मुंह में ठेंपी देना मुहावरे का अर्थ (Muh Me Thenpi Dena Muhavare Ka Arth) ‘कुछ न बोलने देना’ होता है। जब कोई व्यक्ति किसी अपने आगे कुछ बोलने नहीं देता है। तब उसके लिए मुंह में ठेंपी देना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप मुंह में ठेंपी देना मुहावरे का अर्थ (Ondhi Khopdi Muhavare Ka Arth) और इसके वाक्यों में प्रयोग के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
मुंह में ठेंपी देना मुहावरे का अर्थ क्या है?
मुंह में ठेंपी देना मुहावरे का अर्थ (Muh Me Thenpi Dena Muhavare Ka Arth) ‘कुछ न बोलने देना’ होता है।
मुंह में ठेंपी देना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
मुंह में ठेंपी देना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग निम्नलिखित हैं :-
- संचिता ने अपने माता-पिता की चिंता को मुंह में ठेंपी दिया और अपनी मनमर्जी से काम करना जारी रखा।
- शिवम् हमेशा स्कूल में सभी छात्रों के मुंह में ठेंपी देकर खुद ही बोलता रहता है।
- आज क्लास में टीचर ने विद्यार्थियों के मुँह में ठेंपी दे दी।
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आशा है कि आपको मुंह में ठेंपी देना मुहावरे का अर्थ (Muh Me Thenpi Dena Muhavare Ka Arth) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।