्रता संग्राम में अविस्मरणीय रहा। उनका जन्म 14 नवंबर, 1889 को इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश में हुआ था। वे पंडित मोतीलाल नेहरू के बेटे थे। नेहरू का पूरा नाम पंडित जवाहरलाल नेहरू था, लेकिन उन्हें बच्चों के प्रिय चाचा नेहरू के रूप में भी जाना जाता है।

नेहरू ने अपने जीवन में स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया और देश के विकास और प्रगति के लिए प्रयास किए। उनका बचपन इलाहाबाद में बहुत खुशनुमा रहा, जहां उन्हें शिक्षा और संस्कृति के प्रति गहरा रुचि हुई। उनके पिता पंडित मोतीलाल नेहरू एक विद्वान थे और उनके प्रभाव में नेहरू ने भी विशेषज्ञता प्राप्त की। उन्होंने इंग्लैंड में पढ़ाई की और वहां से वापस आकर वकालत का प्रशिक्षण लिया।

नेहरू को गांधीजी से मिलने का मौका 1916 में मिला, और उन्होंने गांधीजी के विचारों में रुचि देखकर उनके संग जुड़ गए। गांधीजी के अनुयायी बनने के बाद, नेहरू ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपना संपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने सत्याग्रह और अहिंसा के सिद्धांतों को अपनाया और ब्रिटिश सरकार के खिलाफ नागरिक अविष्कार की योजना बनाई।

नेहरू बने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री

1947 में भारत को आज़ादी मिलने के बाद, नेहरू को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया। उनके प्रधानमंत्री पद कार्यकाल में भारत को एक आधुनिक और समृद्ध राष्ट्र बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। उन्होंने देश को सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए योजनाएं बनाई और शिक्षा, विज्ञान, और तकनीकी विकास को प्रोत्साहित किया। उन्हें शांति के पक्षधर के रूप में भी जाना जाता है और उन्होंने बहुसंख्यक देशों के साथ दोस्ताना संबंध स्थापित किए।

नेहरू के नेतृत्व में भारत ने विश्व में अपनी पहचान बनाई और उच्च स्थान पर खड़ा हुआ। उनकी शिक्षा और विचारधारा के प्रति उनके प्यार और समर्पण से नेहरू की लोकप्रियता और चारित्रिकता ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख व्यक्ति बना दिया। उनके नेतृत्व में भारत ने नॉन-आलाइड आंदोलन का आधार स्थापित किया और उच्चस्तरीय शिक्षा, स्वास्थ्य, और आर्थिक विकास में प्रगति की।

नेहरू के शासनकाल में, भारतीय वैज्ञानिकों और शिक्षकों ने विज्ञान, और तकनीकी क्षेत्र में अनेक उपलब्धियों को हासिल किया। भारत ने पहली बार अटॉमिक ऊर्जा परीक्षण की योजना बनाई और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ओपन यूनिवर्सिटी की स्थापना नेहरू के प्रधानमंत्री कार्यकाल में हुई।

पंडित नेहरू छात्रों के लिए प्रेरणा

पंडित नेहरू ने हमेशा शिक्षा और बच्चों के समग्र विकास पर जोर दिया। उनका मानना था कि बच्चों का सही मार्गदर्शन और शिक्षा ही राष्ट्र की प्रगति का मार्ग है। चाचा नेहरू ने बालकों के लिए अनेक योजनाएं बनाई, जिनमें शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए काम किया। उनकी दूरदृष्टि ने भारत में एक नया शिक्षा प्रणाली का निर्माण किया और बच्चों को आदर्श नागरिक बनने की प्रेरणा दी।

उनकी जयंती 14 नवंबर को ‘बाल दिवस’ के रूप में मनाई जाती है, जो हमारे लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। चाचा नेहरू की सोच और कार्यों से हर विद्यार्थी को यह सिखने को मिलता है कि शिक्षा ही एक समाज की सशक्तता और राष्ट्र की प्रगति का आधार है। उनकी शिक्षाओं के कारण आज भी लाखों बच्चों के दिलों में चाचा नेहरू का आदर्श जीवित है।

