क्या है नारा लेखन का उद्देश्य?

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क्या है नारा लेखन का उद्देश्य?

नारा लेखन हिंदी ग्रामर का अभिन्न अंग है। यह सिर्फ हिंदी ग्रामर का ही नहीं बल्कि इंसानी जीवन का अभिन्न अंग भी रहा है। इसका प्रयोग अपनी बात सुनाने/कहने के लिए किया जाता रहा है। यह बहुत ही प्रभावशाली और क्रांतिकारी भी होता है। Slogan Writing in Hindi के बारे में नीचे महत्वपूर्ण सभी जानकारी उनके उदाहरण के साथ दी गई है। ऐसे में आइए जानते हैं Slogan Writing in Hindi क्या है और एक परफेक्ट स्लोगन कैसे लिख सकते हैं।

नारा क्या होता है?

नारा विभिन्न विषयों से संबंधित, समाज के किसी वस्तु की विशेषताओं को स्थापित, सार्थक, संक्षिप्त एवं प्रेरणादायक वाक्य को नारा या स्लोगन कहा जाता है। यह एक ऐसा वाक्य या शब्द है जो समूह के लोगों की जुबान पर चढ़ जाता है और लोगों को प्रेरित करने की क्षमता रखता है। इसकी हर एक शब्द में शक्ति होती है जो मन को अचूक प्रभाव डालती है जिससे मनुष्य के हृदय में जनमानस छा जाता है।

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नारों के प्रकार क्या है?

नारों के प्रकार नीचे दिए गए हैं-

  • सामाजिक 
  • धार्मिक 
  • उत्सव दायक
  • राजनीतिक 
  • आध्यात्मिक
  • व्यवसायिक
  • प्रेरणात्मक

नारा लेखन क्या हैं?

पक्ष, दल के उद्देश्य को अभिव्यक्त करने के लिए लयबंद, प्रेरणादायक, ऊर्जावान, विशेषता बताने वाले और तुकांत युक्त आदर्श विचार, लोगों को आकर्षित करने के लिए जो लिखा जाता है या बोल बोले जाते हैं, उसे नारा लेखन कहा जाता है। नारा लेखन की बातें नकारात्मक और सकारात्मक दोनों तरह से प्रभाव डालता है। राजनीतिक, धार्मिक, वाणी से विचार या उद्देश्य को बराबर अभिव्यक्त करने के लिए यादगार एवं आदर्श, वाक्य नारा लेखन उपयोग होते हैं।

नारा लेखन का उद्देश्य

नीचे दिए गए निम्नलिखित वाक्य नारा लेखन के उद्देश्य हो सकता है-

  • किसी व्यक्ति, सामाजिक, राजनीतिक संस्था या अन्य अभियान के लोगों का ध्यान खींचने के लिए नारा लेखन लिखा जाता है।
  • समाज को एक आदर्श संदेश देने के लिए नारा लेखन लिखा जाता है।
  • लोगों को किसी भी कार्य को विशेष प्रेरित करने के लिए नारा लेखन लिखा जाता है।
  • सामाजिक अभिव्यक्ति को प्रकट करने के लिए नारा लेखन लिखा जाता है।
  • समाज के लोगों को किसी उद्देश्य को प्रेरित या जागृत करने के लिए नारा लेखन लिखा जाता है।

जैसे-

  • जल ही जीवन है!
  • बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ!
  • आत्म निर्भर भारत, समर्थ भारत!
  • पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ!
  • पेड़ लगाए धरती बचाए!
  • पेड़ लगाए पर्यावरण बचाए!

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नारा लेखन के फॉर्मेट

नारा लेखन के फॉर्मेट नीचे दिए गए हैं-

  • नारा ऐसा होना चाहिए जो सीधा मनुष्य के दिलों में उतर जाए।
  • नारा अच्छे दिखने के लिए उसे हमेशा तुक वह लय में लिखा जाना चाहिए।
  • नारा हमेशा सरल प्रचलित और लोकप्रिय शब्दों में लिखा जाना चाहिए।
  • नारे के शब्द सरल होनी चाहिए ताकि लोगों के जुबान पर जल्दी आ जाए।
  • स्लोगन बहुत ही प्रभावशाली और संक्षिप्त होना चाहिए।
  • 12-14 शब्दों की सीमा नारे की होनी चाहिए।
  • नारे का उद्देश्य लोगों को प्रेरित और जागृत और आदेश संदेश फैलाने के लिए होना चाहिए।
  • नारे में विषय की विशेषता का वर्णन सटीक में होना चाहिए।
  • आकर्षक ,रचनात्मक मौलिकता और आकर्षक शब्दों का प्रयोग होना चाहिए।
  • शब्दों का आपस में तालमेल और उचित चयन होना बहुत ही आवश्यक है।
  • नारा लेखन में पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग किया जा सकता है।
  • नारा एक या दो पंक्ति का होना चाहिए!

जैसे‌-

  • जल है तो जीवन है!
  • जल है तो कल है!

