Class 11 Hindi Chapter 10 Aatma ka Taap Question Answer : जानिए ‘आत्मा का ताप’ पाठ का सारांश, लेखक परिचय और प्रश्न उत्तर

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Class 11 Hindi Chapter 10 Aatma ka Taap Question Answer

NCERT कक्षा 11 की हिंदी टेक्स्टबुक आरोह भाग 1 का पाठ आत्मा का ताप सबसे महत्वपूर्ण पाठों में से एक है। ‘आत्मा का ताप’ पाठ के लेखक सैयद हैदर रज़ा है जिन्होंने इस पाठ में अपने जीवन के शुरुआती दौर और कला के प्रति समर्पण की कहानी बताई है। कक्षा 11 के विद्यार्थियों को इस पाठ की अच्छी समझ होनी चाहिए। इस कड़ी में यह लेख उन विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस लेख में पाठ का सारांश, लेखक परिचय और Class 11 Hindi Chapter 10 Aatma ka Taap Question Answer का वर्णन किया गया है। जिसे जानने के लिए ये लेख आपको अंत तक पढ़ना होगा। उससे पहले Class 11 Hindi Chapter 10 Aatma ka Taap Question Answer से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी आप नीचे दिए गए तालिका में देख सकते हैं-

बोर्ड सीबीएसई बोर्ड
टेक्स्टबुक एनसीईआरटी
कक्षा 11 
विषयहिंदी (आरोह)
पाठ संख्या 10 
पाठ का नाम आत्मा का ताप 

लेखक परिचय

‘आत्मा का ताप’ पाठ के लेखक सैयद हैदर रज़ा एक जाने माने भारतीय चित्रकार थे जिनका जन्म 22 फरवरी 1922 ई में मध्य प्रदेश के बाबरिया गाँव में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा नागपुर बोर्ड से पास की। इसके बाद 1940 में, वे ‘सर जयजराव कला विद्यालय’ में शामिल हुए, जहाँ उन्होंने चित्रकला की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद  वह पेरिस चले गए, पेरिस जाकर उन्होंने कला का अध्ययन किया और कई प्रसिद्ध कलाकारों से मुलाकात की। पेरिस से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वे भारत लौटे और भारत में अपनी कला की अनेक प्रदर्शनियाँ आयोजित की। साथ ही आधुनिक भारतीय कला को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अमूर्त कला को भारत में लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। रज़ा को उनके जीवनकाल में कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए, जिनमें पद्म श्री (1981), पद्म भूषण (1987), और पद्म विभूषण (2007) शामिल हैं। सैयद हैदर रज़ा भारतीय कला के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे जिनका निधन 23 जुलाई 2016 को हुआ था।

आत्मा का ताप पाठ का सारांश

यह पाठ सैयद हैदर रज़ा के जीवन के शुरुआती दौर और कला के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है। इस पाठ में लेखक ने कला के क्षेत्र में अपने आरंभिक संघर्षों और सफलताओं का वर्णन किया है। लेखक ने इस पाठ के माध्यम से अपने जीवन और कला-संघर्ष, कला के प्रति अपने जुनून का चित्रण किया है। और साथ ही विभिन्न लोगों द्वारा उन्हें प्रोत्साहन और सहायता मिलने का उल्लेख किया है। इसके अलावा कला के प्रति समर्पण और लगन से सफलता प्राप्त करने का संदेश दिया है। इस पाठ में लेखक ने हमें कला के प्रति समर्पण और लगन से सफलता प्राप्त करने की प्रेरणा दी है। इसके माध्यम से लेखक ने हमें यह सिखाया कि कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं माननी चाहिए। यह पाठ कलाकारों और कला प्रेमियों के लिए प्रेरणादायक है।

आत्मा का ताप पाठ के शब्दार्थ

Class 11 Hindi Chapter 10 Aatma ka Taap Question Answer में कठिन शब्द और उनके अर्थ नीचे दिए गए हैं-

  • अटारी: घर की छत के नीचे का कमरा।
  • मिट्टी का तेल: दीपक जलाने के लिए इस्तेमाल होने वाला तेल।
  • ताबीज: बुरी आत्माओं से बचाने के लिए पहना जाने वाला वस्तु।
  • मुफलिसी: गरीबी।
  • तन्हाई: अकेलापन।
  • भाषा की बाधा: किसी भाषा को न समझ पाने की समस्या।
  • सामाजिक अलगाव: समाज से अलग-थलग होना।
  • प्रेरणा: किसी काम को करने के लिए प्रोत्साहन।

आत्मा का ताप पाठ के प्रश्नोत्तर

आत्मा का ताप पाठ के प्रश्नोत्तर निम्नलिखित हैं-

  • रज़ा ने अकोला में ड्राइंग अध्यापक की नौकरी क्यों नहीं स्वीकार की?

