CBSE Board Result 2024: 10वीं बोर्ड रिजल्ट के बाद ट्रेडिशनल एजुकेशन और ऑनलाइन एजुकेशन के बीच क्या अंतर है?

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CBSE Board के रिजल्ट का इंतज़ार कर रहे छात्र अपनी आगे की पढ़ाई को लेकर काफी सोच में है कि उनके लिए कौनसा कोर्स बेहतर होगा या एजुकेशन के कौनसा मोड चुने ट्रेडिशनल एजुकेशन या ऑनलाइन एजुकेशन। इस ब्लॉग में हम आपको यही बताएंगे कि ट्रेडिशनल एजुकेशन और ऑनलाइन एजुकेशन के बीच क्या अंतर है।

दरअसल ट्रेडिशनल एजुकेशन और ऑनलाइन एजुकेशन दोनों के ही अपने अपने फ़ायदे और सीमाएं हैं। हमारा यह ब्लॉग पढ़ने के बाद आपकी दुविधा दूर होगी और आप इस संबंध में बेहतर निर्णय ले पाएंगे कि दोनों ही पढ़ाई के तरीकों में से आपके लिए सही विकल्प कौनसा रहेगा।

ट्रेडिशनल एजुकेशन क्या है?

ट्रेडिशनल एजुकेशन एक कक्षा की चार दीवारों के भीतर दी जाती है। ट्रेडिशनल एजुकेशन में शिक्षक और छात्र कक्षा में शारीरिक रूप से उपस्थित होते हैं। क्लासेज एक निश्चित समय पर आयोजित की जाती हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि छात्र के डाउट टीचर तुरंत क्लियर कर देते हैं।

ऑनलाइन एजुकेशन क्या है?

इंटरनेट पर होने वाली शिक्षा और सीखने को ऑनलाइन शिक्षा कहा जाता है। ऑनलाइन एजुकेशन में टीचर छात्रों को Google Meet, Zoom, Moodle और Microsoft Teams जैसे वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम से शिक्षा प्रदान करते हैं। ये प्लेटफॉर्म छात्रों और शिक्षकों को ऑडियो और वीडियो प्रारूपों के माध्यम से एक दूसरे से संपर्क करने में सक्षम बनाते हैं। 

ट्रेडिशनल एजुकेशन और ऑनलाइन एजुकेशन के बीच अंतर

ट्रेडिशनल एजुकेशन और ऑनलाइन एजुकेशन के बीच अंतर नीचे दिया गया है:

फ्लेक्सिबिलिटी

पारंपरिक शिक्षा एक निर्धारित कार्यक्रम का पालन करती है जिसका छात्रों को पालन करना होता है। यह उन छात्रों के लिए मुश्किल होता है, जो रेगुलर क्लासेज नहीं ले पाते हैं।

दूसरी ओर, ऑनलाइन एजुकेशन छात्रों को इस मामले में अधिक लचीलापन प्रदान करता है। इसमें छात्र कहीं भी बैठ कर क्लासेज ले सकते हैं उन्हें सिर्फ इंटरनेट की जरूरत होती है।

सीखने लायक वातावरण

ट्रेडिशनल एजुकेशन और ऑनलाइन एजुकेशन के बीच सबसे महत्वपूर्ण अंतर सीखने का माहौल है। ट्रेडिशनल एजुकेशन एक फिजिकल क्लास में होती है जहां छात्र लेक्चर में भाग लेते हैं और अपने शिक्षकों और क्लासमेट के साथ आमने-सामने बातचीत करते हैं। दूसरी ओर, ऑनलाइन एजुकेशन इंटरनेट के माध्यम से उपलब्ध होती है। ऑनलाइन एजुकेशन में आपके पास यह सुविधा उपलब्ध होती है कि यदि आपको किसी एक टीचर का पढ़ाया हुआ समझ में नहीं आ रहा है, तो आप किसी दूसरे टीचर की क्लास ले सकते हैं।

सीखने की लागत

ऑनलाइन एजुकेशन की तुलना में ट्रेडिशनल एजुकेशन के माध्यम से आपके पढ़ाई करने की लागत अधिक हो सकती है। ऑनलाइन एजुकेशन में यदि आपके पास लैपटॉप या इटरनेट कनेक्शन है तो फ्री क्लासेज भी अटेंड कर सकते हैं।

एक्सेसिबिलिटी  

ऑनलाइन कक्षाएं छात्र कहीं से भी और किसी भी समय में ले सकते हैं फिर चाहे वह घर पर हो या बाहर कही दूर वे समय पर अपनी क्लास ज्वाइन कर सकते हैं परन्तु ट्रेडिशनल एजुकेशन में छात्रों को कक्षा में भाग लेने के लिए स्कूल जाना पड़ता है।

स्थान

ट्रेडिशनल एजुकेशन के लिए आपको एक निश्चित स्थान की आवश्यकता होती है, जबकि ऑनलाइन एजुकेशन के लिए आपको किसी स्थान की आवश्यकता नहीं है। ऑनलाइन एजुकेशन के लिए आपको पूरी अध्ययन सामग्री इंटरनेट पर ही उपलब्ध हो जाएगी।

माता-पिता की अधिक भागीदारी 

ऑनलाइन कक्षाओं में विद्यार्थियों के साथ उनके माता-पिता के भागीदारी की अधिक आवश्यकता होती है यह भागीदारी तब और बढ़ जाती है जब बच्चे प्राथमिक कक्षाओं (कक्षा 1 से 5) में पढ़ रहे हों। अभिभावकों को ऑनलाइन अध्ययन में अपने बच्चों  की मदद करनी होती है। जबकि ट्रेडिशनल एजुकेशन में बच्चे अधिक समय स्कूल में बिताते हैं।  

पर्सनॅलिटी डेवलपमेंट

ट्रेडिशनल क्लासेज व्यक्तित्व विकास के लिए अच्छी होती हैं। क्योंकि इसमें आमने सामने बातचीत करते हैं और इसमें आप टीचर्स की देखरेख में होते हैं। जबकि ऑनलाइन क्लास में ऐसा नहीं है।

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