जैसे-

  • “प्रकृति का ना करें हरण,
    आओ मिलकर बचाएं पर्यावरण”
  • देश को आगे बढ़ाना है,
    निरक्षर को साक्षर बनाना है”

नारा लेखन से फायदे

Slogan Writing in Hindi के फायदे नीचे नीचे दिए गए हैं-

  • नारा लेखन की शक्ति अचूक होती है जो मनुष्य के रहते हैं पर सीधा प्रभाव डालती है।
  • नारा लेखन लोगों को प्रेरित करता है और जोर-जोर से बार-बार दोहराया जाता है, जिससे लोगों के मन पर और दिल पर जल्दी असर होता है।
  • नारा लेखन के माध्यम बहुत कम शब्दों में अपने भावों को लिखा जाता है, ताकि वह जन-जन तक पहुंचा जा सके।
  • नारा लेखन समाज में परिवर्तन के क्षमता और बहुत तीव्र असर करते हैं।
  • नारा लेखन में लिखे गए नारों का प्रयोग हम हथियार के रूप में कर सकते हैं।

स्वतंत्रता आंदोलन के समय नारों की अहम भूमिका

भारत समेत विश्व में नारा कहीं भी नया नहीं है। भारत में नारा का अपना एक पूरा इतिहास है, प्राचीन काल से ही नारों का विभिन्न क्षेत्रों में प्रयोग किया जाता है।लोगों को प्रेरित करने की क्षमता रखने के लिए और विश्व के सभी देशों में अलग-अलग उद्देश्य से नारा लिखा और बोला जाता है। आजादी के समय हमारे देश में बहुत सारे नारे प्रचलित हुए थे जिससे भारतीयों के लोगों में गहरा प्रभाव हुआ था। जैसे-

नारेकिन के द्वारा कहे गए
करो या मरोमहात्मा गांधी
तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगासुभाष चंद्र बोस
वंदे मातरमबकीम चंद्र चटर्जी
जय हिंदसुभाष चंद्र बोस
स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगाबाल गंगाधर तिलक
इंकलाब जिंदाबादभगत सिंह
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैराम प्रसाद बिस्मिल
आराम हराम हैजवाहरलाल नेहरू
जय जवान जय किसानलाल बहादुर शास्त्री

इसी तरह के कई सारे नारे, स्वतंत्रता आंदोलन के समय इतिहास बना गए थे। इन नारों ने हथियार से भी ज्यादा तीखा प्रहार किया था।

Courtesy: SuccessCDS Education

कोरोना वायरस पर नारा लेखन

कोरोना वायरस पर नारा लेखन इस प्रकार हैं:

  • जीवन  का  यही  है  नारा
    सुरक्षा  भरा  हो  परिवार  हमारा
  • कार्य  में   बरतो  सुरक्षा
    तो  होगी  हमारी  सुरक्षा
  • हो  धरती  पर  अगर   जीवन  को  बढ़ाना
    तो  सुरक्षा  के  नियमो  को  अपनाना
  • सुरक्षित कार्य  है  कर्त्तव्य  हमारा
    सुरक्षित जीवन  से  जुड़ा  है  परिवार  हमारा

समय पर नारा लेखन

समय पर नारा लेखन नीचे दिए गए हैं-

  1. समय फिरने पर मित्र भी शत्रु हो जाता है!
  2. समय बड़ा है बलवान अच्छे-अच्छे को बना दे पहलवान!
  3. जिसने समय को ना पहचाना उसने खुद को कभी ना जाना!
  4. समय और ज्वार किसी का इंतजार नहीं करते!
  5. समय का आईना कभी झूठ नहीं बोलता!
  6. समय सभी का सम्मान है एक गरीब तो एक महान है!
  7. समय का मान करो अपने जीवन का सम्मान करो!
  8. समय हमेशा कड़ी मेहनत करने वालों का मित्र रहा है
  9. बीता हुआ समय कभी वापस नहीं आता!
  10. भक्त धीरे धीरे से ही सही लेकिन बदलता जरूर है!
Courtesy: NCERT Hindi by Kumar 078

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पर्यावरण पर स्लोगन

पर्यावरण पर स्लोगन नीचे दिए गए हैं-

  • “प्रकृति का न करे हरण, आओ बचाये पर्यावरण।
  •   पर्यावरण का रखे ध्यान, तभी बनेगा देश महान।
  • “पर्यावरण रक्षा करना है कर्त्तव्य हमारा, और सिर्फ यही है नारा हमारा।
  • अपने पर्यावरण को मिलकर स्वच्छ बनाएं, आओ सभी पेड़-पौधे लगाएं।
  • “पर्यावरण के लिए पेड़ लगाओ, देश बचाओ, दुनिया बचाओ।
  • पर्यावरण की हो सुरक्षा, जिससे बढ़कर नहीं तपस्या।
  • “अब बोलेगी चिड़िया डाली-डाली, पहले फैलाओ चारों तरफ हरियाली।
  • जब प्रदुषण पर होगा नियंत्रण, तभी बचेगा हमारा पर्यावरण।
  • “पर्यावरण की करो रक्षा, बच्चो को पहले ये शिक्षा।
  • स्कूल-स्कूल ये पाठ पढाये, पर्यावरण की रक्षा कराये।
  • “जन-जन को अब होश में लाना है, पर्यावरण को अब हमें बचाना है।
  • जो करे पर्यावरण का सम्मान, वही है सच्चा इंसान।

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FAQs

स्लोगन की समय-सीमा कितने शब्दों की होनी चाहिए?

स्लोगन की समय-सीमा अधिकतम 10-12 शब्दों की होनी चाहिए।

नारा क्या होता है?

नारा सामूहिक आवाज आवाज़ होती है। किसी माँग की और ध्यान दिलाने या प्रसन्नता और उत्साह व्यक्त करने के लिये बार बार बुलंद की जानेवाली सामूहिक आवाज को नारा कहते हैं।

नारा लेखन करते समय किसका ध्यान रखना होता है?

नारा-लेखन करते समय लयात्मक शब्दों का प्रयोग किया जाना चाहिए। लयबद्ध तथा तुकांत शब्दों का चयन नारा लेखन को प्रभावी एवं आकर्षक बनाने में सक्षम होता है।

आशा है कि आपको Slogan Writing in Hindi का यह ब्लॉग पसंद आया होगा। इसी तरह के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए बने रहिए Leverage Edu के साथ।

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