पीठ फेरना मुहावरे का अर्थ (Peeth Ferna Muhavare Ka Arth) होता है। जब कोई व्यक्ति अपना रुख बदल देता है, तो उसके लिए हम पीठ फेरना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप पीठ फेरना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
पीठ फेरना मुहावरे का अर्थ क्या है?
पीठ फेरना मुहावरे का अर्थ (Peeth Ferna Muhavare Ka Arth) होता है- रुख बदल लेना आदि।
पीठ फेरना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “पीठ फेरना मुहावरे का अर्थ” अनुराग ने अपना काम बनने के बाद मुझसे पीठ फेर ली।
पीठ फेरना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
पीठ फेरना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- रोहन दूसरों की गलती निकलने के बाद अपनी पीठ फेर लेता है।
- रिस्तेदारों की अदद होती है, काम के समय पीठ फेरना।
- लोगों के साथ कितना भी अच्छा कर लो, पर वो समय आने पर अपनी पीठ फेर लेते हैं।
- नीरज ने जरुरत के समय पीठ फेर ली थी।
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आशा है कि पीठ फेरना मुहावरे का अर्थ (Peeth Ferna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।