उत्तर : रज़ा को मुंबई का वातावरण बहुत पसंद था। वहाँ चित्रकारी के लिए कई गैलरियां थी, जिससे रज़ा प्रेरित होगये। वहीं रज़ा का मुख्य लक्ष्य भी एक प्रसिद्ध कलाकार बनना था। उन्हें विश्वास था कि मुंबई में रहकर वे अपने सपने को पूरा कर सकते हैं। इसलिए जब उन्हें अकोला में ड्राइंग अध्यापक की नौकरी मिली तो उन्होंने स्वीकार नहीं की।

  • मुंबई में रहकर कला के लिए रज़ा ने क्या-क्या संघर्ष किए?

उत्तर : रज़ा को मुंबई में कई आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। वह सुबह से लेकर शाम तक एक्सप्रेस ब्लॉक स्टूडियो और उसके बाद चित्र बनाकर आर्ट सोसाइटी में प्रदर्शित करता था।। इस दौरान वह अक्सर भूखे रह जाते थे। रज़ा को रहने के लिए एक उचित जगह नहीं मिल पा रही थी। वे कई बार फर्श पर सोते थे। लेकिन इन सब के वाबजूद भी लेखक ने हार नहीं मानी। उनके इस लगन और मेहनत को देखकर जलील साहब ने उसे आर्ट डिपार्टमेंट में रहने के लिए एक कमरा दे दिया। वह वहां रात देर तक काम करता था और चित्र बनाकर आर्ट सोसाइटी में प्रदर्शित करता था। शुरुआत में रजा के ड्रॉइंग्स को बहुत कम लोग स्वीकार करते थे। लेकिन धीरे धीरे इनमें से कुछ चित्र बिकने लगे। इस तरह उन्होंने पैसा इक्कठा करके जे० जे० स्कूल ऑफ़ आर्ट में प्रवेश लिया। 

  • भले ही 1947 और 1948 में महत्वपूर्ण घटनाएँ घटी हों, मेरे लिए वे कठिन बरस थे- रजा ने ऐसा क्यों कहा?

उत्तर : 1947 में एक तरफ जहाँ भारत के आज़ाद होने की ख़ुशी थी, वहीं दूसरी तरफ विभाजन की त्रासदी भी थी। वहीं 1948 में गांधी की हत्या ने देश को स्तब्ध कर दिया था। रज़ा ने इन्हें कठिन बरस इसलिए कहा, क्योंकि इस दौरान उनकी माँ का भी देहांत हो गया था और अगले साल उनके पिता जी का देहांत हो गया। इस प्रकार अचानक ही उन पर ज़िम्मेदारियाँ आ गई थीं जिससे उनका जीवन और ज्यादा कठिन हो गया था।

  • रज़ा के पसंदीदा फ्रेंच कलाकार कौन थे?

उत्तर : रज़ा के पसंदीदा फ्रेंच कलाकारों में शामिल थे सेज़ाँ, वॉन गॉज, गोगाँ पिकासो, मातीस, शागाल और ब्रॉक थे। लेकिन इन सब में से वे पिकासो से सर्वाधिक प्रभावित थे।

  • तुम्हारे चित्रों में रंग है, भावना है, लेकिन रचना नहीं है। तम्हें मालूम होना चाहिए कि चित्र इमारत की ही तरह बनाया जाता है-आधार, नींव, दीवारें, बीम, छत और तब जाकर वह टिकता है-यह बात

(क) किसने, किस संदर्भ में कही?
(ख) रज़ा पर इसका क्या प्रभाव पड़ा?

