यूक्रेन में हुई वॉर के दौरान हुए नुक्सान और स्टूडेंट्स की पढ़ाई में आई दिक्कतों के मद्देनज़र, यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेनचेस्टर ने इंटरनेशनल एप्लीकेंट्स के लिए एक नई ह्यूमैनिटेरिअन स्कॉलरशिप का शुभारंभ किया है। इस स्कॉलरशिप के लॉन्च और पहले रिसिपिएंट के स्वागत के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेनचेस्टर ने एक इवेंट रखा जिसमें उन्होंने इस स्कीम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यह स्कॉलरशिप मुख्य रूप से उन इंटरनेशनल एप्लीकेंट्स के लिए है जिन्होंने यूक्रेन वॉर के दौरान रेस, रिलिजन, नैशनेलिटी आदि के कारण उत्पीड़न सहा या उन्हें आर्म्ड कनफ्लिक्ट के कारण डिस्प्लेस्ड कर दिया गया।
यह स्कॉलरशिप उन छात्रों पर फोकस्ड है जो अपनी पढ़ाई स्कॉलरशिप के बिना पूरी करना अफोर्ड नहीं कर सकते। स्टूडेंट्स जिन्होंने इस वर्ष इस स्कॉलरशिप को हासिल किया उनमें तीन राज्यों से 16 स्टूडेंट्स जिनमें 8 यूक्रेन के छात्र हैं शामिल हैं। इस स्कॉलरशिप के चलते इन स्टूडेंट्स की फीस, रहने का खर्च और वीज़ा का खर्च माफ़ किया गया है।
इस स्कॉलरशिप की शुरुआत यूक्रेन में हुए उत्पीड़न से घटित नुक्सान की भरपाई की तरफ एक बेहतर कदम है। यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेनचेस्टर द्वारा लिया गया यह स्टेप बाकी यूनिवर्सिटीज और राज्यों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत का काम कर सकता है। ऐसा भी हो सकता है कि भविष्य में हमें ह्यूमैनिटेरियन स्कॉलरशिप नामक स्कीम की तरह इंसानियत और निस्वार्थ भाव को ध्यान में रखते हुए और भी नई स्कीम्स के बारे में सुनने को मिले।
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