Nagaland Foundation Day in Hindi: नागालैंड स्थापना दिवस हर साल 1 दिसंबर के दिन मनाया जाता है। नागालैंड का 62वां स्थापना दिवस वर्ष 2024 में मनाया जा रहा है। नागालैंड राज्य का गठन 1 दिसंबर 1963 के दिन किया गया था। नागालैंड स्थापना दिवस के दिन नागा हेरिटेज विलेज किसामा में हॉर्नबिल महोत्सव और अन्य कई त्यौहार मनाए जाते हैं। राज्य सरकार भी इस दिन कर समारोह में भाग लेती है। अधिकतम आयोजन नागालैंड की राजधानी कोहिमा में किए जाते हैं। इस ब्लॉग में नागालैंड स्थापना दिवस (Nagaland Foundation Day in Hindi) के बारे में बताया जा रहा है जोकि आपके लिए उपयोगी है।
This Blog Includes:
- Nagaland Foundation Day के बारे में
- नागालैंड स्थापना दिवस का इतिहास क्या है?
- नागालैंड स्थापना दिवस कब मनाया जाता है ?
- नागालैंड स्थापना दिवस 2024 की थीम क्या है?
- नागालैंड स्थापना दिवस का महत्व क्या है?
- नागालैंड स्थापना दिवस क्यों मनाया जाता है?
- नागालैंड स्थापना दिवस कैसे मनाते हैं?
- नागालैंड स्थापना दिवस से जुड़े तथ्य
- FAQs
Nagaland Foundation Day के बारे में
नागालैंड स्थापना दिवस 1 दिसंबर को मनाया जाता है। नागालैंड स्थापना दिवस नागालैंड राज्य के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। 1 दिसंबर 1963 को नागालैंड को भारत का 16वां राज्य बनाया गया था। इस दिन के बाद से ही इसे विशेष राजनीतिक पहचान मिली थी। नागालैंड पूर्वोत्तर भारत में स्थित है। नागालैंड राज्य में नागा समुदाय की विविध जनजातियां निवास करती हैं।
नागालैंड अपनी संस्कृति, परंपराओं, और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है जिसे इसके स्थापना दिवस समारोह में भी देखा जा सकता है। नागा समाज में विभिन्न जनजातियों के बीच एकता का महत्व है। नागालैंड स्थापना दिवस समारोह देश की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करता है। नागालैंड स्थापना दिवस का आयोजन नागालैंड राज्य की विरासत और विकास में नागा समुदाय के योगदान को मनाने का अवसर प्रदान करता है।
नागालैंड स्थापना दिवस का इतिहास क्या है?
नागालैंड राज्य की स्थापना 1 दिसंबर 1963 को की गई थी। तब यह राज्य भारतीय संघ के 16वें राज्य के रूप में उभरा था। नागालैंड के पश्चिम में असम, पूर्व में म्यांमार, उत्तर में अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ हिस्से और दक्षिण में मणिपुर से घिरा हुआ है। राज्य में 16 प्रशासनिक जिले हैं। इन जिलों 17 प्रमुख जनजातियाँ और अन्य उप-जनजातियाँ निवास करती हैं। नागालैंड की प्रत्येक जनजाति रीति-रिवाजों, भाषा और पहनावे के मामले में एक-दूसरे से अलग है। नागालैंड राज्य नागा जनजातियों के द्वारा भारत की आज़ादी के बाद अपनी अलग पहचान की मांग के तौर पर उभरा था। इसके लिए कई वर्षों तक आंदोलन और बातचीत चली थी। नागालैंड राज्य का गठन एक संवैधानिक समझौते के बाद हुआ था। इसे नागालैंड समझौता कहा जाता है। इसके तहत इसे एक अलग राज्य का दर्जा दिया गया था।
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नागालैंड स्थापना दिवस कब मनाया जाता है ?
नागालैंड स्थापना दिवस हर वर्ष 1 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन नागालैंड को 1 दिसंबर 1963 को एक पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था। इसी दिन को नागालैंड स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है।
नागालैंड स्थापना दिवस 2024 की थीम क्या है?
किसी भी आयोजन की सफलता के लिए एक थीम निर्धारित की जाती है, हालांकि अभी तक नागालैंड स्थापना दिवस 2024 की कोई थीम जारी नहीं की गई है।
नागालैंड स्थापना दिवस का महत्व क्या है?
