हर साल 23 मार्च को विश्व मौसम विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है। विश्व मौसम विज्ञान दिवस विश्व मौसम विज्ञान संगठन यानि WMO (World Meteorological Organisation) की स्थापना के अवसर पर मनाया जाता है। विश्व मौसम विज्ञान दिवस मौसम विज्ञान के प्रचार- प्रसार के उद्देश्य से मनाया जाता है। विश्व मौसम विज्ञान दिवस के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
विश्व मौसम विज्ञान दिवस का इतिहास
विश्व मौसम विज्ञान दिवस को विश्व मौसम विज्ञान संगठन के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन 23 मार्च 1950 को स्थापित किया गया था। विश्व मौसम विज्ञान संगठन का मुख्यालय जेनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन की स्थापना 23 मार्च 1950 को विश्व मौसम विज्ञान संगठन के सम्मेलन से हुई थी, जो 11 अक्टूबर 1947 को साइन किया गया था। इसे 23 मार्च 1950 को मंजूरी मिली थी। स्थापना के लगभग एक साल बाद, डब्ल्यूएमओ संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की एक विशेष एजेंसी बन गया। विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने विश्व मौसम विज्ञान दिवस को 23 मार्च 1961 को निर्धारित किया। विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने 1951 में अंतरराष्ट्रीय मौसम विज्ञान संगठन को बदल दिया और विश्व का पहला ऐसा विश्वव्यापी संगठन बन गया जो विभिन्न देशों के बीच मौसम सम्बंधित जानकारी की लेन- देन की सुविधा प्रदान करता है।
विश्व मौसम विज्ञान दिवस का महत्व
विश्व मौसम विज्ञान दिवस हमारे- आपके जीवन में बहुत महत्व रखता है। इससे हमारे समाज का कल्याण और सुरक्षा सुनिश्चित होती है। विश्व मौसम विज्ञान दिवस से हमें मौसम, जल और जलवायु से सम्बंधित मुद्दों और उनका हमारे जीवन पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानकरी मिलती है। विश्व मौसम विज्ञान दिवस मानवता के लाभ और विकास के प्रति विश्व मौसम विज्ञान संगठन के प्रयासों को रेखांकित करता है। यह दिवस विश्व मौसम विज्ञान संगठन द्वारा किए गए लेटेस्ट डिस्कवरी, रिसर्च अदि को प्रोत्साहन देता है और जागरूकता उत्पन्न करता है। विश्व मौसम विज्ञान दिवस जनता के साथ जलवायु विज्ञान, मौसम की तकनीकी जानकारी साझा करता है और इस सम्बन्ध में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का समर्थन और प्रोत्साहन करता है।
विश्व मौसम विज्ञान दिवस 2023 की थीम
हर साल विश्व मौसम विज्ञान दिवस एक निर्धारित थीम के तहत मनाया जाता है। इस साल 2023 में इसकी थीम “जनरेशन के साथ मौसम, जलवायु और जल का भविष्य” है। इस थीम के माध्यम से जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याओं का समाधान निकालने और आने वाली पीढ़ी के लिए सस्टेनेबल क्लाइमेट हैबिट्स और अभ्यासों को सुनिश्चित करने के लिए स्ट्रेटेजीज़ विकसित करने पर बल दिया जाएगा।
यह था विश्व मौसम विज्ञान दिवस पर हमारा आर्टिकल। ऐसी ही रोमांचक जानकरी के लिए बने रहिए हमारी वेबसाइट के साथ।