Class 11 Hindi Antra Chapter 5 Question Answer: ज्योतिबा फुले पाठ का सारांश, लेखक परिचय और प्रश्न उत्तर

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Class 11 Hindi antra Chapter 5 Question Answer

Class 11 Hindi antra Chapter 5 Question Answer  : NCERT कक्षा 11 की हिंदी टेक्स्टबुक अंतरा का पाठ ‘ज्योतिबा फुले’ सबसे महत्वपूर्ण पाठों में से एक है। ज्योतिबा फुले पाठ की लेखिका सुधा अरोड़ा जी हैं जिन्होंने इस पाठ में ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई द्वारा किए गए समाज-सुधार के कार्यों के विषय में बताया है। कक्षा 11 के विद्यार्थियों को इस पाठ की अच्छी समझ होनी चाहिए। ऐसे में इस लेख में आपको पाठ का सारांश, लेखक परिचय और ज्योतिबा फुले कक्षा 11 पाठ के प्रश्न उत्तर के बारे में बताएंगे, जिसे जानने के लिए ये लेख आपको अंत तक पढ़ना होगा। 

उससे पहले Class 11 Hindi Antra Chapter 5 Question Answer से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी आप नीचे दिए गए तालिका में देख सकते हैं।

बोर्ड सीबीएसई बोर्ड
टेक्स्टबुक एनसीईआरटी
कक्षा 11
विषयहिंदी (अंतरा)
पाठ संख्या 5
पाठ का नाम ज्योतिबा फुले 

लेखक परिचय

ज्योतिबा फुले पाठ की लेखिका सुधा अरोड़ा का जन्म 4 अक्टूबर 1946 में लाहौर (पकिस्तान) में हुआ था। इन्होंने उच्च शिक्षा कोलकाता विश्वविद्यालय से प्राप्त की, फिर उसके बाद वहीं के दो कॉलेजों में बतौर प्राध्यापक के रूप में कार्यरत हुईं। इस दौरान सुधा अरोड़ा जी ने ‘सारिका’ तथा ‘जनसत्ता’ में पाक्षिक तथा साप्ताहिक कॉलम भी लिखे थे जिनमें उन्होंने आम जनता और महिलाओं से जुड़े मुद्दों को उठाया। इसी के साथ उन्हें सन् 1978 में उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनकी प्रमुख रचनाओं में कांसे का गिलास, काला शुक्रवार, युद्ध-विराम, महानगर की भौतिकी आदि शामिल है। 

पाठ का सारांश

ज्योतिबा फुले पाठ की लेखिका सुधा अरोड़ा जी है। उन्होंने इस पाठ के माध्यम से शिक्षा और सुधार के लिए ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के योगदान का वर्णन किया है। लेखिका ने इस पाठ में बताया है कि ज्योतिबा फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले ने 19वीं सदी में किस तरह शिक्षा और सामाजिक सुधार के क्षेत्र में क्रांतिकारी कार्य किया। उन्होंने समाज में स्त्रियों, वंचितों और शोषितों के लिए शिक्षा, स्वतंत्रता, और समानता के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। सावित्रीबाई फुले और ज्योतिबा फुले सामाजिक परिवर्तन के लिए अनेकों कार्य किये। इस दौरान उन्हें कई कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ा। लोगों ने उन पर थूक फेंका, पत्थर मारे और गोबर उछाला, लेकिन इन सब के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले ने मिलकर 1840 से 1890 तक पचास वर्षों तक सामाजिक परिवर्तन के लिए कार्य किया। इस तरह उन्होंने अपना पूरा जीवन सामाजिक न्याय के लिए समर्पित कर दिया।

कठिन शब्द एवं उनके अर्थ

ज्योतिबा फुले पाठ के कठिन शब्द एवं उनके अर्थ निम्नलिखित है :

अप्रत्याशित – जिसकी आशा भी न हो

शुमार – गिनती, शामिल

उच्चवर्णीय – ऊंची जाति के, उच्च वर्ग से संबंधित

वर्चस्व – दबदबा, प्रधानता

कायम रखना – बनाए रखना, स्थिर रखना

पूँजीवादी – जो पूँजी को सर्वाधिक महत्व प्रदान करता है

संगृहित – एकत्रित करना

अवधारणा – मान्यता, विचार

सत्यधर्मी – सत्य धर्म का अचरण करने वाला

सर्वांगीण – सब प्रकार से

संभ्रांत – श्रेष्ठ, उच्चवर्ग

असलियत – वास्तविकता

पक्षपात – भेदभाव, किसी एक पक्ष को बढ़ावा देना

गुलामगिरी – लोगों से गुलामी करवाना

मठाधीश – किसी मठ का अधिष्ठाता या स्वामी, जो किसी धर्म या वर्ग के नाम पर समूह बनाते हैं

हाट – बाजार

आग बलूला होना – अत्याधिक क्रोध करना

कन्याशाला – लड़कियों की पाठशाला

व्यवधानों – अड़चनों, रुकावटों

मुकाम – अवसर

डंके की चोट पर – स्पष्ट घोषणा करना

आमादा – तैयार, उद्भत

पाठ्य पुस्तक के प्रश्न उत्तर

प्रश्न : ज्योतिबा फुले का नाम, समाज सुधारकों की सूची में शुमार क्यों नहीं किया गया? 

