इतिहास के पन्नों को पलटकर देखा जाए तो हमें ऐसे महान राजाओं के बारे में पता चलता है, जिन्होंने अपने जीवन में अपने साहस के मानचित्रों पर अपना राज्य चलाया। इन्हीं में से एक महान राजा चंद्रगुप्त मौर्य भी थे, जिन्होंने आचार्य चाणक्य का मार्गदर्शन पाकर भारत को अखंड भारत बनाया और मौर्य वंश की स्थापना की। इस पोस्ट में आपको चंद्रगुप्त मौर्य कौन थे और चंद्रगुप्त मौर्य की कितनी पत्नी थी, के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी।
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कौन थे चन्द्रगुप्त मौर्य?
चन्द्रगुप्त मौर्य भारत के एक ऐसे प्रतापी सम्राट थे, जिन्होंने मौर्य वंश के संस्थापक और प्रथम सम्राट होने के दायित्व को निभाकर, विदेशी आक्रमणकारियों से पुण्य भारत भूमि की रक्षा की। इतिहास पर प्रकाश डाला जाए तो मगध के राजा धनानंद को हराकर ही, चन्द्रगुप्त मौर्य ने आधिकारिक रूप से 322 ईसा पूर्व में मौर्य वंश की स्थापना की थी।
भारत में अलेक्जेंडर के आगमन और राजा पोरस से सिकंदर को मिली करारी हार के बाद भारत में चन्द्रगुप्त मौर्य का शासनकाल आरम्भ हुआ। चन्द्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में भारत का एक बड़ा हिस्सा एकत्र हो गया, जिसके बाद मौर्य साम्राज्य एक प्रमुख शासक गणराज्य के रूप में उभरकर आया।
चंद्रगुप्त मौर्य की कितनी पत्नी थी?
चंद्रगुप्त मौर्य की कितनी पत्नी थी, इसका जवाब आपको इस ब्लॉग में मिलेगा। चंद्रगुप्त मौर्य की पुरानी कथाओं और कई इतिहासकारों के अनुसार कहा जाता है कि चन्द्रगुप्त के तीन विवाह हुए थे। जिनमें उनकी पहली पत्नी का नाम दुर्धरा था, जिनसे उनके पुत्र बिन्दुसार का जन्म हुआ था। उनकी दूसरी पत्नी सेल्यूकस की पुत्री कार्नेलिया हेलेना या हेलन थी, जिनसे उनके पुत्र जस्टिन का जन्म हुआ था। तो वहीं उनकी तीसरी पत्नी का नाम चंद्र नंदिनी था।
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आशा है कि आपको चंद्रगुप्त मौर्य की कितनी पत्नी थी, का सही जवाब इस ब्लॉग से मिल गया होगा। साथ ही यह ब्लॉग आपको जानकारी से भरपूर लगा होगा। इसी प्रकार इतिहास से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Leverage Edu के साथ बने रहें।