राजा राम मोहन राय 19वीं शताब्दी के दौरान भारत के सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलनों में एक अग्रणी व्यक्ति थे। राजा राम मोहन राय को लोकप्रिय रूप से भारतीय पुनर्जागरण के पिता के रूप में याद किया जाता है और उन्हें अनेक भाषा जैसे कि अरबी, फारसी, अंग्रेजी और हिब्रू भाषाओं का ज्ञान भी था। 1772 में बंगाल के राधानगर में जन्मे, वह एक प्रमुख विचारक, दार्शनिक और समाज सुधारक के रूप में उभरे और उन्होंने कई किताबें भी लिखीं, जिसके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए। इसलिए आज के इस ब्लॉग में हम Raja Ram Mohan Roy Books in Hindi के बारे में जानेंगे।
राजा राम मोहन राय के बारे में
राजा राम मोहन राय के बारे में यहाँ बताया गया है :
- 22 मई 1774 को राजा राम मोहन राय का जन्म राधानगर में हुआ था।
- राजा राम मोहन राय फारसी, अरबी, अंग्रेजी, बंगाली और हिंदी के महान विद्वान थे।
- राजा राम मोहन राय को वेदों, उपनिषदों और हिंदू दर्शन का गहरा ज्ञान था।
- राम मोहन राय ने अपनी उदार शिक्षा के माध्यम से बौद्ध धर्म, हिंदू धर्म और इस्लाम में एक अच्छा आधार प्राप्त किया।
- उन्हें भारतीय पुनर्जागरण के जनक और आधुनिक भारत के निर्माता के रूप में जाना जाता है।
- राजा राम मोहन राय 1803 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी में शामिल हुए और उन्होंने अंग्रेजी अधिकारी डिग्बी की सेवा की, जिनसे उन्होंने पश्चिमी उदार और तर्कसंगत विचारों को सीखा। 1814 में वह सेवा से सेवानिवृत्त हुए और खुद को सार्वजनिक सेवा में लगा लिया।
- मेनिनजाइटिस के कारण 27 सितंबर, 1833 को इंग्लैंड में उनका निधन हो गया।
यह भी पढ़ें : Raja Ram Mohan Roy: राजा राम मोहन राय के प्रेरक कथन, जो आपका मार्गदर्शन करेंगे!
Raja Ram Mohan Roy Books in Hindi
राजा राम मोहन राय की किताबें यहाँ दी गई हैं :
संख्या | पुस्तकें | लिंक |
1 | Zero Point Of Jain Astronomy | यहाँ से खरीदें |
2 | India after Alexander | यहाँ से खरीदें |
3 | An Alternative Timeline of Indian History | यहाँ से खरीदें |
4 | Critical Analysis of the Dating of the Ramayana to 12209 BCE | यहाँ से खरीदें |
5 | India after Vikramaditya | यहाँ से खरीदें |
6 | Vedic Physics | यहाँ से खरीदें |
7 | Was Qutb Minar an Astronomical Observatory? | यहाँ से खरीदें |
8 | Taj Mahal Was a Red Sandstone Palace | यहाँ से खरीदें |
9 | The Precepts Of Jesus, The Guide To Peace And Happiness | यहाँ से खरीदें |
10 | A Defence of Hindoo Theism in Reply to the Attack of an Advocate for Idolatry, at Madras | यहाँ से खरीदें |
11 | The English Works of Raja | यहाँ से खरीदें |
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FAQs
राजा राम मोहन राय ने 1822 में संवाद कौमुदी नामक एक बंगाली साप्ताहिक शुरू किया और उसी वर्ष उन्होंने पहला फ़ारसी समाचार पत्र मिरात-उल-अकबर शुरू किया।
राजा राम मोहन राय का जन्म 22 मई 1772 को हुआ था।
राजा राम मोहन राय का निधन 17 सितंबर 1833 को हुआ था।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको Raja Ram Mohan Roy Books in Hindi से जुड़ी पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।