साइकोलॉजी ऑनर्स क्या है?

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साइकोलॉजी ऑनर्स में अंडरग्रेजुएट डिग्री अधिक प्रचलन में है। 12वीं के बाद साइकोलॉजी ऑनर्स में छात्र बीए या बीएससी दोनों में से कोई भी कोर्स चुन सकते हैं। यह कोर्स उन छात्रों के लिए काफी अच्छा है जो मानव विचार, मानवीय प्रतिक्रिया आदि को समझने में रुचि लेते हैं। मानव विज्ञान में करियर के कई विकल्प भी मौजूद है जो आपके भविष्य को उड़ान देते हैं। तो आइए जानते हैं साइकोलॉजी ऑनर्स के बारे में विस्तार से इस ब्लॉग में। 

स्तर-ग्रेजुएशन
-पोस्ट ग्रेजुएशन
-एमफिल
-डॉक्टरेट
कोर्स की अवधिग्रेजुएशन- 3 वर्ष
पोस्ट ग्रेजुएशन – 2 वर्ष
एमफिल – 1-2 वर्ष
डॉक्टरेट – 3 वर्ष
योग्यता बैचलर कोर्स में प्रवेश के लिए, उम्मीदवारों को विज्ञान, आर्ट्स या कॉमर्स स्ट्रीम में अपने 10 + 2 स्तर की पढ़ाई पूरी करनी चाहिए और कॉलेज द्वारा आवश्यक न्यूनतम कुल प्रतिशत प्राप्त करना चाहिए। मास्टर स्तर के मनोविज्ञान पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए, उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान से बीए मनोविज्ञान या समकक्ष जैसे पाठ्यक्रमों में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए और कॉलेज द्वारा आवश्यक न्यूनतम आवश्यक कुल अंक होना चाहिए।
प्रवेश प्रक्रियाविश्वविद्यालय आमतौर पर प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार आयोजित करते हैं।

साइकोलॉजी ऑनर्स क्या है?

साइकोलॉजी ऑनर्स में बैचलर डिग्री तीन वर्ष की होती है। साइकोलॉजी ऑनर्स में छात्र मास्टर्स भी कर सकते हैं, जो कि 2 साल का होता है। यदि आप अन्य लोगों की विचार प्रक्रिया को समझने और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में उनकी मदद करने में रुचि रखते हैं तो आपके लिए ये बेस्ट कोर्स है। इस कोर्स में मन, व्यवहार और इसके काम करने के तरीके को प्रभावित करने वाले कारकों का अध्ययन शामिल है। 

साइकोलॉजी ऑनर्स को क्यों चुनें?

साइकोलॉजी ऑनर्स को क्यों चुनना चाहिए इसके कुछ कारण दिए गए हैं:

  • साइकोलॉजी ऑनर्स का क्षेत्र एक व्यापक क्षेत्र है जिसे कई विशेषज्ञताओं में विभाजित किया जा सकता है। डिग्री कला और विज्ञान दोनों विषयों में उपलब्ध है। जिससे आर्ट और साइंस दोनों स्ट्रीम के छात्र इसे कर सकते हैं। 
  • साइकोलॉजी ऑनर्स में अंडरग्रेजुएट डिग्री, पोस्टग्रेजुएट डिग्री, एमफिल और डॉक्टरेट सभी उपलब्ध हैं जो आपके ज्ञान को एक ही दिशा में बढ़ाती जाएगी। 
  • साइकोलॉजी ऑनर्स के पाठ्यक्रमों में उनकी कार्यप्रणाली में थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों शामिल हैं।

साइकोलॉजी ऑनर्स के लिए स्किल्स

साइकोलॉजी ऑनर्स कोर्स करने के साथ आपके पास कुछ स्किल्स भी होनी चाहिए उनमें से कुछ यहां दी गई हैं:

  • आपके पास एक्सीलेंट कम्युनिकेशन स्किल्स होनी चाहिए। 
  • आपको लक्ष्य केंद्रित होना ज़रूरी है।
  • आपके अंदर लीडरशिप क्वालिटी होनी चाहिए। 
  • समस्या समाधान करने की कुशलताएं होनी चाहिए। 
  • आपको व्यावहारिक होना ज़रूरी है। 

