Bharatvarsh ki Unnati Kaise ho Sakti Hai Question Answer: कक्षा 11 हिंदी चैप्टर 9 क्वेश्चन आंसर

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Bharatvarsh ki Unnati Kaise ho Sakti Hai

भारतवर्ष की उन्नति कैसे हो सकती है, भारतेन्दु का प्रसिद्ध निबंध है। लेखक ने इस पाठ में एक तरफ ब्रिटिश सरकार की मनमानी पर व्यंग्य किया है तो दूसरी तरफ उन्होंने अंग्रेजों के काम के प्रति समर्पण और परिश्रम की तारीफ़ भी की है। लेखक ने इस लेख में भारत के लोगों की कमियों के बारे में भी बताया है। उन्होंने भारतवर्ष की उन्नति के लिए जनसंख्या नियंत्रण, श्रम की महत्ता, आत्मबल, और त्याग की भावना को अनिवार्य बताया गया है। यहाँ Bharatvarsh ki Unnati Kaise ho Sakti Hai Question Answer के बारे में बताया जा रहा है।

लेखक परिचय 

Bharatvarsh ki Unnati Kaise ho Sakti Hai

भारतवर्ष की उन्नति कैसे हो सकती है, भारतेन्दु का प्रसिद्ध निबंध है। लेखक ने इस पाठ में एक तरफ ब्रिटिश सरकार की मनमानी पर व्यंग्य किया है तो दूसरी तरफ उन्होंने अंग्रेजों के काम के प्रति समर्पण और परिश्रम की तारीफ़ भी की है। लेखक ने इस लेख में भारत के लोगों की कमियों के बारे में भी बताया है। उन्होंने भारतवर्ष की उन्नति के लिए जनसंख्या नियंत्रण, श्रम की महत्ता, आत्मबल, और त्याग की भावना को अनिवार्य बताया गया है। 

भारतेन्दु हरिशचन्द की पकड़ साहित्य की विभिन्न विधाओं पर थी। वे एक गद्यकार, कवि, नाटककार, व्यंग्यकार और पत्रकार थे। उन्होंने ‘बाल विबोधिनी’ पत्रिका, ‘हरिश्चंद्र पत्रिका’ और ‘कविवचनसुधा’ पत्रिकाओं का संपादन किया। भारतेन्दु ने केवल 18 साल की आयु में ही एक पत्रिका प्रकाशित ‘कविवचनसुधा’ पत्रिका भी प्रकाशित की थी। 

यह बड़े कष्ट की बात है कि केवल 35 वर्ष की आयु में ही हिंदी साहित्य की इस महान प्रतिभा ने दुनिया से विदा ले ली। 6 जनवरी 1885 के दिन उन्होंने अंतिम सांस ली। 

प्रसिद्ध रचनाएं 

भारतेन्दु हरिश्चंद की प्रसिद्ध रचनाएं इस प्रकार हैं: 

काव्य रचनाएँ 

  • प्रेम मालिका 
  • फूलों का गुच्छा 
  • प्रेम सरोवर 
  • जैन कुतूहल
  • प्रेम फुलवारी 
  • प्रेम तरंग 
  • प्रेम प्रलाप 
  • वर्षा विनोद 
  • गीत गोविंद 
  • मधु मुकुल 
  • होली 
  • सतसई सिंगार 
  • वैसाख महात्म्य 
  • भक्तमाला उत्तरार्ध
  • भक्त सर्वस्व 
  • प्रेमाश्रु वर्षण 
  • प्रेम माधुरी 
  • कार्तिक स्नान 
  • कृष्ण चरित 
  • विनय प्रेम पचासा 
  • श्राग संग्रह 
  • विजय वल्लरी 
  • भारत भिक्षा 
  • भारत वीरत्व 

नाटक 

  • विधा सुंदर 
  • पाखंडविडंबन
  • वैदिकी हिंसा, हिंसा न भवति 
  • सत्यहरिश्चंद्र 
  • प्रेम जोगिनी 
  • विषस्य विषमौषधम
  • चंद्रावली 
  • भारत दुर्दशा 
  • भारत जननी 
  • नीलदेवी 
  • अंधेर नगरी 

निबंध 

  • भारतवर्षोंन्नति कैसे हो सकती है
  • एक अद्भुत अपूर्व स्वपन   
  • नाटकों का इतिहास
  • रामायण का समय
  • काशी
  • मणिकर्णिका
  • कश्मीर कुसुम
  • बादशाह दर्पण
  • संगीत सार
  • उदयपुरोदय
  • वैष्णवता और भारतवर्ष
  • तदीयसर्वस्व 
  • सूर्योदय
  • ईश्वर बड़ा विलक्षण है
  • बसंत 
  • ग्रीष्म ऋतु 
  • वर्षा काल 
  • बद्रीनाथ की यात्रा

