वीर सावरकर भारत के एक ऐसे स्वतंत्रता सेनानी, क्रांतिकारी, विचारक, लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता थे, जिन्होंने राष्ट्रहित के लिए अनेकों क्रांतिकारियों को प्रेरित किया। वीर सावरकर के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जो युवाओं को राष्ट्रहित सर्वोपरि के मंत्र का पालन करना सिखाते हैं। किसी भी राष्ट्रवादी व्यक्ति के लिए वीर सावरकर एक ऐसा नाम है, जो उन्हें प्रेरित करने का कार्य करता है। विद्यार्थी जीवन में विद्यार्थियों को वीर सावरकर का जीवन परिचय और उनके विचारों को अवश्य पढ़ना चाहिए। इस ब्लॉग में आपको Veer Savarkar Quotes in Hindi को पढ़ने का अवसर मिलेगा, जो आपको राष्ट्र के प्रति आपकी जिम्मेदारियों का बोध कराएंगे।
This Blog Includes:
वीर सावरकर के विचार
वीर सावरकर के विचार कुछ इस प्रकार हैं:
- देश हित में सर्वस्व त्याग की भावना सच्ची देशभक्ति है, जिस व्यक्ति में लालच की भावना होती है वह देश हित में निर्णय नहीं ले सकता।
- हम संघर्ष की तपती धरा से बचने के लिए शीतल युक्त मार्ग चुनते हैं यही हमें पतन के मार्ग तक पहुंचाती है।
- संघर्ष ही पुरुषार्थ की पहचान है अपने पुरुषार्थ को कभी कम मत होने दो अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए।
- देश की खातिर जीना और देश की खातिर मरना जिस व्यक्ति में नहीं है वह व्यक्ति मृत के समान है।
- अस्पृश्यता हमारे देश और समाज के माथे पर एक कलंक है। इस घातक बुराई को हमें त्यागना होगा।
यह भी पढ़ें : जवाहरलाल नेहरू के बारे में : जीवनी – बचपन, शिक्षा और मृत्यु
वीर सावरकर के राजनीतिक विचार
वीर सावरकर के राजनीतिक विचार आपको वीर सावरकर के दृष्टिकोण और राष्ट्र की अखंडता के लिए उनकी विचारधारा से परिचित कराएंगे, जो इस प्रकार हैं:
- एक देश, एक ईश्वर, एक जाति, एक मन, भाई-भाई, हम सब बिना किसी भेदभाव के, बिना किसी संदेह के।
- अस्पृश्यता का अभ्यास एक पाप है, मानवता पर एक धब्बा है, और कोई भी इसे उचित नहीं ठहरा सकता।
- केवल उसी पर विचार करें जो अछूत है और किसी के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, साथी मनुष्यों पर नहीं। इस एक मूर्खतापूर्ण बंधन को खोलने से हमारे करोड़ों भाई मुख्यधारा में आ जाएँगे। वे विभिन्न क्षमताओं में देश की सेवा करेंगे और उसके सम्मान की रक्षा करेंगे।
- हर व्यक्ति एक समान है जो इस भारत भूमि, सिंधु से लेकर समुद्र तक की इस भूमि को अपनी पितृभूमि और पवित्र भूमि मानता है, यानी अपने धर्म की उत्पत्ति की भूमि मानता है और उसका मालिक है।
यह भी पढ़ें : सफलता पर आधारित प्रेरक विचार, जो आपको प्रेरणा से भर देंगे!