बीए साइकोलॉजी ऑनर्स का सिलेबस

बीए साइकोलॉजी ऑनर्स का सिलेबस नीचे दिया गया है:

सेमेस्टर lसेमेस्टर ll
फाउंडेशनस ऑफ साइकोलॉजिकल प्रोसेसेसअप्लाइड साइकोलॉजी
प्रेक्टिकल प्रेक्टिकल 
एंसिलरी: बेसिक साइकोलॉजिकल प्रोसेसेसएंसिलरी: अप्लाइड साइकोलॉजी 
लैंग्वेजलैंग्वेज
सेमेस्टर lll सेमेस्टर lV
एक्सपेरिमेंटल मेथेडोलॉजी & एलीमेंट्री स्टेटिस्टिक्ससाइकोलॉजी ऑफ ह्यूमन डेवलपमेंट 
प्रेक्टिकल प्रेक्टिकल
एंसिलरी: एब्नॉर्मल साइकॉलजी एंसिलरी: फाउंडेशनस ऑफ पर्सनेलिटी
लैंग्वेजलैंग्वेज
सेमेस्टर Vसेमेस्टर VI
साइकोलॉजिकल टेस्टिंग & असेसमेंट न्यूरो-साइकोलॉजिकल बेसेस ऑफ बिहेवियर 
आर्गेनाइजेशनल बिहेवियर कल्चर एंड ह्यूमन बिहेवियर 
साइकोलॉजी ऑफ सोशल बिहेवियरह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट 
कॉग्निटिव साइकॉलजी परसेप्शन, अटेंशन & कॉन्शियसन 
बिहेवियरल डिसोर्डर्सक्लिनिकल साइकोलॉजी
साइकोलॉजी ऑफ एडजस्टमेंट/गाइडेंस एंड काउन्सलिंग स्ट्रेस एंड कॉपिंग/ साइकॉलजी ऑफ कम्युनिकेशन 
प्रेक्टिकल बेस्ड ऑन द को अदर कोरेसेस  ऑफ सेमेस्टर Vप्रेक्टिकल बेस्ड ऑन द अदर कोर्सेज ऑफ सेमेस्टर Vl 

विदेश में टॉप यूनिवर्सिटीज

साइकोलॉजी ऑनर्स के लिए विदेश की कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है:

आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।

भारत में टॉप यूनिवर्सिटीज 

साइकोलॉजी ऑनर्स करने के लिए भारत की कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट यहां दी गई है:

  • एमिटी इंस्टिट्यूट ऑफ साइकोलॉजी एंड एलाइड साइंसेज, नोएडा 
  • एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स, पंजाब
  • आर्यभट्ट कॉलेज, दिल्ली
  • अशोक विश्वविद्यालय, हरियाणा 
  • लेडी श्रीराम कॉलेज, नई दिल्ली
  • सिम्बायोसिस कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स,  पुणे
  • पटना महिला कॉलेज, पटना
  • बेथ्यून कॉलेज, कोलकाता
  • बीजेबी ऑटोनॉमस कॉलेज, भुवनेश्वर
  • सेंट पॉल कॉलेज, रांची

योग्यता

साइकोलॉजी ऑनर्स में बैचलर और मास्टर्स दोनों के लिए योग्यता मापदंड नीचे दिया गया है:

  • डिप्लोमा/ बैचलर कोर्सेज के लिए किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से आर्ट्स स्ट्रीम विषयों के साथ 10+2 की शिक्षा होना ज़रूरी है। 
  • UG कोर्स के अध्ययन के लिए SAT परीक्षा या ACT परीक्षा में अच्छे अंक लाना आवश्यक है। 
  • मास्टर कोर्स के लिए: बीए साइकोलॉजी ऑनर्स या किसी अन्य संबंधित क्षेत्र के समान क्षेत्र में यूजी डिग्री होनी चाहिए।
  • अगर आप विदेश में इसकी शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं तो आपके पास निम्नलिखित में से किसी भी लैंग्वेज  प्रोफिशिएंसी परीक्षा का वैध स्कोर होना चाहिए – IELTS, TOEFL, PTE, आदि। 
  • इसके साथ SOP और LORs की भी जरूरत होगी। 

