योग केवल एक चिकित्सीय विधि नहीं है बल्कि यह अपने आप में पूरा एक विज्ञान है। यह शरीर आत्मा और परमात्मा का अद्भुत मिलन है, इस प्रकार से यह एक आध्यात्मिक क्रिया भी है। योग का मतलब होता है जोड़ यानि आत्मा को परमात्मा से जोड़ना। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आईये जानते हैं कुछ प्रमुख yoga steps in hindi.
भुजंगासन
भुजंगासन को सर्पासन, कोबरा आसन या सर्प मुद्रा भी कहा जाता है। इस मुद्रा में शरीर सांप की आकृति बनाता है। ये आसन जमीन पर लेटकर और पीठ को मोड़कर किया जाता है। भुजंग आसन का रोज अभ्यास से कमर की परेशानियां दूर होती हैं। ये आसन पीठ और मेरूदंड के लिए लाभकारी होता है। इसे अंग्रेजी में कोबरा पोज़ कहा जाता है।
अर्ध चन्द्रासन
अर्ध चन्द्रासन जैसा कि नाम से पता चल रहा है, इस आसन में शरीर को अर्ध चन्द्र के आकार में घुमाया जाता है। इसको भी खड़े रहकर किया जाता है। यह आसन शरीर में संतुलन और लचीलापन लाता है। इसे अंग्रेजी में हाफ व्हील पोज़ कहा जाता है।
बाल आसन
यह एक विन्यास योग है। बालासन को कम से कम 3 मिनट तक जरूर करना चाहिए। यह एक ही मुद्रा में किया जाता है। यह एक प्रकार से ध्यान मुद्रा का रूप है, जिसमें किसी दोहराव अथवा बदलाव की जरूरत नहीं होती है। इस योग से जांघों, कूल्हों और टखनों में खिंचाव पैदा होता है। बाल आसन से तनाव दूर होता है। शरीर को संतुलिच और रक्त संचार को सामान्य बनाने के लिए इस आसन को किया जाता है।
नटराज आसन
नटराज आसन फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है। इय योग से कंधे मजबूत होते हैं साथ ही बाहें और पैर भी मजबूत होते हैं। जिनको लगातार बैठकर काम करना होता है उनके लिए नटराज आसन बहुत ही फायदेमंद है। इससे एकाग्रता बढ़ता है। नटराज आसन से शरीर की पाचन शक्ति बढ़ती है। इसे अंग्रेजी में डांसर पोज़ कहते हैं।
गोमुख आसन
गोमुख का अर्थ होता है गाय का चेहरा या गाय का मुख। गोमुख आसन में पांव की स्थिति बहुत हद तक गोमुख की आकृति जैसे होती है। इसी कारण इसका नाम गोमुखासन है। यह आसन विशेष रूप से महिलाओं के लिए लाभकारी है। गोमुख आसन शरीर को सुडौल बनता है। योग की इस मुद्रा को बैठकर किया जाता है।
हलासन
हलासन दो शब्द ‘हल’ और ‘आसन’ से मिलकर बना है। हल अर्थात ज़मीन को खोदने वाला कृषि यंत्र और आसन यानि बैठने की मुद्रा। इस योग को करते समय शरीर की मुद्रा हल की तरह बन जाती है। इसे अंग्रेजी में ‘प्लो पोज’ कहते हैं। हलासन के नियमित अभ्यास से रीढ़ की हड्डियां लचीली रहती है। यह आसन पेट के रोग, थायराइड, दमा, कफ एवं रक्त सम्बन्धी रोगों के लिए बहुत ही लाभकारी होता है।
यह था yoga steps in hindi पर हमारा आर्टिकल। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।