आत्मकथा 

  • कुछ आपबीती कुछ जग बीती

यात्रा वृतांत 

  • सरयूपार की यात्रा
  • लखनऊ

अनूदित नाट्य रचनाएँ

  • विद्यासुन्दर (यतीन्द्रमोहन ठाकुर कृत बँगला संस्करण का हिंदी अनुवाद)
  • पाखंड विडंबन (कृष्ण मिश्र कृत ‘प्रबोधचंद्रोदय’ नाटक के तृतीय अंक का अनुवाद)
  • धनंजय विजय (व्यायोग, कांचन कवि कृत संस्कृत नाटक का अनुवाद)
  • कर्पूर मंजरी (सट्टक, राजशेखर कवि कृत प्राकृत नाटक का अनुवाद)
  • भारत जननी (नाट्यगीत, बंगला की ‘भारतमाता’ के हिंदी अनुवाद पर आधारित)
  • मुद्राराक्षस (विशाखदत्त के संस्कृत नाटक का अनुवाद)
  • दुर्लभ बंधु (विलियम शेक्सपियर के नाटक ‘मर्चेंट ऑफ वेनिस’ का अनुवाद)

पाठ का सारांश

भारतवर्ष की उन्नति कैसे हो सकती है, पाठ में एक तरफ ब्रिटिश सरकार की मनमानी पर व्यंग्य किया है तो दूसरी तरफ उन्होंने अंग्रेजों के काम के प्रति समर्पण और परिश्रम की तारीफ़ भी की है। लेखक ने इस लेख में भारत के लोगों की कमियों के बारे में भी बताया है। उन्होंने भारतवर्ष की उन्नति के लिए जनसंख्या नियंत्रण, श्रम की महत्ता, आत्मबल, और त्याग की भावना को अनिवार्य बताया गया है।

लेखक में पाठ में भारतीयों को आलसी भी कहा है। उनका मानना है कि भारतीयों में आलस समा गया है। वे कहते हैं कि भारतीय कोई भी काम करने से बचते हैं। उनका कहना है कि पहले भारत को आगे बढ़ाने के लिए इस आलस को हटाना होगा। उन्होंने भारतीयों के इस आलसीपन को भारत के विकास में सबसे बड़ी रुकावट माना है। 

ऐसा नहीं है कि लेख में लेखक ने केवल भारत की कमियों के बारे में ही बात की है। लेखक का मानना है कि भारत में अनेक संभावनाएं मौजूद हैं। शिक्षा, आत्मनिर्भरता, राष्ट्रीय एकता, सामाजिक सुधार, राजनैतिक जागरूकता और नैतिकता के माध्यम से भारत एक महान राष्ट्र बन सकता है। 

लेखक का मानना है भारत की उन्नति एक सामूहिक कोशिश है। सरकार, नागरिक, समाज सभी को मिलकर देश के विकास के लिए आगे आने की आवश्यकता है। 