Nagaland Foundation Day in Hindi निम्न कारणों से एक महत्वपूर्ण दिन है:
- नागालैंड स्थापना दिवस का महत्व मुख्य रूप से राज्य की सांस्कृतिक पहचान, राजनीतिक मान्यता और नागा लोगों के संघर्ष से जुड़ा हुआ है।
- नागालैंड स्थापना दिवस नागालैंड की राजनीतिक मान्यता और पहचान का प्रतीक है जिसे प्राप्त करने के लिए नागा जनजातियों ने आंदोलन और संघर्ष किए थे।
- इस दिन को मनाकर नागा समुदाय अपनी सांस्कृतिक धरोहर, पारंपरिक नृत्य, और रीति-रिवाजों का प्रदर्शन करते हैं।
- नागालैंड की विभिन्न जनजातियों के बीच में यह दिन आपसी एकता और भाईचारे को बढ़ाने का एक अवसर होता है।
- यह दिन भारत की सांस्कृतिक विविधता में नागालैंड को मान्यता दिलाने का भी कार्य करता है।
- नागालैंड स्थापना दिवस राज्य की सांस्कृतिक विविधता, राजनीतिक संघर्ष, और राष्ट्रीय एकता का उत्सव है।
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नागालैंड स्थापना दिवस क्यों मनाया जाता है?
हर साल 1 दिसंबर के दिन मनाया जाने वाला नागालैंड स्थापना दिवस साल 1963 में इसके स्थापना के कारण मनाया जाता है। नागालैंड की 1 दिसंबर 1963 के दिन आधिकारिक तौर पर भारत का 16वाँ राज्य घोषित किया गया था। यह दिन नागा लोगों के द्वारा किए गए लंबे आंदोलनों के जश्न को मनाने के लिए भी मनाया जाता है। नागालैंड स्थापना दिवस को नागालैंड के लोग राज्य को नागालैंड की एकजुटता का उत्सव मनाने के लिए मनाते हैं। राज्य सरकार इस दिन को राज्य में पर्यटन और विकास को बढ़ावा देने के लिए भी मनाती है।
नागालैंड स्थापना दिवस कैसे मनाते हैं?
नागालैंड के लोग द्वारा इस दिन को राज्यभर में सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रमों के साथ में मनाया जाता है। नागालैंड स्थापना दिवस (Nagaland Foundation Day in Hindi) इस प्रकार से मनाया जाता है:
- नागालैंड की राजधानी कोहिमा में आधिकारिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस कार्यक्रम में नागालैंड के मुख्यमंत्री, राज्यपाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होते हैं। इस दिन राज्य के उत्कृष्ट लोगों को पुरस्कार तथा भविष्य की योजनाओं की घोषणा भी होती है।
- नागालैंड स्थापना दिवस पर कोहिमा में परेड और मार्च-पास्ट का आयोजन किया जाता है। राज्य के विभिन्न सुरक्षा बल, पुलिस, और स्कूली बच्चे इन कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं।
- नागालैंड स्थापना दिवस पर नागालैंड की विविध जनजातियों के लोग पारंपरिक नृत्य और झांकियों के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करते हैं। स्थानीय कलाकार पारंपरिक वेशभूषा पहनकर लोक नृत्य और गीत प्रस्तुत करते हैं।
- नागालैंड स्थापना दिवस के साथ ही राज्य का प्रसिद्ध हॉर्नबिल महोत्सव भी शुरू होता है। यह हर साल मनाया जाता है और एक सप्ताह तक चलता है। इसमें नागालैंड और भारत के अन्य राज्यों से भी लोग भाग लेते हैं। हॉर्नबिल महोत्सव में हस्तशिल्प प्रदर्शनी, पारंपरिक खेल, संगीत प्रतियोगिता, और खाद्य उत्सव का आयोजन होता है।
- नागालैंड स्थापना दिवस के दौरान बड़ी संख्या में पर्यटक राज्य में आते हैं। ये स्थानीय संस्कृति, नृत्य, कला और परंपराओं का अनुभव करते हैं।
- नागालैंड स्थापना दिवस के अवसर पर कई समुदायों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इनमें स्वास्थ्य शिविर, सफाई अभियान और ग्रामीण विकास योजनाओं का आयोजन होता है।
नागालैंड स्थापना दिवस से जुड़े तथ्य
नागालैंड स्थापना दिवस (Nagaland Foundation Day in Hindi) से जुड़े तथ्य यहां दिए गए हैं:
- नागालैंड को आधिकारिक रूप से 1 दिसंबर 1963 को भारत का 16वां राज्य घोषित किया गया था।
