नींद में लगभग हम सबको ही सपने आते होंगे और सपनों को नींद के सबसे आकर्षक और रहस्यमयी पहलुओं में से एक माना जाता है। कुछ को अपने सपने याद रहते हैं और कुछ भूल जाते हैं। सपनों के बारे में काफी रिसर्च हुई और कई रिपोर्ट्स सामने आईं जिनमें बहुत से नए तथ्यों के बारे में पता चला। हालांकि फिर भी नींद और सपनों के बारे में बहुत कुछ अज्ञात है। यहां हम सपनों के बारे में कुछ रोचक तथ्यों (Psychological Facts About Dreams in Hindi) के बारे में जानेंगे जिन्हें आपको पता होना चाहिए।
Psychological Facts About Dreams in Hindi
रिसर्च, स्टडी और रिपोर्ट्स के अनुसार स्टूडेंट्स के लिए Psychological Facts About Dreams in Hindi यहाँ दिए गए है :
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के अनुसार आप सपनों में सिर्फ वही चेहरे देख सकते हैं जिन्हें आपने पहले कभी देखा हो।
- सपने आपको समस्याओं का समाधान करने में अधिक कुशल बनने में मदद कर सकते हैं।
- जब कोई व्यक्ति अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं को लेकर लगातार चिंतित रहता हैं, तो वह चीजें उनके सपनों में आने लगती है।
- सुबह के समय लंबे सपने आते हैं।
- हमें सपने देखना भले ही याद न हो, लेकिन माना जाता है कि हर कोई प्रति रात 3 से 6 बार सपने देखता है।
- ऐसा माना जाता है कि प्रत्येक सपना 5 से 20 मिनट के बीच रहता है।
- जब व्यक्ति बिस्तर से उठता है तब तक वह लगभग 95 प्रतिशत सपने भूल जाते हैं।
- नाईटमेयर परेशान करने वाले सपने हैं जो सपने देखने वाले को कई परेशान करने वाली भावनाओं का अनुभव कराते हैं।
- कुछ लोग केवल ब्लैक एंड वाइट सपने देखते हैं, जबकि अन्य केवल रंगीन सपने देखते है।
- बुरे सपने आमतौर पर 3 से 6 साल की उम्र के बीच शुरू होते हैं और 10 साल की उम्र के बाद कम हो जाते हैं।
- सामान्य आबादी के लगभग 8 प्रतिशत लोग सोते समय स्लीप पैरालिसिस का अनुभव करते हैं।
- अधिकांश सपने केवल कुछ सेकंड या मिनट तक ही चलते हैं।
- रिसर्च के मुताबिक, जागने के 5 मिनट के भीतर आप आधा सपना भूल जाते है और 10 मिनट के अंदर आप 90% सपना भूल जाते है।
- अंधे लोग भी सपनों में तस्वीरें देख सकते हैं।
- औसत व्यक्ति अपने जीवन के छह साल सपने देखने में बिता देता है।
- पुरुष और महिलाएं अलग-अलग सपने देखते हैं।
- मनोवैज्ञानिकों के अनुसार आप अपने सपनों में पढ़ नहीं सकते।
- अध्ययनों से पता चलता है कि मनुष्य के लिए एक ही समय में खर्राटे लेना और सपने देखना संभव नहीं है।
- सकारात्मक सपनों की तुलना में नकारात्मक सपने अधिक आते हैं।
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