भाषा किसी भी संस्कृति का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। भाषा वह तरीका है जिसके द्वारा लोग एक-दूसरे के साथ बात करते हैं। इन्हीं भाषाओं में हम कई शब्द ऐसे सुनते हैं जो विशेष हैं। कुछ शब्दों में भारतीय और विश्व के इतिहास और सभ्यताओं का भी काफी महत्व है और कई बार इन शब्दों के बारे में परीक्षाओं में पूछा जाता है, इसलिए इस ब्लाॅग में हम पर्यावरण किस भाषा का शब्द है (Paryavaran Kis Bhasha Ka Shabd Hai) के बारे में जानेंगे।
Paryavaran Kis Bhasha Ka Shabd Hai?
गमला शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया है। पर्यावरण शब्द संस्कृत भाषा के ‘परि’ उपसर्ग (चारों ओर) और ‘आवरण’ से मिलकर बना है।
पर्यावरण किस भाषा का शब्द है? | संस्कृत |
Paryavaran Kis Bhasha Ka Shabd Hai | Sanskrit. |
संस्कृत भाषा का महत्व क्या है?
संस्कृत वाल्मिकी, आर्यभट्ट, कालिदास, वेदव्यास आदि प्राचीन विद्वानों की भाषा है। उत्तराखंड के लोगों ने संस्कृत को अपनी राजभाषा के रूप में स्वीकार और स्वीकार किया है। संस्कृत भाषा भारतीय संस्कृति की गहराई को दर्शाता है और लोककथाओं और कहानियों के माध्यम से सदियों से अस्तित्व में है।
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