NCERT ने शिक्षा नीति में बड़े बदलाव करने का फैसला लेते हुए कक्षा 9वीं की मैथ्स और साइंस की किताबों में से चैप्टर्स को घटा दिया है। इसके अलावा 11वीं फ़िज़िक्स और केमिस्ट्री की किताबों से भी तीन तीन चैप्टर्स को कम कर दिया गया है।
साइंस और मैथ्स के कोर्स में किए गए बदलाव
NCERT ने मैथ्स और साइंस के कोर्सेज में बड़ा बदलाव करते हुए कक्षा 9वीं की साइंस की किताब में से 3 चैप्टर्स को हटा दिया है। दूसरी ओर कक्षा 9वीं की मैथ्स की किताब से भी चार चैप्टर्स की कटौती की गई है।
12वीं के कोर्स में भी की गई कटौती
कक्षा 9 और 11 की किताबों में से चैप्टर्स को कम करने के बाद NCERT ने 12वीं क्लास की किताबों में से भी चैप्टर्स को कम करने का फैसला लिया है। NCERT बदलाव के साथ तैयार की गई किताबों को आगामी दो सप्ताह के अंदर बाज़ार में उपलब्ध करा देगा ताकि 2024 के अकादमिक सत्र से छात्रों को कोई परेशानी न हो।
नई शिक्षा नीति के तहत लिया गया फैसला
NCERT के द्वारा यह फैसला नई शिक्षा नीति के तहत लिया गया है। नई शिक्षा नीति का उद्देश्य स्टूडेंट्स के सर से किताबों के बोझ को कम करके उन्हें प्रैक्टिकल नॉलेज प्रदान करना है। इसका उद्देश्य है कि स्टूडेंट्स केवल किताबी कीड़े न बनें बल्कि चीज़ों को व्यावहारिक रूप से समझने की कोशिश करें।
स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद होगा कदम
NCERT के द्वारा उठाया गया चैप्टर्स को कम करने का कदम स्टूडेंट्स के लिए एक फायदेमंद निर्णय साबित होगा-
- NCERT के द्वारा चैप्टर्स को कम किए जाने से स्टूडेंट्स के ऊपर से पढ़ाई का बोझ कम होगा और वे और बेहतर तरीके से पढ़ाई को कर सकेंगे।
- इन पुराने चैप्टर्स को हटाकर किताबों में कुछ नए टॉपिक्स जोड़े जा सकेंगे जिससे स्टूडेंट्स को नई जानकारी प्राप्त होगी।
- किताबों में चैप्टर्स को कम करने के पीछे का उद्देश्य स्टूडेंट्स को किताबी पढ़ाई के इतर प्रैक्टिकल नॉलेज भी प्रदान करना है।
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