उपसंहार

नेहरू का देशवासियों के साथ संबंध बहुत गहरा था और वे बच्चों के प्यारे चाचा बने रहे। उनकी मृत्यु विश्वास्य और अपूर्व दुःख का कारण बनी। उनका निधन 27 मई, 1964 को हुआ, लेकिन उनकी स्मृति हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेगी।

जवाहरलाल नेहरू एक महान व्यक्तित्व थे जिनका योगदान भारतीय इतिहास में गौरवपूर्ण है। उनकी नेतृत्व और सेवा-भावना का उदाहरण आज भी लोगों को प्रेरित करता है। वे एक सच्चे राष्ट्रनिर्माता थे जिन्होंने देश के समृद्धि और समृद्धि के लिए प्रयास किए। उनके साथी रहने का अनुभव भारत के लोगों के लिए अद्भुत और यादगार रहा है। नेहरू एक ऐसे लीडर थे जिनका संघर्ष, समर्पण, और समर्थन भारत को स्वतंत्रता की ऊँचाइयों तक ले गया। उनकी स्मृति को सदैव नमन करते हुए हम उन्हें एक महान योद्धा और देशभक्त के रूप में याद करते हैं।

यह भी पढ़ें : जवाहरलाल नेहरू पर भाषण

जवाहरलाल नेहरू पर 10 लाइन

पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में 10 लाइन इस प्रकार हैं:

  1. पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री थे और उनका कार्यकाल 15 अगस्त 1947 से 27 मई 1964 तक था।
  2. उनका जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था, और उनका नाम पंडित मोतीलाल नेहरू के साथ जुड़ा हुआ था।
  3. नेहरू जी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के साथ मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और देश को आज़ादी दिलाने में योगदान दिया।
  4. वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रमुख नेता थे और 1916 में महात्मा गांधी के नेतृत्व में सक्रिय हुए।
  5. नेहरू ने भारतीय संविधान के निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाई, जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ।
  6. उनकी विचारधारा समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता और पंथनिरपेक्षता पर आधारित थी, जो भारतीय समाज के विकास में योगदान देने वाली थीं।
  7. शिक्षा के क्षेत्र में नेहरू जी का योगदान अत्यधिक था, और उन्होंने बालकों के लिए कई योजनाएं बनाई, जिसके कारण उनकी जयंती 14 नवंबर को ‘बाल दिवस’ के रूप में मनाई जाती है।
  8. नेहरू जी के नेतृत्व में भारत ने औद्योगिकीकरण, विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में कई ऐतिहासिक कदम उठाए, जिसमें अणुशक्ति कार्यक्रम का भी शामिल था।
  9. उन्हें बच्चों का प्रिय “चाचा नेहरू” नाम से जाना जाता है, और उनकी शिक्षा और राष्ट्रनिर्माण में योगदान से उन्हें हमेशा याद किया जाता है।
  10. उनका निधन 27 मई 1964 को हुआ, लेकिन उनका प्रभाव आज भी भारतीय राजनीति और समाज में महसूस किया जाता है, और उनकी विरासत सशक्त राष्ट्र की पहचान बन गई।

जवाहरलाल नेहरू पर निबंध कैसे लिखें?

जवाहरलाल नेहरू पर निबंध (Jawaharlal Nehru Essay in Hindi) लिखने के लिए आप निम्नलिखित बिंदुओं का पालन कर सकते हैं:

  1. निबंध की शुरुआत पंडित नेहरू के जन्म, उनके महत्व, और उनके योगदान का संक्षिप्त परिचय देने से करें।
  2. बच्चों या छात्रों के लिए निबंध को आसान और समझने योग्य भाषा में लिखें।
  3. उनके स्वतंत्रता संग्राम, प्रधानमंत्री बनने के बाद उनके कार्य, और बच्चों के प्रति उनके स्नेह पर ध्यान केंद्रित करें।
  4. नेहरू जी के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान और महात्मा गांधी के साथ उनके कार्यों का उल्लेख करें।
  5. उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद के कार्य जैसे औद्योगिकीकरण, शिक्षा, विज्ञान आदि पर जानकारी दें।
  6. उनके बच्चों के प्रति प्रेम और क्यों उन्हें चाचा नेहरू कहा जाता है, यह बिंदु ज़रूर शामिल करें।
  7. अंत में पंडित नेहरू के योगदान का संक्षिप्त सारांश दें और बताएं कि उनका प्रभाव आज भी समाज पर बना हुआ है।
  8. निबंध को स्पष्ट रूप से तीन हिस्सों में बांटें: परिचय, मुख्य भाग, और उपसंहार।
  9. छोटे व सरल वाक्यों का इस्तेमाल करें ताकि निबंध पढ़ने में सरल हो।

FAQs 

जवाहरलाल नेहरू की पत्नी का नाम क्या था?

