इस नई यूके-भारत वीज़ा योजना को 16 नवंबर को शुरू किया गया। इस योजना के अंतर्गत 18 से 30 साल के भारतीय छात्रों और पेशेवरों को 24 महीने के लिए यूके में रहने और काम करने के लिए सालाना 3,000 वीजा की पेशकश की जाएगी।
यह नई यूके-भारत वीज़ा योजना अगले साल के शुरुआत से चालू हो जाएगी।
इस योजना को बाजारों के बीच टॉप टैलेंट के सुचारू आवागमन को सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा कदम बताते हुए ब्रिटेन में इंडस्ट्री और स्टूडेंट ग्रुप्स ने प्रधान मंत्री ऋषि सनक द्वारा शुरू की गई नई यूके-भारत युवा प्रोफेशनल योजना का स्वागत किया।
लंदन के लॉर्ड मेयर ने बाली में G20 शिखर सम्मेलन से घोषणा का स्वागत किया और अन्य क्षेत्रों में भी दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान बढ़ाने का आह्वान किया।
लॉर्ड मेयर निकोलस ल्योंस ने कहा कि “इंटरनेशनल ट्रेड के लिए ऑब्सटेकल्स को हटाने की जरूरत है और इस तरह की वीजा योजनाएं यह सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा कदम हैं कि हम टॉप टैलेंट को आसानी से आने जाने की अनुमति दें।”
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) ने नई योजना को दोनों देशों के युवा प्रोफेशनल्स के लिए ‘जीवन भर का अवसर’ करार दिया।
National Indian Students and Alumni Union (NISAU) यूके की अध्यक्ष सनम अरोड़ा ने कहा मुझे उम्मीद है कि जितना संभव हो उतने युवा ब्रिटिश भी भारत जाने के लिए इस योजना को अपनाने के लिए प्रोत्साहित होंगे, क्योंकि यह वास्तव में शिक्षित करने का एक अद्भुत तरीका है।
सनम ने यह भी कहा कि यह योजना युवा भारतीय और ब्रिटिश प्रतिभाओं के जीवंत सेतु को दूसरे देश को समृद्ध बनाने में मदद करेगी, ठीक वैसे ही जैसे हमारे भारतीय छात्र जिन्हें हम इंडिया यूके अचीवर्स ऑनर्स के माध्यम से सम्मानित कर रहे हैं, सदियों से करते आ रहे हैं।
यह योजना 30 वर्ष से कम आयु के डिग्री-शिक्षित युवा प्रोफेशनल के लिए खुली होगी, आने वाले हफ्तों में विस्तृत आवेदन मानदंड निर्धारित किए जाने की उम्मीद है। पहले भारतीय बैलट पेपर की घोषणा के बाद और अपडेट जोड़े जाएंगे ऐसा यूके होम ऑफिस के मार्गदर्शन में कहा गया है।
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