उत्तर प्रदेश में जरूरतमंद बच्चों को वर्ल्ड क्लास स्टडी मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 सितंबर को उत्तर प्रदेश में जरूरतमंद बच्चों के लिए 16 आवासीय स्कूलों का उद्घाटन किया। ये स्कूल (अटल आवासीय विद्यालय) मजदूरों और निर्माण श्रमिकों के बच्चों और COVID-19 पैनडेमिक में अनाथ हुए बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए खोले गए हैं।
प्रत्येक आवासीय विद्यालय में 1,000 छात्रों को समायोजित (accommodate) करने का लक्ष्य रखा गया है। इसका उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच बढ़ाना और बच्चों के ऑलओवर डेवलपमेंट में मदद करना है। स्कूलों का निर्माण लगभग INR 1,115 करोड़ की लागत से किया गया है।
प्रत्येक स्कूल का निर्माण 10-15 एकड़ के क्षेत्र में किया गया है, जिसमें क्लासेज, खेल का मैदान, एक मिनी सभागार, हाॅस्टर, मेस और स्टाफ सदस्यों के लिए आवासीय क्वार्टर हैं।
एजुकेशन के अलावा स्टूडेंट्स को मिलेंगी ये चीजें
अटल आवासीय स्कूल में कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के स्टूडेंट्स को बगैर शुल्क के शिक्षा दी जाएगी। इन स्टूडेंट्स को मुफ्त में शैक्षिक आवासीय विद्यालय की सुविधा, हाॅस्टल, खाना, बुक्स, यूनिफाॅर्म और स्पोर्ट्स इक्यूपमेंट्स दिए जाएंगे। ये विद्यालय स्टूडेंट्स के डेवलपमेंट को ध्यान रखते हुए तैयार किए गए हैं।
11 सितंबर से शुरू हो चुका एकेडमिक सेशन
बता दें कि इन स्कूलों में मिलने वाली सुविधाओं और खाने-पीने का समय-समय पर निरीक्षण किया जाएगा और स्कूलों में स्टूडेंट्स के लिए हेल्थ कैंप लगाएं जाएंगे। स्कूलों में एकेडमिक सेशन 11 सितंबर से शुरू हो चुका है और स्टूडेंट्स को एजुकेशन मिल रही है।
क्या है अटल आवासीय स्कूल योजना?
अटल आवासीय विद्यालय योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की है और इसके माध्यम से राज्य में नए विद्यालयों का संचालन किया जाएगा। यूपी अटल रेजिडेंशियल स्कूल स्कीम के तहत अनाथ, आर्थिक रूप से कमजोर और श्रमिकों के बच्चों का रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा और उन्हें एजुकेशन दी जाएगी।
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