COVID-19 के कारण आई दिक्क्तों के बावजूद इंटरनेशनल एजुकेशन यानी स्टूडेंट्स के भीतर अब्रॉड जाकर पढ़ने के उत्साह में कमी देखने को नहीं मिली है। वहीं विभिन्न स्टडी अब्रॉड कंट्रीज़ भी स्टूडेंट्स के स्वागत को आतुर नज़र आ रही हैं।
इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की तरफ से आने वाला बेहतरीन रिस्पांस और लगातार बढ़ते एनरोलमेंट्स दुनिया भर के कई हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन के लिए फाइनेंशियल सस्टेनेबिलिटी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। इससे न सिर्फ इंस्टीट्यूशन की बेहतर ग्रोथ हो पा रही है बल्कि अब दुनिया का लाजवाब टैलेंट कई इंस्टीट्यूशंस का महत्वपूर्ण भाग बनता नज़र आ रहा है।
एकेडेमिक ईयर 2020/21 के दौरान, हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस ने पब्लिक हेल्थ और सेफ्टी नॉर्म्स के संयोजन में निर्देशित की गई प्रायॉरिटीज़ का मूल्यांकन किया। छात्रों के जीवन के अन्य तत्व, जैसे कि उनकी हैल्थ और वेलनेस और धन, 2020/2021 एकेडेमिक ईयर के दौरान एनरोल हुए स्टूडेंट्स को दिए इंट्रक्शंस से प्रभावित थे।
इसी के साथ छात्रों की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, दुनिया भर के हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस ने ग्रुप्स और असोसिएशन के साथ कोलैबोरेशन किया। COVID 19 की वजह से आई कई मुश्किल हालातों और बाधाओं के चलते भी, इंटरनेशनल एजुकेशन का क्रेज़ छात्रों के बीच बना हुआ है जोकि एक बेहतरीन बात है।
आइए एक नज़र टॉप कंट्रीज़ के स्टूडेंट वीज़ा ट्रेंड पर डालते हैं।
नीचे कुछ मशहूर कंट्रीज़ के बारे में बताया गया है जो इंटरनेशनल स्टूडेंट्स बेहतर एजुकेशन देने के लिए प्रसिद्ध मानी जाती हैं। विभिन्न कंट्रीज़ में स्टूडेंट वीज़ा का ट्रेंड किस मुताबिक़ है यहां बताया गया है-
- यूके : ऐसा माना जाता है कि यूके स्टूडेंट वीज़ा हासिल करना असल में काफी आसान हो गया है। यूके गवर्नमेंट इमिग्रेशन डेटा (फिस्कल ईयर एंडिंग जून 2022) अनुसार 2019 की शुरुआत में भारतीयों के लिए यूके के छात्र वीज़ा के अप्रूवल्स में 215% की वृद्धि हुई है।
- कनाडा : 2019 में COVID-19 की शुरुआत में लगभग 35% के रिजेक्शन रेट के साथ शुरू करने और 2022 में 60% तक कम हो जाने के बाद, कनाडा का स्टूडेंट वीज़ा सक्सेस रेट आखिरकार बढ़ता नज़र आया है। हाल ही के हफ़्तों में, तीन साल के अंतराल वाले उम्मीदवारों को दिए जाने वाले स्टूडेंट वीज़ा की संख्या में वृद्धि हुई है। इस बेहतरीन उछाल का कारण यह है कि जब कनाडा में हाई रिजेक्शन रेट थी, तो छात्रों ने यूके, यूएसए और ऑस्ट्रेलिया जैसे अन्य देशों में आवेदन किया था।
- ऑस्ट्रेलिया : इंडियन स्टूडेंट्स ऑस्ट्रेलिया की दूसरी सबसे बड़ी इंटरनेशनल स्टूडेंट आबादी हैं। 2021/22 के पहले दस महीनों के दौरान, लगभग 28,000 भारतीय छात्रों को ऑस्ट्रेलिया के स्टूडेंट वीज़ा से सम्मानित किया गया। आप अपनी पसंद की यूनिवर्सिटी चुनने के बाद अपना कार्यकाल शुरू होने से ज़्यादा से ज़्यादा 124 दिन पहले ऑस्ट्रेलिया स्टडी वीज़ा के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, आप अपने अध्ययन की शुरुआत से 90 दिन पहले तक ऑस्ट्रेलिया की यात्रा कर सकते हैं।
- यूएस : हाल ही किए गए एनालिसिस अनुसार यूएस ने 2022 में भारतीय स्टूडेंट्स को 82000 वीज़ा देने का रिकॉर्ड तोड़ा था जोकि एक काफी बड़ी संख्या है। यह संख्या दर्शाती है कि भारतीय स्टूडेंट्स के लिए यूएस एक प्राइमरी डेस्टिनेशन है जो वह स्टडी अब्रॉड के लिए चुना पसंद करते हैं।
समय के साथ दुनिया भर के इंस्टीट्यूशंस इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए उनकी पढ़ाई को लेकर काफी बेहतरीन स्टेप्स लेते नज़र आ रहे हैं। वजह यह ज़रूर है कि वह स्टूडेंट्स के एक्सपीरियंस को बेहतरीन बनाना चाहते हैं मगर वजह यह भी है की इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की एनरोलमेंट इंस्टीट्यूशंस के फाइनेंशियल हेल्थ पर असर डालती है।
हम यह ज़रूर मानते हैं कि इंटरनेशनल स्टूडेंट एनरोलमेंट एक चैलेंजिंग, एक्सपेंसिव मुद्दा है लेकिन इंस्टीट्यूशंस पर इसका बढ़ता प्रभाव इसे और महत्वपूर्ण बनाता है। स्टूडेंट वीज़ा की तरफ बात करें तो स्टूडेंट्स की सिस्टेमेटिक, थॉटफुल और इन्फॉर्मड अप्रोच उनके वीज़ा हासिल करने के चांस को बढ़ा देती है।
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