भारत सरकार का शिक्षा विभाग इन दिनों अपनी शिक्षा व्यवस्था को दिन प्रतिदिन बेहतर बनाने के प्रयास में लगा है। इसी क्रम में भारत ने भूटान के साथ शिक्षा के क्षेत्र में मिलकर साथ काम करने का फैसला लिया है। दोनों देश डिजिटल टेक्नोलॉजी और साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैनजेमेंट (STEM) कोर्सेज पर साथ मिलकर काम करेंगे।
आधिकारिक दौरे पर भारत आए हुए हैं भूटान के प्रधानमंत्री
इन दिनों भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोगबे अपनी पत्नी के साथ आधिकारिक दौरे पर भारत आए हुए हैं। भूटान के प्रधानमंत्री दिनाक 14 मार्च 2024 से लेकर 18 मार्च 2024 तक अपने आधिकारिक दौरे पर भारत में रहेंगे। इस बीच भारत और भूटान के बीच बहुत से मुद्दों को लेकर बात की जाएगी जिनमें से शिक्षा भी एक महत्वपूर्ण विषय है।
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भारत और भूटान के बीच हुआ INR 1500 करोड़ का समझौता
भारत और जापान ने मिलकर भूटान के छात्रों में कौशल और नेतृत्व के विकास के लिए भूटान के राजा की ओर से प्रारम्भ किए गए ग्यालसुंग-भूटान के राष्ट्रीय सेवा कार्यक्रम के लिए भूटान की शाही सरकार को INR 1,500 करोड़ के रियायती वित्तपोषण पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाने का स्वागत किया है।
इन क्षेत्रों को लेकर भी हुआ समझौता
भारत और भूटान के बीच शिक्षा के अलावा अन्य क्षेत्रों पर भी मिलकर साथ काम करने को लेकर भी कुछ समझौते किए गए हैं। इन क्षेत्रों में स्पेस टेक्नोलॉजी और रिमोट सेंसिंग भी प्रमुख हैं। इन दोनों विषयों पर भारत भूटान की मदद करेगा।
भूटान को एक उच्च आय वाला देश बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है भारत
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान और भारत के बीच शिक्षा को लेकर हुए समझौते की सराहना की। उन्होंने आगे कहा कि भारत भूटान को एक उच्च आय वाला देश बनाए जाने को लेकर प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत और भूटान के संबंध हमेशा से ही अच्छे रहे हैं और शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले ये समझौते दोनों देशों की मित्रता को और भी सशक्त बनाएंगे।
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