वे लोग काफी खुश किश्मत होते हैं जिनके खुद के घर होते हैं। जिनके पास अपनी खुद की एक पहचान होती है। जैसे कि हमारे देश में ऐसे कई निवासी हैं जिनके पास खुद की संपत्ति है। इसके अलावा देश के इन सभी नागरिकों को शिक्षा का अधिकार, कही भी घूमने-फिरने का अधिकार, खुद का रोजगार या फिर नौकरी करने का अधिकार प्राप्त है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर किसी व्यक्ति या फिर किसी खास समुदाय के लोगों को ये बेहतरीन सुविधा और ये अधिकार ना मिल पा रहे हैं तो उनका जीवन कैसा होगा और उनके जीवन में इसकी वजह से क्या फर्क पड़ रहा होगा। हम बात कर रहे हैं रिफ्यूजी यानी शरणार्थी की। अगर आप इनके बारे में नहीं जानते तो कोई बात नहीं आज हम आपको अपने इस ब्लॉग के जरिए विश्व शरणार्थी दिवस यानी रिफ्यूजी डे के बारे में बताएगे।
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विश्व शरणार्थी दिवस का इतिहास
हर साल 20 जून को विश्व भर में वर्ल्ड रिफ्यूजी डे मनाया जाता है, लेकिन आपको बता दें कि पहले यह इस दिन नहीं मनाया जाता था। 4 जून 2000 को संयुक्त राष्ट्र संघ यानी UN ने इसे मनाने की घोषणा की। इसे मनाने के लिए 17 जून तारीख तय की गयी। इसके अगले साल, 2001 में संयुक्त राष्ट्र ने पाया कि इस वर्ष 1951 के शरणार्थियों की स्थिति से संबंधित कन्वेंशन (1951 Convention relating to the Status of Refugees) के 50 साल पूरे हो चुके हैं, जिसके बाद यह दिन 17 की बजाय 20 जून को पूरे विश्व में मनाया जाने लगा। तब से ही हर साल यह दिन 20 जून को ही मनाया जाता है।
विश्व शरणार्थी दिवस क्यों मनाया जाता है
दुनिया भर में एक बड़ी संख्या में शरणार्थी (Refugee) रहते हैं। इनके साथ आए दिन प्रताड़ना, संघर्ष और हिंसा जैसी कई चुनौतियों के कारण इनको अपना देश छोड़कर बाहर भागने को मजबूर होना पड़ता है। जिसके बाद इन सभी को कईं देशों में पनाह मिल जाती है। वहीं, कई देशों से इनको निकाल भी दिया जाता है। बेशक इन्हें पनाह मिल जाए, लेकिन वो सम्मान और अधिकार नहीं मिल पाते। हर साल ‘वर्ल्ड रिफ्यूजी डे’ मनाने का मुख्य उद्देश्य शरणार्थी के साहस, शक्ति और संकल्प के प्रति सम्मान व्यक्त करना है। इसके साथ ही इस दिन को मनाये जाने का एक अन्य उद्देश्य शरणार्थियों की बुरी दुर्दशा की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना और उनकी समस्याओं का हल करना है। आपको बताते चले कि म्यांमार, लीबिया, सीरिया, अफगानिस्तान, मलेशिया, यूनान और अधिकांश अफ़्रीकी देशों के लाखों नागरिक हर साल दूसरे देशों में शरणार्थी के रूप में शरण लेते हैं। जिसमें संयुक्त राष्ट्र की संस्था युएनएचसीआर (UNHCR) रिफ्यूजी लोगों की सहायता करती है।
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विश्व शरणार्थी दिवस का महत्व
यह दिवस मुख्य रूप से विश्व के उन सभी लोगों के लिए एक संवेदना के रूप में मनाया जाता है जो कभी अपने खुद के देश में खुद के घर में खुश थे, लेकिन उत्पीड़न और अपने ही देश में कई प्रकार से प्रताड़ित होने के कारण अपना घर मजबूरी में छोड़ना पड़ता है। दुनिया भर में ऐसी काफी घटनाएं हुई हैं जहाँ के निवासियों को मजबूर होकर अपना देश अपना घर और अपना सब कुछ छोड़ना पड़ता है। हर साल इस दिन को मनाया जाता है, ताकि लोग उन शरणार्थियों को याद कर सकें और उनके द्वारा सहन किए गए दर्द और पीड़ा से जुड़ सकें। इसके अलावा यह दिन कुछ ऐसे शरणार्थियों को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है, जिन्हें युद्ध या किसी अन्य संघर्ष की स्थिति में कठिन दिन और रात बिताने के लिए मजबूर किया गया, जिसमें उनकी कोई गलती नहीं थी। यह हमेशा से रहा है, कि राष्ट्रों ने युद्ध किया है लेकिन उनकी आम जनता को भुगतना पड़ा है। दुनिया भर में लाखों शरणार्थी इसके उदाहरणों में शामिल हैं। आज भी, सीरिया से बहुत सारे शरणार्थी आजीविका की तलाश में और फिर से एक नया जीवन शुरू करने की उम्मीद में पास के विभिन्न देशों में चले जाते हैं। इनमें कई लोग ऐसे हैं जिनका अपनी जगह बड़ा नाम होता था, लेकिन अब वे अपने बच्चों को खिलाने के लिए भीख मांगने को मजबूर हैं। इसी कारण से यूएन हर साल इस दिवस को मना कर पूरे विश्व को जागरूक करता है कि ऐसे लोगों कि मदद के लिए देश अपने हाथ आगे बढ़ाएं और इन लोगों के बच्चों के भविष्य में अपनी मुख्य भूमिका निभाएं।
विश्व शरणार्थी दिवस थीम्स
हर साल विश्व शरणार्थी दिवस की थीम्स के जरिए विश्व के तमाम लोगों को इसके बारे में जागरूक किया जाता है। आपको बता दें कि इस साल कोरोना वायरस के बीच UN ने विश्व शरणार्थी दिवस 2021 के थीम का विषय ‘एक्शन एक्शन काउंट्स’ रखा है। जबकि बीते वर्ष 2020 में विश्व शरणार्थी दिवस 2020 की थीम, स्टेप विद रिफ्यूजी (Step with Refugees) रखी थी। संयुक्त राष्ट्र स्पष्ट करता है कि इन शरणार्थियों को उनकी इस दयानीय स्थितियों के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ता है, जिनसे वे गुजरते हैं। यह हम जैसे अन्य लोगों की जिम्मेदारी है कि हम उनके साथ खड़े हों ताकि वे फिर खड़े हो सकें।
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FAQ
Answer: प्रत्येक वर्ष कई जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं ताकि लोग शरणार्थियों की स्थितियों के बारे में जान सकें और उनके साथ खड़े रह सकें।
Answer: कई देशों में ऐसे कई अभियान हैं, जो शरणार्थियों की मदद करने के लिए चलाए जाते हैं।
Answer: हां, विभिन्न अभियान चलाए जाते हैं जो विभिन्न शरणार्थियों के लिए दान एकत्र करते हैं।
Answer: विभिन्न राष्ट्रों की सरकारों ने शरणार्थियों के लिए भी अलग-अलग अधिकार निर्धारित किए हैं, जिसके आधार पर उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाती है।
Answer: विश्व शरणार्थी दिवस 2020 की थीम “Step with Refugees” है।
आशा करते हैं कि आपको विश्व शरणार्थी दिवस ब्लॉग अच्छा लगा होगा। जितना हो सके अपने दोस्तों और बाकी सब को शेयर करें ताकि वह भी विश्व शरणार्थी दिवस के बारे मेंं जान सकें उसकी जानकारी प्राप्त कर सके और अपने लक्ष्य को पूरा कर सकें। हमारे Leverage Edu में आपको ऐसे कई प्रकार के ब्लॉग मिलेंगे जहां आप अलग-अलग विषय की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ।अगर आपको किसी भी प्रकार के सवाल में दिक्कत हो रही हो तो हमारी विशेषज्ञ आपकी सहायता भी करेंगे।
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Mai janna chahta hun ki chaina,Korea,japan or veatnaam m refugees k liye kya niyam h
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धन्यवाद, इसी तरह हमारी वेबसाइट https://leverageedu.com/ पर बने रहिये।
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2 comments
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