आंध्र प्रदेश सरकार ने 2023-24 के लिए कौशल विकास में राज्य प्रायोजित योजनाओं के तहत 1,04,130 युवाओं को और केंद्र द्वारा प्रायोजित योजना प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 के तहत 51,300 युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है, जिसके लिए राज्य सरकार ने 500 करोड़ रुपये के बजट का अनुमान लगाया है।
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश में हब एंड स्पोक्स मॉडल के तहत 177 स्किल हब संचालित किए जा रहे हैं, जिसका लक्ष्य 1 लाख से अधिक युवाओं कुशल बनाने का है। सोशियो-इकनोमिक सर्वे 2022-23 के अनुसार, दिसंबर 2022 तक आंध्र प्रदेश राज्य स्किल डेवलपमेंट बॉडी ने लगभग 68,886 उम्मीदवारों को विभिन्न पहलों के माध्यम से प्रशिक्षित किया है।
सरकार का उद्देश्य राज्य में स्किल मैनपावर बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना है ताकि उद्योग की जरूरतों को पूरा किया जा सके। इस पहल को राज्य में संभावित इन्वेस्टर्स के लिए आकर्षक अवसर के रूप में देखा जा रहा है। जिसके लिए राज्य में कई हितधारकों को शामिल करते हुए, एक समन्वित दृष्टिकोण के साथ कॉम्प्रिहेंसिव स्किल इकोसिस्टम तंत्र शुरू किया जा रहा है। जैसे: रोजगार और प्रशिक्षण विभाग, तकनीकी शिक्षा, कॉलेजिएट शिक्षा, SEEDAP, NAC आदि।
हब एंड स्पोक्स मॉडल के तहत राज्य में एक विधानसभा क्षेत्र के लिए एक हब के साथ 177 स्किल हब संचालित किए जा रहे हैं। वर्तमान में इन स्किल सेंटर्स में 3,000 से अधिक उम्मीदवार प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इन हब्स के ऊपर 26 स्किल कॉलेज हैं, जो हाई-एंड इंस्टीट्यूट हैं। यही इंस्टीट्यूट उच्च पैकेज के साथ प्लेसमेंट सुनिश्चित करने के लिए एडवांस्ड कोर्सेज प्रदान करते हैं।
हब्स के 26 स्किल कॉलेजों में से 13 ने काम करना शुरू कर दिया है, जिसमें वर्तमान में 720 छात्र ट्रेनिंग भी प्राप्त कर रहे हैं। इन स्किल कॉलेजों के ऊपर एक स्किल यूनिवर्सिटी है, जिसके लिए तिरुपति के कोबाका में जमीन चिन्हित कर ली गई है और इसके लिए बेहतर तौर-तरीके तलाशे जा रहे हैं।
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