Bharatvarsh ki Unnati Kaise ho Sakti Hai पाठ के प्रश्नोत्तर 

यहाँ Bharatvarsh ki Unnati Kaise ho Sakti Hai के प्रश्नोत्तर दिए जा रहे हैं-

  1. लेखक ने भारत की वर्तमान स्थिति का वर्णन कैसे किया है? 
    उत्तर : लेखक ने भारत की वर्तमान स्थिति को दयनीय बताया है। इस समय भारत के लोग निकम्मे बने हुए हैं। गरीब कुछ करने लायक नहीं हैं और जो कुछ करने के लायक है वे बिगड़ चुके हैं।  
  1. लेखक ने देश की उन्नति के लिए किन बातों पर ज़ोर दिया है?
    उत्तर : लेखक ने देश की उन्नति के लिए आलस का त्याग करने, शिक्षा का प्रसार, स्वदेशी का प्रचार, एकता और भाईचारे की  भावना और नैतिकता के पालन पर बल दिया है। 
  1. लेखक ने देश की उन्नति के लिए किन किन क्षेत्रों में सुधार को ज़रूरी बताया है? 
    उत्तर : लेखक ने सुधार के लिए शिक्षा, कृषि, उद्योग, व्यापार और सेना को सुधारे जाने पर बल दिया है। 
  1. लेखक ने भारतवर्ष की उन्नति कैसे हो सकती है? शीर्षक को कैसे सिद्ध किया है? 
    उत्तर : लेखक ने देश की उन्नति के लिए विभिन्न क्षेत्रों में सुधार लाने के उपाय सुझाए हैं। इन उपायों को लागू करने से देश की उन्नति सुनिश्चित होगी। इस प्रकार लेखक ने “भारतवर्ष की उन्नति कैसे हो” शीर्षक को सिद्ध किया है। 
  1. पाठ में किन साहित्यिक उपकरणों का प्रयोग किया गया है? 
    पाठ में लेखक के द्वारा रूपक, उपमा और व्यंजना आदि साहित्यिक उपकरणों का प्रयोग किया गया है।  
  1. पाठ की भाषा कैसी है? 
    उत्तर : लेखक में पाठ की भाषा को सरल सहज और प्रभावशाली रखा है। इस पाठ में जन सामान्य की भाषा का प्रयोग किया गया है।  
  1. इस पाठ का सन्देश क्या है? 
    उत्तर : पाठ का सन्देश है कि भारत की तरक्की के लिए सभी लोगों को साथ में मिलकर काम करना होगा। भारत के लोगों को अपनी और देश की कमियों को दूर करके इसे एक विकसित राष्ट्र बनाने के बारे में सोचना चाहिए। 
  1. पाठ में वर्णित “अंधेर नगरी” का क्या अर्थ है? 
    उत्तर : अंधेर नगरी का अर्थ है कि जहाँ अन्धकार और अज्ञानता के राज। 
  1. लेखक अपने देश में “अपनी भाषा में तरक्की करो” से क्या कहना चाहता है? 
    उत्तर : लेखक कहता है कि अपने देश की पहचान बनाने के लिए भारत के लोगों को भारतीय भाषाओं में काम करना चाहिए और भारतीय भाषाओं को आगे बढ़ाना चाहिए।  
  2. लेखक ने पाठ में किन सामाजिक बुराइयों की तरफ संकेत किया है?
    उत्तर : लेखक ने पाठ में निम्नलिखित सामाजिक बुराइयों के बारे में संकेत किया है : आलस्य, शिक्षा की कमी, जातिवाद , विदेशी वस्तुओं के प्रति आसक्ति, नैतिकता का पतन।
  1. पाठ में बताए गए विचार आज के समय में कितने प्रासंगिक हैं? 
    उत्तर : पथ में बताए गए विचार आज भी काफी हद तक प्रासंगिक मालूम होते हैं। आज भी भारत के लोगों में आलस व्याप्त है। आज भी लोग विदेशी वस्तुओं के मोह में फंसे हुए हैं। 
  1. पाठ के अनुसार देश के हित के लिए हमें क्या करना चाहिए? 
    उत्तर: देश के हित के लिए  हमें निम्नलखित कार्य करने चाहिए: 
  • स्वार्थ को त्यागकर राष्ट्र के लिए काम करना चाहिए। 
  • ईमानदारी से काम करना चाहिए 
  • देश की संस्कृति का सम्मान करना चाहिए  
  1. देश की उन्नति में आप किस प्रकार योगदान दे सकते हैं?
    उत्तर : देश की उन्नति में हम इस प्रकार से सहयोग कर सकते हैं : 
  • अपना काम ईमानदारी से करके 
  • देश की संस्कृति को बढ़ावा देकर 
  • सवदेशी वस्तुओं को अपनाकर 
  • सामाजिक कार्यों में भाग लेकर 
  • समाज को बेहतर बनाने का प्रयास करके
  1. पाठ में प्रयुक्त हज़ार धारा का क्या तात्पर्य है? 
    उत्तर : हज़ार धारा का अर्थ यहाँ अनेक स्रोतों से है।  
  1. पाठ में वर्णित समस्याओं के लिए आप क्या सुझाव देना चाहेंगे? 
    उत्तर : पाठ में वर्णित समस्याओं के लिए निम्नलिखित सुझाव किए जा सकते हैं-
  • सरकार को भ्रष्टाचार को कम करने के लिए प्रयास करने चाहिए। 
  • सरकार को सामाजिक सद्भाव बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए।  
  • सरकार को देश में उद्योगों को प्रोत्साहन देना चाहिए।  
  • सरकार को भारतीय वस्तुओं पर कम कर लगाना चाहिए ताकि उन्हें प्रोत्साहन मिल सके। 