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आवेदन प्रक्रिया

विदेश के विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है-

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स और यूनिवर्सिटी का चुनाव है। 
  • कोर्स और यूनिवर्सिटी के चुनाव के बाद उस कोर्स के लिए उस यूनिवर्सिटी की एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के बारे में रिसर्च करें। 
  • आवश्यक टेस्ट स्कोर और दस्तावेज़ एकत्र करें।
  • यूनिवर्सिटी की साइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भरें या फिर आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की भी सहायता ले सकते हैं।
  • ऑफर की प्रतीक्षा करें और सिलेक्ट होने पर इंटरव्यू की तैयारी करें। 
  • इंटरव्यू राउंड क्लियर होने के बाद आवश्यक ट्यूशन शुल्क का भुगतान करें और स्कॉलरशिप, छात्रवीज़ा, एजुकेशन लोन और छात्रावास के लिए आवेदन करें।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें

आवश्यक दस्तावेज़ 

कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

  • आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट 
  • स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपीI
  • IELTS या TOEFL के आवश्यक टेस्ट स्कोर 
  • प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
  • SOP 
  • निबंध (यदि आवश्यक हो)
  • पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
  • अपडेट किया गया सीवी / रिज्यूमे
  • एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा 
  • बैंक विवरण 

छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।

प्रवेश परीक्षाएं

इस कोर्स के लिए अलग-अलग यूनिवर्सिटी द्वारा अलग-अलग प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती हैं उनमें से कुछ यहां दी गई है:

MU-OETBHU PET
DUETCUCET
जामिया प्रवेश परीक्षाJUET

करियर स्कोप

साइकोलॉजी ऑनर्स के बाद सरकारी नौकरी या प्राइवेट नौकरी भी कर सकते हैं। साइकोलॉजी ऑनर्स के बाद विश्वविद्यालय, कॉलेज, स्कूल, क्लीनिक, अस्पताल आदि क्षेत्रों में भी काम कर सकते हैं। यदि कोई छात्र ग्रेजुएशन के बाद नौकरी नहीं करना चाहता है तो वह अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ा सकता है। वह साइकोलॉजी ऑनर्स में एमए, एमएससी, एमफिल, डॉक्टरेट आदि भी कर सकता है ।

जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी

साइकोलॉजी ऑनर्स करने के बाद आप कुछ जॉब प्रोफाइल्स को चुन सकते हैं उनमें से कुछ यहां दी गई हैं:

नौकरी प्रोफ़ाइलवेतन
साइकाइट्रिस्ट INR 6-8 लाख
साइकोलॉजिस्ट INR 7-10 लाख
काउंसलरINR 2.5-4 लाख
सोशल साइकोलॉजिस्ट INR 5-7 लाख
रिहैबिलिटेशन स्पेशियलिस्ट          INR 4-7 लाख

FAQs

भारत में, एक मनोवैज्ञानिक के लिए विशिष्ट आय क्या है?

भारत में एक मनोवैज्ञानिक का औसत वार्षिक वेतन 2.5 लाख रुपये से 3.5 लाख रुपये तक है।

क्या मनोविज्ञान मास्टर के लिए एक कठिन विषय है?

आप थ्योरी और प्रैक्टिकल भागों से संबंधित होने में सक्षम होंगे यदि आपको लगता है कि आपके पास उपयुक्त आवश्यक विशेषताओं और प्रतिभाओं में से कोई भी है। मानव व्यवहार में वास्तविक रुचि विकसित करने के लिए, शिक्षार्थी को पहले मानव व्यवहार के सिद्धांतों और बुनियादी बातों को समझना चाहिए।

मनोविज्ञान बैचलर्स के लिए रोज़गार के सबसे आम क्षेत्र कौन से हैं?

अस्पताल, स्कूल, विश्वविद्यालय, क्लीनिक, खेल के मैदान और कई अन्य स्थान मनोविज्ञान में बीएससी डिग्री वाले व्यक्तियों की तलाश कर रहे हैं।

उम्मीद है, आपको साइकोलॉजी ऑनर्स के बारे में सभी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप इस कोर्स को विदेश में करना चाहते हैं तो Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800 572 000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।

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