वीर सावरकर कोट्स हिंदी में – Top 10 Veer Savarkar Quotes in Hindi
Top 10 Veer Savarkar Quotes in Hindi इस प्रकार है:
- जहाँ तक मनुष्य का सवाल है, इस पूरी दुनिया में एक ही जाति है – मानव जाति, जो एक ही खून (मानव रक्त) द्वारा जीवित है।
- सबसे अच्छी स्थिति में, अस्थायी, अस्थायी और केवल सापेक्ष रूप से सत्य हैं।
- प्रकृति लगातार उन कृत्रिम बाधाओं को उखाड़ फेंकने की कोशिश कर रही है जो आप जातियों के बीच खड़ी करते हैं।
- रक्त के मिश्रण को रोकने के लिए, रेत पर निर्माण करें।
- ध्रुव से ध्रुव तक मनुष्य की मौलिक एकता सत्य है; बाकी सब केवल सापेक्ष रूप से सत्य है।
- अस्पृश्यता एक ऐसा अभिशाप है जिसने हमारे देश के इतिहास को अंधकारमय बना दिया है। यह सही है कि अस्पृश्यता की प्रथा को कोई भी उचित नहीं ठहरा सकता।
- अगर आप वास्तव में स्वतंत्र रहना चाहते हैं तो कोई भी आपको गुलाम नहीं बना सकता, बस आपको अपनी पहचान को कभी धूमिल नहीं होने देना है।
- संघर्ष की तपती धरा से बचने के लिए जो व्यक्ति शीतल व आसान मार्ग चुनता है, उस व्यक्ति का पतन होना निश्चित है।
- देश की खातिर जीने या मरने की भावना जिस व्यक्ति में नहीं है, वो व्यक्ति मृत के समान है।
यह भी पढ़ें : श्रीमद्भगवत गीता के अनमोल ज्ञान पर आधारित कोट्स
विद्यार्थियों के लिए वीर सावरकर के विचार
विद्यार्थियों के लिए वीर सावरकर के विचार पढ़कर विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है। Veer Savarkar Quotes in Hindi कुछ इस प्रकार हैं:
- “हे मातृभूमि, तेरे लिए बलिदान जीवन के समान है; तेरे बिना जीना मृत्यु के समान है।”
- “हम बुद्ध, धर्म और संघ के प्रति अपने प्रेम, प्रशंसा और सम्मान में किसी से पीछे नहीं हटते। वे सभी हमारे हैं। उनकी महिमा हमारी है, और उनकी असफलताएँ भी हमारी हैं।”
- “तैयारी में शांति लेकिन कार्यान्वयन में साहस – संकट के क्षणों में यही मूलमंत्र होना चाहिए।”
- “यदि आपका लक्ष्य महान है तो उसको प्राप्त करने की राह में किया गया कोई भी बलिदान व्यर्थ नहीं होता है।”
- ‘हिंदुत्व’ ही सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का एक स्वरुप है, जिसमें धार्मिक एकता नहीं, बल्कि सांस्कृतिक एकता महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।”
यह भी पढ़ें : प्रेम के प्रतीक राधा-कृष्णा पर आधारित इंट्रस्टिंग कोट्स
वीर सावरकर के सामाजिक विचार
वीर सावरकर के सामाजिक विचार समाज में सद्भावना और सौहार्द की स्थापना करेंगे। Veer Savarkar Quotes in Hindi कुछ इस प्रकार हैं:
- हमारे देश और समाज के माथे पर अस्पृश्यता नामक एक कलंक है। हिन्दू समाज के, धर्म के, राष्ट्र के करोड़ों हिन्दू बंधु इससे अभिशप्त हैं। जब तक हम ऐसे बनाए हुए हैं, तब तक हमारे शत्रु हमें परस्पर लड़वाकर, विभाजित करके सफल होते रहेंगे। इस घातक बुराई को हमें त्यागना ही होगा।
- कर्तव्य की निष्ठा संकटों को झेलने में, दुःख उठाने में और जीवनभर संघर्ष करने में ही समाविष्ट है। यश अपयश तो मात्र योगायोग की बातें हैं।
- इतिहास, समाज और राष्ट्र को पुष्ट करने वाला हमारा दैनिक व्यवहार ही हमारा धर्म है। धर्म की यह परिभाषा स्पष्ट करती है कि कोई भी मनुष्य धर्मातीत रह ही नहीं सकता। देश इतिहास, समाज के प्रति विशुद्ध प्रेम एवं न्यायपूर्ण व्यवहार ही सच्चा धर्म है।
- एक मजबूत राष्ट्र के लिए एक मजबूत और एकजुट समाज होना आवश्यक है।
- मनुष्य की सम्पूर्ण शक्ति का मूल उसके खुद की अनुभूति में ही विद्यमान है।
यह भी पढ़ें : सशक्तिकरण पर कोट्स, नारे, शायरी
संबंधित आर्टिकल
आशा है कि Veer Savarkar Quotes in Hindi के माध्यम से आपको वीर सावरकर के विचार पढ़ने का अवसर मिला होगा। ये विचार युवाओं का मार्गदर्शन करेंगे। इसी प्रकार के कोट्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।