उत्तर : (क) यह बात प्रसिद्ध फोटोग्राफर हेनरी कार्तिए-ब्रेसाँ ने श्रीनगर की यात्रा के दौरान सैयद हैदर रज़ा के चित्रों को देखकर कही थी। 

(ख) फ्रेंच फोटोग्राफर की सलाह का रज़ा पर गहरा प्रभाव पड़ा। मुंबई लौटकर उन्होंने अलयांस फ्रांस में फ्रेंच सीखने के लिए दाखिला लिया।

  • रज़ा को जलील साहब जैसे लोगों का सहारा न मिला होता तो क्या तब भी वे एक जाने-माने चित्रकार होते? तर्क सहित लिखिए।

उत्तर : जी हाँ, अगर रज़ा को जलील साहब जैसे लोगों का सहारा न मिला होता तो भी वे एक जाने-माने चित्रकार होते क्योंकि जीवन में सफल होने के लिए स्वयं पर विश्वास, कड़ी मेहनत और काम के प्रति लगन होना जरुरी है और रज़ा में ये सारे गुण मौजूद थे। वह बचपन से ही बहुत प्रतिभाशाली थे।

आत्मा का ताप कक्षा 11 के MCQs

आत्मा का ताप कक्षा 11 के MCQs इस प्रकार से हैं: 

1. सन् 1948 में सैयद हैदर रज़ा ने कहाँ जाकर चित्र बनाए थे?
(क) मनाली
(ख) नैनीताल
(ग) श्रीनगर
(घ) महाबलेश्वर
उत्तर: श्रीनगर

2. हेनरी कार्टिए- ब्रेसाँ कहाँ का प्रसिद्ध फोटोग्राफर था?
(क) जर्मनी
(ख) इटली
(ग) फ्रांस
(घ) रूस
उत्तर : फ्रांस

3. ‘आत्मा का ताप’ किस विधा की रचना है?
(क) कहानी
(ख) आत्मकथा
(ग) जीवनी
(घ) रेखाचित्र
उत्तर : आत्मकथा

4. प्रोफेसर वाल्टर लैंगमेहर किस अकादमी के प्रोफेसर थे?
(क) वेनिस के
(ख) म्युनिक के
(ग) वियना के
(घ) बर्लिन के
उत्तर : वेनिस के

5. लेखक ने एक्सप्रेस ब्लॉक स्टूडियों में किस पर कार्य किया?
(क) राइटर पर
(ख) फोटोग्राफर पर
(ग) डिजाइन पर
(घ) पेंटिंग पर
उत्तर : डिजाइन पर

6. लेखक को ‘जे. जे. स्कूल ऑफ़ आर्ट्स’ ऑफ़ में अध्ययन के लिए किस प्रान्त सरकार से छात्रवृति मिली?
(क) राजस्थान सरकार से
(ख) पंजाब सरकार से
(ग) मध्य प्रदेश सरकार से
(घ) गुजरात सरकार से
उत्तर : मध्य प्रदेश सरकार से

7. ‘आत्मा का ताप’ पाठ में लेखक ने किन शब्दों का अधिक प्रयोग किया है?
(क) उर्दू और अंग्रेजी शब्दों का
(ख) हिन्दी और अंग्रेजी शब्दों का
(ग) विदेशज और संस्कृत शब्दों का
(घ) तत्सम और हिन्दी शब्दों का
उत्तर : उर्दू और अंग्रेजी शब्दों का

8. किस अकादमी के प्रोफ़ेसर ने लेखक के काम की प्रशंसा की?
(क) साहित्य अकादमी के
(ख) वेनिस अकादमी के
(ग) हिंदी अकादमी के
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : वेनिस अकादमी के

FAQs

इस पाठ में लेखक ने किन घटनाओं का वर्णन किया गया है?

इस पाठ में लेखक के जीवन के संघर्षों और चुनौतियों का वर्णन किया गया है। इस पाठ के माध्यम से लेखक ने ये बताया कि उन्होंने कैसे कला के प्रति अपने जुनून को पूरा करने के लिए कठिनाइयों का सामना कर सफलता प्राप्त किया। 

इस पाठ में लेखक ने अकोला में ड्रॉइंग अध्यापक की नौकरी क्यों नहीं स्वीकार की?

लेखक ने अकोला में ड्रॉइंग अध्यापक की नौकरी इसलिए नहीं स्वीकार की क्योंकि वे कला के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते थे और उन्हें मुंबई का वातावरण पसंद आ गया था। मुंबई में रहकर ही वह चित्रकारी सीखना चाहते थे। 

लेखक को फ्रांस में किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा?

लेखक को फ्रांस में भाषा की समस्या, आर्थिक तंगी और सामाजिक अलगाव जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा।

आशा है कि आपको Class 11 Hindi Chapter 10 Aatma ka Taap Question Answer से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहे।

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