पर्यावरण का अर्थ होता है हमारे आसपास का परिवेश। पर्यावरण के अंतर्गत मनुष्य, पेड़ पौधे एवं धरती के सभी छोटे बड़े जीव और पशु पक्षी आते हैं। आधुनिक समय में पर्यावरण बहुत ही दूषित हो चुका है। बढ़ते प्रदूषण के कारण ग्लोबल वार्मिंग बढ़ती जा रही है जिसके परिणामस्वरूप ध्रुवों की बर्फ पिघल जाने के कारण पृथ्वी के डूब जाने का खतरा बढ़ गया है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए वर्ष 1972 में संयुक्त संघ की ओर से पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य 5 जून के दिन प्रतिवर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाए जाने का फैसला लिया गया। यहाँ पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है और उसके महत्व एवं इतिहास के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।
पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है?
वर्ष 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा पर्यावरण संरक्षण में वैश्विक स्तर पर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की गई। तब से हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। पर्यावरण दिवस की थीम हर साल बदलती रहती है। वर्ष 2023 के लिए विश्व पर्यावरण दिवस की थीम Beat Plastic Pollution (बीट द प्लस्टिक पॉल्यूशन) थी। इसके तहत लोगों से प्लस्टिक के प्रयोग को कम करने की अपील की गई थी।
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पर्यावरण दिवस क्यों मनाया जाता है?
आधुनिक समय में पर्यावरण दूषित हो चुका है। बढ़ती जनसंख्या, औद्योगीकरण और वाहनों से निकलने वाले धुंए के कारण प्रदूषण बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इस वजह से ध्रुवों पर बर्फ पिघल रही है। इस कारण से महासागरों में जल का स्तर बढ़ने लगा है। यदि महसागरों का जल स्तर इसी तरह से बढ़ता गया तो धरती पर बाढ़ आ जाएगी और पूरी पृथ्वी जलमग्न हो जाएगी। इस स्थिति से केवल प्रदूषण को कम करके और पर्यावरण को स्वच्छ रखकर ही टाला जा सकता है। इस दिशा में प्रयास करने के लिए लोगों को प्रेरित करने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है।
पर्यावरण दिवस महत्व
यहाँ पर्यावरण दिवस का महत्व बताया जा रहा है :
- पर्यावरण दिवस लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करता है।
- पर्यावरण दिवस पर्यारण सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
- पर्यावरण दिवस पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं के समाधान के बारे में सोचने का अवसर देता है।
- पर्यावरण दिवस पेड़ पौधे लगाए जाने के लिए आम जन को प्रोत्साहित करता है।
- पर्यावरण दिवस प्रदूषण को कम किए जाने पर जोर देता है।
पर्यावरण का इतिहास
वर्ष 1972 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा मानव पर्यावरण विषय के बारे में संयुक्त राष्ट्र महासभा आयोजित की गई। इसी सभा में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया गया। चूंकि यह महासभा 5 जून 1972 से लेकर 16 जून 1972 के बीच आयोजित की गई थी इसलिए 5 जून के दिन को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाना तय किया गया। इसके दो साल बाद 5 जून 1974 से इस दिन को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाना शुरू कर दिया गया।
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FAQs
विश्व पर्यावरण दिवस 2024 की थीम ‘land restoration, desertification and drought resilience’ रखी गई है।
2023 के लिए पर्यावरण दिवस की थीम ‘Beat Plastic Pollution’ है।
5 जून 1972 को पहला पर्यावरण सम्मेलन मनाया गया जिसमें 119 देशों ने भाग लिया। पहला विश्व पर्यावरण सम्मेलन स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में मनाया गया था। इसी दिन यहां पर दुनिया का पहला पर्यावरण सम्मेलन का आयोजन किया गया था।
विश्व पर्यावरण दिवस 2023 कोटे डी आइवर द्वारा होस्ट किया जायेगा है और नीदरलैंड द्वारा समर्थित है।
चिपको आन्दोलन भारत का सबसे प्रसिद्ध पर्यावरण आन्दोलन है।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है? के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।