Bharatvarsh ki Unnati Kaise ho Sakti Hai पाठ के MCQs 

यहाँ Bharatvarsh ki Unnati Kaise ho Sakti Hai के MCQ दिए गए हैं-

  1. भारत की उन्नति कैसे हो सकती है?
    (क)  शिक्षा से 
    (ख) उद्योग से 
    (ग) स्वस्थ्य से 
    (घ) उपरोक्त सभी 
    उत्तर : सभी उपरोक्त 
  1. भारत की शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए कौनसी पहल महत्वपूर्ण है? 
    (क)  शिक्षा को सुलभ बनाना 
    (ख) शिक्षा में सुधार करना 
    (ग) शिक्षा को रोजगार के अवसरों से जोड़ना 
    (घ) उपरोक्त सभी 
    उत्तर : सभी उपरोक्त 
  1. भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कौनसी पहल आवश्यक है? 
    (क) रोजगार का सृजन करना 
    (ख) शिक्षा में सुधार करना 
    (ग) शिक्षा को रोजगार के अवसरों से जोड़ना 
    (घ) देश के धनाढ्यों को और धनाढ्य बनाना 
    उत्तर : (ग) शिक्षा को रोजगार के अवसरों से जोड़ना 
  1. भारत में सामाजिक न्याय और समानता को बढ़ावा देने के लिए क्या ज़रूरी है? 
    (क) रोजगार का सृजन करना 
    (ख) शिक्षा को सबके लिए सुलभ 
    (ग) शिक्षा को रोजगार के अवसरों से जोड़ना 
    (घ) देश के धनाढ्यों को और धनाढ्य बनाना 
    उत्तर : (ख) शिक्षा को सबके लिए सुलभ बनाना 
  1. भारत में पर्यावरण की रक्षा के लिए क्या ज़रूरी है? 
    (क) जातिवाद और भेदभाव को दूर करना 
    (ख) वनीकरण को प्रोत्साहन देना 
    (ग) जल संरक्षण को बढ़ावा देना  
    (घ) उपरोक्त सभी 
    उत्तर : (घ) उपरोक्त सभी 
  1. भारत में भ्रष्टाचार ख़त्म कैसे होगा? 
    (क) सीसीटीवी कैमरे लगाकर 
    (ख) जनलोकपाल बिल से  
    (ग) पारदर्शिता और जवाबदेही से   
    (घ) भ्रष्टाचार पर फिल्म बनाकर 
    उत्तर : (ग) पारदर्शिता और जवाबदेही से 
  1. भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कौनसी पहल ज़रूरी है? 
    (क) सीसीटीवी कैमरे लगाना 
    (ख) आतंकवाद का मुकाबला करके 
    (ग) पारदर्शिता और जवाबदेही से   
    (घ) उपरोक्त सभी 
    उत्तर : (ग)  आतंकवाद का मुकाबला करके 
  1. भारत में विदेश नीति के सबसे महत्वपूर्ण पहलू क्या हैं? 
    (क) सभी देशों के साथ मित्रता स्थापित करना 
    (ख) आतंकवाद का मुकाबला करना 
    (ग) भारतीयता को बढ़ावा देना 
    (घ) भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार 
    उत्तर : (क) सभी देशों के साथ मित्रता स्थापित करना।
  1. भारत की उन्नति में युवाओं की क्या भूमिका है? 
    (क) देश को व्यापार में आगे ले जाना 
    (ख) देश को क्रिकेट में आगे ले जाना  
    (ग) भारतीयता को बढ़ावा देना 
    (घ) देश को सभी क्षेत्रों में आगे ले जाना 
    उत्तर : (घ) देश को सभी क्षेत्रों में आगे ले जाना 
  1. भारत के भविष्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण पहलू क्या है? 
    (क) युवाओं को सशक्त बनाना  
    (ख) नवाचार को बढ़ावा देना   
    (ग) एक स्थाई और समावेशी समाज का निर्माण करना  
    (घ) उपरोक्त सभी 
    उत्तर : (घ) उपरोक्त सभी 

कठिन शब्द

  • मिहनत – मेहनत
  • तिहवार – त्योहार
  • करें – करें
  • सुधरैगा – सुधरेगा
  • बढ़ती – बढ़ोतरी
  • कहैंगे – कहेंगे
  • फैलावैं – फैलावें
  • छिन-प्रतिछिन – क्षण-प्रतिक्षण
  • पहिनकर – पहनकर
  • पहिले – पहले
  • छोड़ – छोड़े
  • अबकी – इस बार की
  • मुझको – मुझे
  • मिहनत- मेहनत

FAQs 

भारत वर्ष की उन्नति कैसे हो सकती है?

भारत को प्रत्येक क्षेत्र में उन्नति करनी होगी, जैसे धर्म में, घर के काम में, रोजगार में, शिक्षा में और शारीरिक और मानसिक विकास आदि 

लेखक ने अपनी खराबियों के मूल कारण खोजने के लिए क्यों कहा है?

लेखक ने देश के विकास के लिए अपनी खराबियों का मूल कारण खोजने के लिए कहा है। 

भारतेंदु ने भारतीयों को आलसी क्यों कहा है?

पाठ में भारतेंदु जी ने बताया है कि भारतीय लोगों में आलस समा गया है। इस कारण वे काम करने से बचते हैं। देश में बेरोज़गारी बढ़ गई है।

आशा करते हैं कि आपको इस ब्लॉग से Bharatvarsh ki Unnati Kaise ho Sakti Hai Question Answer: Class 11 Hindi Chapter 9 Question Answer  के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी। इसी प्रकार के पाठ्यपुस्तक के पाठ से जुड़े अन्य ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ जुड़े रहें।

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