उनकी पत्नी का नाम कमला नेहरू था। 

जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री कब बने थे?

1967 नेहरू भारत के प्रधानमंत्री बने थे।

जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु कब हुई?

27 मई 1964 के दिन नेहरू जी की मृत्यु हुई। 

जवाहरलाल नेहरू कितने साल तक प्रधानमंत्री रहे थे?

जवाहर लाल नेहरू जब भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने तब वे लगभग 58 वर्ष के थे और 17 साल तक उस पद पर रहे। इनका जन्म इलाहाबाद में 14 नवंबर 1889 को हुआ।

पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म कब और कहां हुआ था?

पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था।

पंडित नेहरू को ‘चाचा नेहरू’ क्यों कहा जाता है?

पंडित नेहरू को बच्चों के प्रति अपनी गहरी स्नेहभावना के कारण ‘चाचा नेहरू’ कहा जाता है। वे हमेशा बच्चों के अधिकारों के लिए काम करते थे और उनके विकास में रुचि रखते थे।

पंडित नेहरू का योगदान बच्चों के लिए क्या था?

पंडित नेहरू ने बच्चों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास के क्षेत्र में कई योजनाएं बनाई। उनकी जयंती 14 नवंबर को ‘बाल दिवस’ के रूप में मनाई जाती है।

पंडित नेहरू के बारे में कौन सी किताबें प्रसिद्ध हैं?

पंडित नेहरू की जीवनी पर कई किताबें लिखी गई हैं, जिनमें “The Discovery of India” और “Toward Freedom” प्रमुख हैं।

पंडित नेहरू ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में कब और कैसे प्रवेश किया?

पंडित नेहरू ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में 1919 में प्रवेश किया और महात्मा गांधी के नेतृत्व में स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया।

पंडित नेहरू का योगदान भारतीय विज्ञान में क्यों महत्वपूर्ण है?

पंडित नेहरू का योगदान भारतीय विज्ञान में अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनके नेतृत्व में भारत ने अंतरिक्ष अनुसंधान, परमाणु ऊर्जा और तकनीकी क्षेत्र में प्रगति की।

संबंधित आर्टिकल्स

नक्सलवाद पर निबंधगुरु पूर्णिमा पर निबंध
रक्तदान पर निबंधवर्षा जल संचयन पर निबंध
बसंत ऋतु पर निबंधसावन पर निबंध
सूखा पर निबंधखाद्य सुरक्षा पर निबंध
मौलिक अधिकार पर निबंधनैतिक शिक्षा का महत्व पर निबंध
अभ्यास का महत्व पर निबंधमाता-पिता पर निबंध
बचत का महत्व पर निबंधआतंकवाद पर निबंध
जैविक खेती पर निबंधरेड क्रॉस पर निबंध
रीसायकलिंग पर निबंधपरीक्षा का तनाव पर निबंध
संत रविदास जयंती पर निबंधग्लोबल वार्मिंग पर निबंध
मानवाधिकार पर निबंधस्वच्छता पर निबंध
वृक्षारोपण के लाभ पर निबंधभारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में महात्मा गांधी पर निबंध
ईश्वर चंद्र विद्यासागर पर निबंधमेरा देश भारत पर निबंध
ओलंपिक खेल पर निबंधवर्षा ऋतु पर निबंध
लक्ष्मी सहगल पर निबंधमेरा प्रिय खेल पर निबंध
व्यावसायिक शिक्षा पर निबंध

आशा हैं, आपको इस ब्लाॅग में दिए गए पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निबंध (Essay on Jawaharlal Nehru in Hindi) के सैंपल पसंद आए होंगे। इसी प्रकार के हिंदी निबंध के ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

Leave a Reply

Required fields are marked *

*

*