- नागालैंड की राजधानी कोहिमा है। राज्य के अधिकतर आधिकारिक और सांस्कृतिक आयोजन यहीं पर होते हैं।
- नागालैंड के पहले मुख्यमंत्री पी. शीलू ओ थे। उन्होंने राज्य के पहले निर्वाचित नेता के रूप में कार्यभार संभाला था।
- नागालैंड स्थापना दिवस के साथ ही हॉर्नबिल महोत्सव की शुरुआत होती है। यह नागा संस्कृति, कला और परंपराओं का प्रमुख उत्सव है, जो 1 से 10 दिसंबर तक चलता है।
- नागालैंड में 16 से अधिक जनजातियाँ निवास करती हैं। इनमें प्रमुख जनजातियाँ आओ, अंगामी, सेमा, कोन्याक, चाकेसांग, लोथा, और खियामनुंगन हैं।
- नागालैंड का राज्य पशु मिथुन है। मिथुन यहां की सांस्कृतिक और आर्थिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नागालैंड का राज्य पक्षी बल्येरिक ट्रैगोपैन है।
- नागालैंड राज्य बनने के बाद, नागालैंड को भारतीय संघ में अपनी पहचान मिली और नागा समाज में शांति और एकता को बढ़ावा मिला था।
- नागालैंड को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 371(A) के तहत विशेष स्वायत्तता प्राप्त है। यह नागा लोगों की परंपराओं, रीति-रिवाजों, और उनकी संस्कृति को संरक्षण प्रदान करता है।
- नागालैंड में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान लड़ाई का ऐतिहासिक स्थल कोहिमा वॉर सेमेट्री है। यह उस समय के संघर्षों की याद दिलाता है।
FAQs
नागालैंड राज्य का औपचारिक उद्घाटन 1 दिसंबर 1963 को भारतीय संघ के 16वें राज्य के रूप में हुआ तथा 1964 में लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार ने कार्यभार संभाला।
1857 (सिपाही विद्रोह) में इस राज्य ने भी सक्रिय भागीदारी की थी। स्वतंत्रता के बाद 1957 में इस क्षेत्र को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया, जिसका नाम नागा हिल्स रखा गया। तब यह असम के राज्यपाल के प्रशासन के अधीन था। अंततः 1 दिसंबर 1963 को भारत के एक अलग राज्य के रूप में नागालैंड की स्थापना की गई।
नागा लोग तिब्बत और चीन से इस क्षेत्र में आकर बसे और कम से कम 13वीं शताब्दी ई. से लेकर आज तक इस पर कब्ज़ा किया। ब्रिटिश द्वारा भारत पर कब्ज़ा करने के दौरान संयुक्त नागा जनजातियों ने इस क्षेत्र पर अपना दावा पेश किया था। साल 1963 में भारत सरकार ने नागालैंड के स्वतंत्र नागा राज्य को मान्यता दे दी थी।
जब 1 दिसंबर, 1963 को नागालैंड एक पूर्ण विकसित राज्य बना तो कोहिमा को राज्य की राजधानी के रूप में नामित किया गया था।
तुएनसांग जिला पूर्वोत्तर भारत के नागालैंड राज्य का सबसे बड़ा जिला है। इसका मुख्यालय तुएनसांग शहर में है। भारत की 2023 की जनगणना के अनुसार 2023 में तुएनसांग की जनसंख्या 273,269 है।
राज्य में 16 (सोलह) प्रशासनिक जिले हैं, जिनमें 17 प्रमुख जनजातियाँ तथा अन्य उप-जनजातियाँ निवास करती हैं। प्रत्येक जनजाति अपने रीति-रिवाजों, भाषा और पहनावे के मामले में एक-दूसरे से अलग है। यह लोककथाओं की भूमि है जो मौखिक रूप से पीढ़ियों से चली आ रही है।
अंगामी, भारत के नागालैंड की सोलह बोलियों में से एक बोली तथा राज्य की प्रमुख भाषा है। यह तिब्बती-बर्मी भाषा परिवार की अंगामी-पोचुरी शाखा की अंगामी उपशाखा की एक भाषा है। राज्य के निवासियों के बीच यह संपर्क भाषा के रूप में विकसित हो चुकी हैं। देश की 1652 भाषाओं एवं बोलियों में से एक है।
नागालैंड मुख्य रूप से कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था है, जिसकी 71% आबादी कृषि पर निर्भर है। राज्य में उगाई जाने वाली प्रमुख बागवानी फ़सलों में केला, नींबू, अनानास और आलू शामिल हैं। राज्य में उगाई जाने वाली अन्य नकदी फ़सलों में रतन और बांस शामिल हैं।
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