उत्तर : ज्योतिबा फुले 19वीं सदी के एक महान सामाजिक सुधारक थे जिन्होंने शिक्षा, जातिवाद जैसे कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वह हमेशा उन लोगो का विरोध करते है जो उच्चवर्गीय समाज का प्रतिनिधित्व करते थे। वे सभी को समान अधिकार देने के समर्थक थे, लेकिन विकसित वर्ग ने ज्योतिबा फुले के कार्यों को दबाने का प्रयास किया। जिसके चलते उन्होंने ज्योतिबा फुले का नाम, समाज सुधारकों की सूची में शामिल नहीं किया। 

प्रश्न : शोषण व्यवस्था में क्या-क्या षड्यंत्र रचे गए थे? 

उत्तर : शोषण व्यवस्था में निम्नलिखित षड्यंत्र रचे गए थे : 

1. ज्योतिषा फुले के परिवार और समाज ने उनका बहिष्कार किया था I

2. ज्योतिषा फुले जब भी बाहर निकलते थे तो लोग उन्हें गालियां देते थे, उन पर थूक और गोबर भी फेंकते थे I

3. उनके सामाजिक कार्यो को रोकने और उनको दबाने का प्रयास किया जाता था। 

प्रश्न : स्त्री समानता को प्रतिष्ठित करने के लिए, ज्योतिबा फुले के अनुसार क्या-क्या होना चाहिए? 

उत्तर : स्त्री समानता को प्रतिष्ठित करने के लिए, ज्योतिबा फुले के अनुसार निम्नलिखित होना चाहिए

1. स्त्रियों को पुरुषो के समान शिक्षा प्राप्त करने, जीने का, स्वतंत्रता का अधिकार मिलना चाहिए

2. बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी कुप्रथा को समाप्त किया जाना चाहिए।

3. विधवा पुनर्विवाह को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

4. महिलाओं को पुरुषों के समान रोजगार के अवसर प्राप्त होने चाहिए।

MCQs

ज्योतिबा फुले पाठ के MCQs निम्नलिखित है : 

1. सावित्रीबाई फुले का जन्म कब हुआ था ?

  • 5 जनवरी 1830
  • 3 जनवरी 1831 
  • 10 जनवरी 1931 
  • 7 फरवरी 1731

उत्तर : 3 जनवरी 1831 

2. शादी के समय ज्योतिबा फुले की उम्र कितनी थी ?

  • 21 साल 
  • 18 साल 
  • 12 साल 
  • 10 साल 

उत्तर : 12 साल

3. ज्योतिबा फुले ने किस संस्था की स्थापना की?

  • सत्यशोधक समाज
  • आर्य समाज
  • ब्रह्म समाज
  • हिन्दू समाज 

उत्तर : सत्यशोधक समाज

4. ज्योतिबा फुले को “महात्मा” की उपाधि कब मिली?

  • 1879 में
  • 1888 में
  • 1777 में
  • 1818 में 

उत्तर : 1888 में 

5. सावित्री बाई कहां से थी?

  • उत्तर प्रदेश 
  • केरल 
  • महाराष्ट्र 
  • गुजरात

उत्तर : महाराष्ट्र

6. ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले को अपने मिशन को पूरा करने में कितना समय लगा ? 

  • 2 वर्ष 
  • 80 वर्ष 
  • 12 वर्ष 
  • 50 वर्ष

उत्तर : 50 वर्ष

7. भारत की पहली महिला शिक्षक कौन थी ?

  • झाँसी की रानी  
  • प्रतिभा देवी पाटिल 
  • सावित्रीबाई फुले 
  • इनमें से कोई नहीं

उत्तर : सावित्रीबाई फुले 

8. पुणे में निम्न वर्ग की बालिकाओं के लिए सबसे पहले पाठशाला कब खोला गया?

  • 14 जनवरी 1819
  • 14 जनवरी 1840  
  • 14 जनवरी 1848 
  • 14 फरवरी 1848

उत्तर : 14 जनवरी 1848 

9. ज्योतिबा फुले के पिता का क्या नाम था ?

  • धर्म भीरु
  • सत्य चंद्र 
  • रामदास 
  • गौरी दास 

उत्तर : धर्म भीरु

10. आग बबूला होना, का अर्थ क्या है?

  • अत्याधिक क्रोध करना
  • आग में जल जाना
  • आग से खेलना 
  • शांत हो जाना 

उत्तर : अत्याधिक क्रोध करना

FAQs

ज्योतिबा फुले का जन्म कब और कहाँ हुआ था?

ज्योतिबा फुले का जन्म 11 अप्रैल 1827 को महाराष्ट्र के पुणे जिले के कटगुन गाँव में हुआ था।

सावित्रीबाई फुले के माता-पिता का नाम क्या था?

सावित्रीबाई फुले के पिता का नाम खन्दोजी नैवेसे और माता का नाम लक्ष्मीबाई था। 

ज्योतिबा फुले ने अपनी शिक्षा कहाँ से प्राप्त की थी?

ज्योतिबा फुले ने अपनी शिक्षा पुणे में प्राप्त की थी।

आशा है कि आपको Class 11 Hindi Antra Chapter 5 Question Answer  से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहे।

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