मूंग की दाल खाने वाला मुहावरे का अर्थ है (Moong ki Daal Khane Vala Muhavare Ka Arth) ऐसा व्यक्ति जो बहुत ही साधारण है या फिर साधारण जीवन यापन कर रहा है। जब कोई व्यक्ति बहुत ही साधारण, गरीब, या साधारण जीवन जीता है तब उसे कहा जाता है मूंग की दाल खाने वाला। इस ब्लाॅग में आप मूंग की दाल खाने वाला मुहावरे का अर्थ, वाक्यों में प्रयोग और इसके भाव के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
मूंग की दाल खाने वाला मुहावरे का अर्थ क्या है?
मूंग की दाल खाने वाला मुहावरे का हिंदी अर्थ (Moong ki Daal Khane Vala Muhavare Ka Arth) ऐसा व्यक्ति जो बहुत ही साधारण है या फिर साधारण जीवन यापन कर रहा है।
मूंग की दाल खाने वाला मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
मूंग की दाल खाने वाला मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग इस प्रकार है:
- अध्यापक ने कक्षा में विद्यार्थियों से मूंग की दाल खाने वाला मुहावरे अर्थ पूछा।
- मोहन मूंग की दाल खाने वाला व्यक्ति है।
- रवि तो मूंग की दाल खाने वाला इंसान है, उसे किसी भी प्रकार की भव्यता और दिखावे में कोई दिलचस्पी नहीं है।
- वह मूंग की दाल खाने वाला आदमी है, उसे बड़ी-बड़ी चीजों का लालच नहीं है, और वह अपनी सादा जिंदगी में ही संतुष्ट है।
- उसके पास धन-दौलत नहीं है, लेकिन वह मूंग की दाल खाने वाला व्यक्ति है, इसलिए वह अपने छोटे-से घर में खुश रहता है।
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आशा है कि आपको मूंग की दाल खाने वाला मुहावरे का अर्थ है (Moong ki Daal Khane Vala Muhavare Ka Arth) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।