बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका ने स्कूल और कॉलेज के स्टूडेंट्स के एजुकेश्जनल टूर के लिए INR 1.8 करोड़ की राशि जारी की है। बृहत बैंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) से सम्बद्ध सभी स्कूल और कॉलेजों को स्टूडेंट्स को एजुकेशनल टूर पर ले जाने का कार्य जनवरी महीने में ही पूरा करना होगा।
राशि का 70% भाग का उपयोग एजुकेशनल टूर में किया जाएगा
महानगर पालिका द्वारा स्कूलों और कॉलेजों के लिए जारी की गई राशि में से स्कूल और कॉलेज केवल 30% भाग का ही अन्य कामों जैसे वार्षिकोत्सव का आयोजन और प्रश्न पत्रों की की छपाई आदि के लिए उपयोग में ला सकेंगे और बाकी के 70% भाग का उपयोग स्कूल और कॉलेजों को स्टूडेंट्स के लिए एजुकेशनल टूर आयोजित करने पर खर्च करना होगा
टूर पर महिला शिक्षक की अनुपस्थिति होगी अनिवार्य
बीबीएमपी की एक अधिकारी ने बताया कि स्कूल कॉलेजों को रविवार के दिन या किसी अन्य छुट्टी के दिन स्टूडेंट्स को एजुकेशनल टूर पर ले जाना अनिवार्य होगा। अगर टूर पर छात्राएं भी जा रही हैं तो उनके साथ एक महिला टीचर का होना अनिवार्य है।
इसके साथ ही एजुकेशनल टूर के बाद स्कूल/कॉलेजों को टूर पर हुए कुल खर्चे का ब्यौरा भी बीबीएमपी को देना होगा। जो स्कूल/कॉलेज स्टूडेंट्स को एजुकेशनल टूर पर नहीं ले जाते, उन्हें बीबीएमपी से मिली राशि को वापस करना होगा।
स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद साबित होगा कदम
बीबीएमपी के द्वारा लिया गया एजुकेशनल टूर से संबंधित यह कदम स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद साबित होगा :
- एजुकेशनल टूर पर जाने से स्टूडेंट्स को विज्ञान और तकनीक से जुड़ी नई खोजों के बारे में पता चलेगा।
- एजुकेशनल टूर से स्टूडेंट्स के मन में पढ़ाई के प्रति रूचि में इजाफा होगा।
- इससे स्टूडेंट्स में रचनात्मकता का विकास होगा।
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